श्रीनगरः पौड़ी के श्रीनगर में नवनिर्मित रोडवेज बस डिपो पिछले एक साल से बंद पड़ा हुआ है. बहुउद्देशीय पर्पज से बनाए गए इस डिपो में बसों के आने-जाने के लिए रास्ता ना होने के कारण उक्त नवनिर्मित डिपो से बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है. जबकि परिवहन निगम ने डिपो के निर्माण में चार करोड़ से अधिक खर्च किये हैं. लेकिन शहर और विभाग के लिए ये नवनिर्मित डिपो सफेद हाथी साबित हो रहा है. विभाग नए डिपो के बजाय भक्तियाना स्थित पुराने एफआईआर भवन के सामने से ही डिपो का संचालन कर रहा है. यहां उड़ने वाली धूल से यात्री परेशन हैं. साथ ही यहां यात्रियों के लिए बैठने की भी कोई उचित व्यवस्था नहीं है. कर्मी भी टीन शेड के बने कमरों में ही अस्थाई रूप से डिपो का संचालन कर रहे हैं.
श्रीनगर में 4 करोड़ की लागत से उत्तराखंड परिवहन निगम ने नए बस डिपो का निर्माण करवाया है. जिसके नीचे के हिस्से में 100 से अधिक वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है. जबकि ऊपरी मंजिल में स्टाफ के लिए कार्यालय निर्माण सहित रोडवेज की बसों के संचालन के लिए प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है. यात्रियों को बैठने के लिए रेस्ट रूम और कैंटीन की भी व्यवस्था नए बने डिपो में की गई है. लेकिन निर्माण का एक साल होने के बाद भी डिपो का संचालन यहां से नहीं हो पा रहा है, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.
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श्रीनगर डिपो में कार्यरत अकाउंटेंट अशोक काला द्वारा बताया गया कि डिपो के बसों की एंट्री पॉइंट पर अतिक्रमणकारियों द्वारा अतिक्रमण कर रास्ते को रोका गया है. जिससे बसें डिपो के अंदर नहीं आ पा रही हैं. इस संबंध में डीएम पौड़ी से भी पत्राचार कर अतिक्रमण हटाने की मांग की गई है. जैसे ही बसों के प्रवेश का रास्ता साफ होगा, डिपो का संचालन कर दिया जाएगा. वहीं कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने भी कहा कि डिपो के संचालन के लिए अधिकारियों को कहा गया है. जल्द नए बने बस डिपो से बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा.