देहरादून: इंडियन मिलट्री एकेडमी में पासिंग आउट परेड (IMA Passing Out Parade) में इस बार उत्तराखंड के 29 युवा अधिकारी बने हैं. कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा से आने वाले नितेश बिष्ट भी इन्हीं में एक हैं. अल्मोड़ा के नितेश बिष्ट कठिन परिश्रम और देश सेवा की भावना को साथ लेकर लेफ्टिनेंट बनकर सेना में शामिल हुए हैं.
अल्मोड़ा में रहने वाले नितेश बिष्ट (Nitesh Bisht of Almora passed out from IMA) के पिता का कहना है कि उत्तराखंड राष्ट्र सेवा के लिए अपनी अलग पहचान रखता है. इसी परंपरा को उन्होंने वर्षों तक देश सेवा कर आगे बढ़ाया है. अब उनका बेटा नितेश भी इस परंपरा को आगे बढ़ाने का काम कर रहा है. नितेश बिष्ट के कंधों पर सितारे सजने से पूरा परिवार गौरवान्वित हैं.
नितेश बिष्ट के पिता ने कहा सेना से जुड़ना एक नौकरी नहीं बल्कि देश सेवा की भावना है, जो राष्ट्र सेवा के लिए जीने का मकसद सिखाती है. आज उनके बेटे ने इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए दुनिया की सबसे बड़ी खुशी उन्हें दी है.
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पासिंग आउट परेड के बाद सैन्य अधिकारी बने नितेश बिष्ट (Nitesh Bisht of Almora passed out from IMA) ने कहा उनके माता पिता का सपना था कि सेना में शामिल होकर देश सेवा में अपनी भूमिका अदा करूं. इसी मकसद से उन्होंने एनडीए में 3 साल मेहनत की. आज IMA से विश्व स्तरीय ट्रेनिंग पूरी कर उन्हें सैन्य अधिकारी बनने का सौभाग्य हासिल हुआ है.
रितेश ने कहा युवाओं को देश सेवा के लिए आगे आना चाहिए. सेना की वर्दी से बड़ा कोई गर्व का विषय नहीं होता है. मेहनत और लगन के साथ अगर ईमानदारी से प्रयास किया जाए तो सफलता हाथ लगती है. उन्होंने कहा IMA ने उन्हें जो कुछ भी सिखाया है उसे वे जीवन भर याद रखेंगे.