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सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने Etv भारत को बताई कांग्रेस छोड़ने की वजह, राहुल के बारे में कही बड़ी बात

Etv भारत के साथ खास बातचीत करते हुए बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने कई मुद्दों पर खुलकर बात की. इस दौरान उन्होंने बताया कि आखिर किस से वजह से उन्हें कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थामना पड़ा.

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Published : Nov 25, 2019, 9:48 PM IST

Updated : Nov 25, 2019, 11:35 PM IST

रीता बहुगुणा जोशी

देहरादून: उत्तर प्रदेश में महिला कांग्रेस अध्यक्ष की कमान संभाल चुकीं रीता बहुगुणा जोशी ने अक्टूबर 2016 में कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. क्या कारण था कि इतने लंबे समय तक कांग्रेस में रहने के बाद में वे बीजेपी में शामिल हो गईं. इसकी असल वजह उन्होंने देहरादून में ईटीवी भारत के साथ साझा की.

सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने Etv भारत से की बात.

ईटीवी भारत से बात करते हुए रीता बहुगुणा जोशी ने बताया कि कांग्रेस पार्टी में राहुल गांधी का दृष्टिकोण स्पष्ट नहीं था कि वह पार्टी से क्या चाहते हैं? पूरी पार्टी में अस्थिरता थी. जिस वजह से पार्टी सिकुड़ती चली गई. तब तक नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय स्तर पर आ चुके थे. नरेंद्र मोदी के आने के बाद पता चला कि बीजेपी का रवैया इंटरनेशनल, नेशनल पॉलिटिकल और राष्ट्रीय हित में है. जिससे साफ हो गया था कि कांग्रेस का अब कोई भविष्य नहीं है.

पढ़ें- Etv भारत से बोलीं रीता बहुगुणा जोशी, आज भी हर जगह महिलाओं की दबाई जाती है आवाज

'मोदी के कुशल नेतृत्व के चलते थामा बीजेपी का दामन'
रीता बहुगुणा ने बताया कि उनको एक राष्ट्रीय पार्टी चुननी थी. ऐसे में उन्होंने फिर डेवलपमेंट एजेंटे, नेशनल इश्यूज के एजेंडे पर बीजेपी का दामन थामा. क्योंकि लोकतंत्र में सबसे बड़ा माउंटेन जनता है. साथ ही 90 फीसदी जनता नरेंद्र मोदी को सबसे कुशल नेतृत्व मानती है और वे भी जनता में से ही एक हैं. इसलिए उन्होंने बीजेपी का दामन थामा था.

कांग्रेस मात्र केंद्रीकरण तक है सीमित
कांग्रेस को लेकर रीता बहुगुणा ने कई बातों को स्पष्ट किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में बहुत केंद्रीकरण है. वहां निर्णय लेने की छूट नहीं है. हमेशा अंकुश लगा रहता है.

पढ़ें- तो रुड़की नगर निगम चुनाव से पहले ही बीजेपी ने मान ली थी हार, सीएम ने कहा- भविष्य के लिए मिली सीख

इसीलिए कांग्रेस, बीजेपी से पीछे
रीता बहुगुणा ने कांग्रेस के पिछड़ने की वजह भी बताई है. उन्होंने बताया कि बीजेपी में आने के बाद उन्हें कांग्रेस के पीछे होने की वजह पता चली. इसकी वजह यह है कि कांग्रेस में जनसंपर्क पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया, सब बस नेताओं के कंधे पर चढ़कर राजनीति करते रहे. इसका जीता जागता उदाहरण है कि किसी भी जगह वहां का लीडर जब उस क्षेत्र में जाएगा तभी उस क्षेत्र का वर्कर लीडर के साथ जाएगा. प्रदेश में मुख्यमंत्री हैं लेकिन जब मंत्री आ जाएंगे तभी मुख्यमंत्री जाएंगे. यह नहीं प्रधानमंत्री जब आएंगे तब प्रदेश के पदाधिकारी सक्रिय होंगे.

बीजेपी में प्रतिदिन होता है जनसंपर्क
रीता बहुगुणा ने बताया कि बीजेपी का काम करने का तरीका कांग्रेस से बिल्कुल अलग है. बीजेपी में प्रतिदिन जनसंपर्क होता है. ऐसी व्यवस्था किसी अन्य पार्टी में नहीं है. बीजेपी के कार्यकर्ताओं को महीने में 20 दिन एक टास्क मिलता है. टास्क की मॉनिटरिंग भी की जाती है. यही नहीं तमाम मुद्दों को लेकर जनता के दरवाजे तक जाना उनसे संपर्क रखना ही बीजेपी की कामयाबी का बड़ा कारण है. ये पार्टी जनता के घर-घर तक पहुंची हुई पार्टी है.

देहरादून: उत्तर प्रदेश में महिला कांग्रेस अध्यक्ष की कमान संभाल चुकीं रीता बहुगुणा जोशी ने अक्टूबर 2016 में कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. क्या कारण था कि इतने लंबे समय तक कांग्रेस में रहने के बाद में वे बीजेपी में शामिल हो गईं. इसकी असल वजह उन्होंने देहरादून में ईटीवी भारत के साथ साझा की.

सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने Etv भारत से की बात.

ईटीवी भारत से बात करते हुए रीता बहुगुणा जोशी ने बताया कि कांग्रेस पार्टी में राहुल गांधी का दृष्टिकोण स्पष्ट नहीं था कि वह पार्टी से क्या चाहते हैं? पूरी पार्टी में अस्थिरता थी. जिस वजह से पार्टी सिकुड़ती चली गई. तब तक नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय स्तर पर आ चुके थे. नरेंद्र मोदी के आने के बाद पता चला कि बीजेपी का रवैया इंटरनेशनल, नेशनल पॉलिटिकल और राष्ट्रीय हित में है. जिससे साफ हो गया था कि कांग्रेस का अब कोई भविष्य नहीं है.

पढ़ें- Etv भारत से बोलीं रीता बहुगुणा जोशी, आज भी हर जगह महिलाओं की दबाई जाती है आवाज

'मोदी के कुशल नेतृत्व के चलते थामा बीजेपी का दामन'
रीता बहुगुणा ने बताया कि उनको एक राष्ट्रीय पार्टी चुननी थी. ऐसे में उन्होंने फिर डेवलपमेंट एजेंटे, नेशनल इश्यूज के एजेंडे पर बीजेपी का दामन थामा. क्योंकि लोकतंत्र में सबसे बड़ा माउंटेन जनता है. साथ ही 90 फीसदी जनता नरेंद्र मोदी को सबसे कुशल नेतृत्व मानती है और वे भी जनता में से ही एक हैं. इसलिए उन्होंने बीजेपी का दामन थामा था.

कांग्रेस मात्र केंद्रीकरण तक है सीमित
कांग्रेस को लेकर रीता बहुगुणा ने कई बातों को स्पष्ट किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में बहुत केंद्रीकरण है. वहां निर्णय लेने की छूट नहीं है. हमेशा अंकुश लगा रहता है.

पढ़ें- तो रुड़की नगर निगम चुनाव से पहले ही बीजेपी ने मान ली थी हार, सीएम ने कहा- भविष्य के लिए मिली सीख

इसीलिए कांग्रेस, बीजेपी से पीछे
रीता बहुगुणा ने कांग्रेस के पिछड़ने की वजह भी बताई है. उन्होंने बताया कि बीजेपी में आने के बाद उन्हें कांग्रेस के पीछे होने की वजह पता चली. इसकी वजह यह है कि कांग्रेस में जनसंपर्क पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया, सब बस नेताओं के कंधे पर चढ़कर राजनीति करते रहे. इसका जीता जागता उदाहरण है कि किसी भी जगह वहां का लीडर जब उस क्षेत्र में जाएगा तभी उस क्षेत्र का वर्कर लीडर के साथ जाएगा. प्रदेश में मुख्यमंत्री हैं लेकिन जब मंत्री आ जाएंगे तभी मुख्यमंत्री जाएंगे. यह नहीं प्रधानमंत्री जब आएंगे तब प्रदेश के पदाधिकारी सक्रिय होंगे.

बीजेपी में प्रतिदिन होता है जनसंपर्क
रीता बहुगुणा ने बताया कि बीजेपी का काम करने का तरीका कांग्रेस से बिल्कुल अलग है. बीजेपी में प्रतिदिन जनसंपर्क होता है. ऐसी व्यवस्था किसी अन्य पार्टी में नहीं है. बीजेपी के कार्यकर्ताओं को महीने में 20 दिन एक टास्क मिलता है. टास्क की मॉनिटरिंग भी की जाती है. यही नहीं तमाम मुद्दों को लेकर जनता के दरवाजे तक जाना उनसे संपर्क रखना ही बीजेपी की कामयाबी का बड़ा कारण है. ये पार्टी जनता के घर-घर तक पहुंची हुई पार्टी है.

Intro:नोट - फीड ftp से भेजी गई है.....
uk_deh_03_reason_for_leaving_congress_vis_7205803


उत्तर प्रदेश में महिला कांग्रेस अध्यक्ष की कमान संभाल चुकी रीता बहुगुणा जोशी ने अक्टूबर 2016 में कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। वही रीता बहुगुणा जोशी ने कांग्रेस का साथ छोड़ने की असल वजह ईटीवी भारत से साझा की है। 


Body:ईटीवी भारत से बातचीत में रीता बहुगुणा ने बताया कि कांग्रेस पार्टी में राहुल गांधी का दृष्टिकोण स्पष्ट नहीं था वह क्या चाहते थे पार्टी से। यही नहीं पूरे पार्टी में अस्थिरता आ गई थी जिस वजह से पार्टी सिकुड़ती चली गई। तब तक नरेंद्र मोदी रास्ट्रीय स्तर पर हाइक हो गए। यही नहीं नरेंद्र मोदी के आने तक बीजेपी में लीडरशिप की कोई उम्मीद नहीं थी। लेकिन नरेंद्र मोदी के आने के बाद पता चला की भाजपा का रवैया इंटरनेशनल, नेशनल पॉलिटिकल राष्ट्रीय हित में है और कांग्रेस का अब कोई फ्यूचर नहीं है। 


मोदी के कुशल नेतृत्व के चलते थामा बीजेपी का दामन...

साथ ही बताया कि ऐसे में उनको एक नेशनल पार्टी चुननी थी। ऐसे में फिर डेवलपमेंट एजेंटे, नेशनल इश्यूज के एजेंडे पर भाजपा का दामन थामा। क्योंकि लोकतंत्र में सबसे बड़ा माउंटेन जनता है और जब 90 फीसदी की जनता नरेंद्र मोदी को सबसे कुशल नेतृत्व मानती है। और वो भी जनता में ही है। इसलिए भाजपा का दामन थामा है। 


कांग्रेस मात्र केंद्रीकरण तक है सीमित.......

कांग्रेस में बहुत केंद्रीकरण है और वह निर्णय लेने की छूट नहीं है। और हमेशा अंकुश लगा रहता है। साथ ही बताया कि कांग्रेस छोड़ने के बाद बीजेपी में आने में पता चला भाजपा इतना आगे और कांग्रेस इतना पीछे क्यों चली गई है। इसकी वजह यह है कि कांग्रेस में जनसंपर्क पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया और बस नेताओं के कंधे पर चढ़कर राजनीति करते रहे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण है कि किसी भी जगह वहां का लीडर जब उस क्षेत्र में जाएगा तभी उस क्षेत्र का वर्कर लीडर के साथ जाएगा। प्रदेश मुख्यमंत्री हैं लेकिन जब मंत्री आ जाएंगे तभी मुख्यमंत्री जाएंगे जय नहीं प्रधानमंत्री जब आएंगे तब प्रदेश के पदाधिकारी सक्रिय होंगे।


भाजपा में प्रतिदिन होता है जनसंपर्क........

लेकिन भाजपा में ऐसा बिल्कुल नहीं है भाजपा में प्रतिदिन जनसंपर्क होता है और ऐसी व्यवस्था किसी अन्य पार्टी में नहीं है। भाजपा में महीने के 20 दिन सभी कार्यकर्ताओं को एक टास्क मिलता है और वह टास्क मॉनिटर भी किया जाता है। यही नहीं तमाम मुद्दों को लेकर जनता के दरवाजे तक जाना उनसे संपर्क रखना ही भाजपा के सक्सेस का सबसे बड़ा कारण है। और ये पार्टी जनता के घर घर तक पहुची हुई पार्टी है। 




Conclusion:
Last Updated : Nov 25, 2019, 11:35 PM IST
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