ऋषिकेश: नगर निगम ने स्वच्छता मुहिम को लेकर 50 हजार डस्टबिन बांटने के अभियान की शुरूआत कर दी है. इसके साथ ही तीर्थ नगरी को मॉडल शहर बनाने की ओर नगर निगम ने कदम आगे बढ़ा दिए हैं.
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नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 में अव्वल आने के संकल्प के साथ ही ऋषिकेश को उत्तराखंड के सबसे स्वच्छ और खूबसूरत शहर बनाने के लिए एक विजन के साथ मुहिम चलाई जा रही है. घरों की गंदगी सड़कों पर नजर ना आए इसके लिए निगम क्षेत्र के प्रत्येक घर में निगम की ओर से दो-दो निशुल्क डस्टबिन दिए जाएंगे. जिसमें लोगों को सूखा और गीला कूड़ा अलग-अलग डालकर रोजाना निगम के स्वच्छता वाहन में डालना होगा.
स्वच्छता वाहन में जीपीएस सिस्टम के अलावा हाईटेक तकनीक का इस्तेमाल भी किया जाएगा. जिसके जरिए नियमित रूप से निगम के वाहन घर-घर तक पहुंचकर कूड़ा एकत्र करेंगे. अब शहर वासियों को कूड़ा इधर-उधर ना फेंककर उदाहरण पेश करना है. महापौर ने बताया कि कूड़े के निस्तारण के लिए यूएनडीपी एचडीएफसी बैंक के माध्यम से निस्तारण प्लांट लगा दिया गया है.
गीले कूड़े के निस्तारण के लिए कंपोस्ट पिट बनाए जा रहे हैं, जिससे खाद बनाई जा सकेगी. उन्होंने आगे कहा कहा कि शहर को स्वच्छ रखना प्रत्येक नागरिक का दायित्व है, इसमें सूखा कूड़ा और गीले कूड़े को अलग-अलग डस्टबिन में रखकर निगम की गाड़ी में डालें और एक जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज अदा करें.