देहरादून: उत्तराखंड चारधाम यात्रा का सभी को बेसब्री से इंतजार है. इस बार प्रदेश में 3 मई से यात्रा सीजन शुरू हो रहा है. चारधाम यात्रा में किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. वहीं, उत्तराखंड में नई सरकार गठन के बाद सरकार का पहला टास्क यात्रा सीजन का सफल संचालन है. वहीं इसको लेकर शासन-प्रशासन और स्थानीय स्तर पर भी तैयारियां शुरू कर दी गई है. इसी कड़ी में चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में भी तैयारियां अपने चरम पर हैं.
ऋषिकेश की मेयर अनिता ममगाईं ने कहा कि ऋषिकेश पूरी तरह से श्रद्धालुओं के लिए तैयार है और यहां पर सभी व्यवस्थाएं पूरी की जा रही है. जिस तरह से पिछले 2 सालों से लगातार कोरोना महामारी के चलते चारधाम यात्रा सुचारू ढंग से नहीं चल पाई है, लेकिन अब कोरोना का असर कम होते ही इस बार भव्य यात्रा सीजन की उम्मीद की जा रही है. जिसको लेकर यात्रा के पहले पड़ाव ऋषिकेश में यात्रियों के रुकने के लिए सार्वजनिक व्यवस्था है. साथ ही रेन बसेरा स्वच्छता आदि पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि 2019-20 स्वच्छता सर्वेक्षण में ऋषिकेश के मानक पर पूरे उत्तराखंड में पहले स्थान पर रहा है. वहीं पूरे देश में संतों की भूमि ऋषिकेश का स्थान 53वां रहा है. उन्होंने कहा कि ऋषिकेश नगर निगम का लगातार फोकस है कि सफाई व्यवस्था को दुरुस्थ रखा जाए और जिस तरह से लोग अपने मन में ऋषिकेश को लेकर कल्पना करते हैं उसी तरह से जब वह यहां आए तो उनको देखने को मिले. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय योग कैपिटल भी है. जिसके चलते यहां पर देश-विदेश से भी लोग आते हैं और इसलिए यहां की भूमिका बेहद बढ़ जाती है. इस को ध्यान में रखते हुए सभी तैयारियां की जा रही है.