ऋषिकेश: शहरी क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं को मुकम्मल करने के लिए नगर निगम का प्रशासन आय स्रोत को और विकसित करने में लगा है. इसका रिजल्ट भी अब सामने है. बीटीसी पार्किंग(Rishikesh BTC Parking) का अभीतक वार्षिक ठेका अधिकतम करीब 55 लाख रुपए में हुआ था, जबकि, इस बार यह दोगुनी कीमत यानी करीब एक करोड़ 21 लाख रुपए में हुआ है. नगर निगम गठन के बाद यह पहला ऐसा मौका है, जिसमें किसी स्रोत से दोगुनी आय का रास्ता साफ हुआ है.
संयुक्त यात्रा बस ट्रांजिट कंपाउंड (बीटीसी) पार्किंग को 55 लाख रुपए से एक करोड़ 21 लाख रुपए तक ले जाने में अधिशासी अभियंता विनोद जोशी की भूमिका अहम बताई जा रही है. बता दें कोरोना काल में नगर निगम प्रशासन को भी आय स्रोत से राजस्व नहीं मिलने से नुकसान हुआ था. नगरपालिका से निगम बनने के बाद समीपवर्ती दो ग्रामसभाओं को इसमें मर्ज किया गया, बावजूद, सुविधाओं के लिए बजट की कमी बातें अक्सर सामने आती रही.
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उदाहरण के तौर पर चारधाम यात्रा के लिए ही नगर निगम को साफ-सफाई व अन्य इंतजामों के बाबत मांग अनुरूप बजट नहीं मिला. यात्रा प्रशासन संगठन ने महज 10 लाख रुपए की धनराशि ही निगम को यात्रा व्यवस्थाओं के लिए जारी की. अधिशासी अभियंता विनोद जोशी ने बताया पार्किंग के टेंडर के लिए पांच एजेंसियों ने टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिया. पार्किंग के ठेके का बेस प्राइज 80 लाख रुपए निर्धारित किया गया था. आमंत्रित किए गए निविदा में उत्तराखंड की ही एक एजेंसी से ऊंची बोली मिलने पर 1 करोड़ 21 लाख रुपए में यह ठेका वर्ष 2022-2023 के लिए उन्हें दिया गया है. अब इसमें एजेंसी से एग्रीमेंट संबंधी कार्यवाही गतिमान है.