देहरादून: मुख्यसचिव कार्यालय में शुक्रवार को मुख्य सचिव एसएस संधू की मौजूदगी में 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन को लेकर समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें आयोजन की पूरी रणनीति पर चर्चा की गई. विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने नेशनल गेम्स को लेकर प्रदेश में चल रही तैयारियों को लेकर सभी को जानकारी दी, तो राष्ट्रीय खेलों के संदर्भ में खेल निदेशक जितेंद्र सोनकर ने विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया.
नेशनल गेम्स के लिहाज से चल रही तैयारियों पर हुई चर्चा: प्रस्तुतीकरण में पिछले 4 नेशनल गेम्स का तुलनात्मक विश्लेषण किया गया. साथ ही राज्य में नेशनल गेम्स के लिहाज से चल रही तैयारियों और अवस्थापना विकास, ट्रांसपोर्ट, सुरक्षा, चिकित्सा और वॉलंटियर आदि पर विस्तार से जानकारियां सांझा की गई. इसके अलावा खेलों के आयोजन को भव्य बनाने हेतु रोड मैप प्रस्तुत किया गया.
IOA की संयुक्त सचिव अलकनंदा अशोक हुई शामिल: बैठक में इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की प्रतिनिधि के रूप में IOA की संयुक्त सचिव अलकनंदा अशोक मौजूद रहीं और उन्होंने गेम शेड्यूल प्रोग्राम को IOA के साथ कॉर्डिनेटर करने का सुझाव दिया. साथ ही उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन से महासचिव डी.के सिंह ने बैठक में सुझाव दिया कि ओपनिंग सेरेमनी और क्लोजिंग सेरेमनी दोनों अलग-अलग जगहों पर की जाए, तो ज्यादा बेहतर रहेगा.
मुख्य सचिव ने विभागों से कार्य योजना तैयार करने की कही बात: मुख्य सचिव ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों में पूरे देश के खिलाड़ी प्रतिभाग करते हैं, इसलिए इस मौके पर हमें कोशिश करनी चाहिए कि उत्तराखंड आने वाला हर एक व्यक्ति उत्तराखंड की एक अच्छी छवि और मेमोरी लेकर अपने साथ वापस जाए. जिसमें उत्तराखंड की संस्कृति और यहां की प्रकृति महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. इसके लिए विभागों को आपस में कार्य योजना तैयार करनी होगी.
PWD को आयोजन वाले स्थानों पर कार्य करने के आदेश: लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को भी कहा गया कि वह खेलों के आयोजन वाले स्थानों पर कार्य करें, ताकि किसी भी तरह की बांधा ना हो. साथ ही चिकित्सा विभाग को तैयार रहने के लिए कहा गया है. जिसमें एंटी डोपिंग के संबंध में चिकित्सा विभाग के महत्व कार्रवाई होनी है. इसको लेकर भी आवश्यक दिशा निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए गए हैं.
उत्तराखंड पहली बार नेशनल गेम्स की करेगा मेजबानी: चीफ सेक्रेटरी एसएस संधू ने कहा कि उत्तराखंड में प्रस्तावित आगामी नेशनल गेम्स उत्तराखंड की राष्ट्रीय और वैश्विक छवि के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है और यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि उत्तराखंड पहली बार नेशनल गेम्स की मेजबानी करेगा. ऐसे में इस आयोजन की भव्यता और गरिमा में किसी भी तरह की कमी ना रहे इसको लेकर पूरी तैयारी गंभीरता से की जाएं.
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