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ऋषिकेश: फुटकर फल-सब्जी विक्रेताओं को नहीं लगाने दी जा रही दुकान, खड़ा हुआ रोजी-रोटी का संकट

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Published : Jul 4, 2020, 7:31 PM IST

फुटकर सब्जी-फल विक्रेताओं ने आरोप लगाया है कि नगर निगम प्रशासन उनकी आजीविका छिनना चाहता है. ऐसे में छोटे सब्जी व्यापारी आंदोलन की राह पर हैं. उन्होंने 6 जुलाई को एसडीएम कार्यालय में गिरफ्तारी देने का एलान भी कर दिया है.

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फुटकर फल-सब्जी विक्रेताओं को नहीं लगाने दी जा रही दुकान

ऋषिकेश: तीर्थनगरी में फुटकर फल-सब्जी विक्रेताओं ने नगर निगम प्रशासन पर उन्हें बेरोजगार करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि कोरोना महामारी में जान की परवाह न करते हुए लोगों को फल-सब्जी उपलब्ध कराने की सजा उन्हें बेरोजगार कर दी जा रही है. फुटकर फल-सब्जी विक्रेताओं ने आरोप लगाया कि निगम के अधिकारी उन्हें भूखों मारना चाहते हैं.

देश-दुनिया में कोरोना महामारी फैली तो केंद्र सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया. ऋषिकेश में भी इसका सख्ती से पालन करवाया गया. यहां महज फल-सब्जी और राशन की दुकान खोलने की अनुमति दी गई. इस बीच ऋषिकेश के फुटकर फल-सब्जी विक्रेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो गज की दूरी है जरूरी का पालन करते हुए जान हथेली पर रखकर नेशनल हाईवे के किनारे दुकानें लगाकर लोगों को फल-सब्जी उपलब्ध कराई.

फुटकर फल-सब्जी विक्रेताओं को नहीं लगाने दी जा रही दुकान

पढ़ें- लेह में गरजे पीएम मोदी, उत्तराखंड के इस अधिकारी ने की अगवानी

अनलॉक में छूट मिलने के बाद प्रशासन ने शहर की छोटी सब्जी मंडी को कोई राहत नहीं दी. लिहाजा, कई वर्षों से जीवनीमाई रोड पर फल-सब्जी बेचकर परिवार का पेट भरने वाले छोटे व्यापारियों के आगे अब बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है. शहर में जीवनीमाई रोड पर लगने वाली छोटी मंडी को लेकर नगर निगम प्रशासन छोटे सब्जी विक्रेताओं को यह दलील देकर दुकान नहीं लगाने दे रहा है कि यहां सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं होगा.

पढ़ें- खटीमा: मांगों को लेकर आशा वर्कर्स ने किया प्रदर्शन, सीएमओ को सौंपा ज्ञापन

हालांकि, उनके रोजगार को चलाने के लिए अन्यंत्र कोई इंतजाम भी होता नहीं दिख रहा है. ऐसे में कई दिनों से बेरोजगार बैठे फल-सब्जी विक्रेताओं की मानें तो उनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है. छोटे व्यापारियों का सवाल है कि आखिर क्यों उन्हें पुरानी जगह पर दुकानें लगाने की इजाजत नहीं दी जा रही है, जबकि वह हर नियम को मानने को तैयार हैं.

पढ़ें- लेह में गरजे पीएम मोदी, उत्तराखंड के इस अधिकारी ने की अगवानी

बेरोजगारी के कगार पर खड़े शहर के फुटकर फल-सब्जी विक्रेता अब गुस्से में हैं. उन्हें न कहीं सब्जी की दुकान लगाने की जगह दी जा रही है और न ही पुरानी जगह पर बैठने दिया जा रहा है. ऐसे में उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. फुटकर सब्जी-फल विक्रेताओं ने आरोप लगाया है कि नगर निगम प्रशासन उनकी आजीविका छिनना चाहता है. ऐसे में छोटे सब्जी व्यापारी आंदोलन की राह पर हैं. उन्होंने 6 जुलाई को एसडीएम कार्यालय में गिरफ्तारी देने का एलान भी कर दिया है.

ऋषिकेश: तीर्थनगरी में फुटकर फल-सब्जी विक्रेताओं ने नगर निगम प्रशासन पर उन्हें बेरोजगार करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि कोरोना महामारी में जान की परवाह न करते हुए लोगों को फल-सब्जी उपलब्ध कराने की सजा उन्हें बेरोजगार कर दी जा रही है. फुटकर फल-सब्जी विक्रेताओं ने आरोप लगाया कि निगम के अधिकारी उन्हें भूखों मारना चाहते हैं.

देश-दुनिया में कोरोना महामारी फैली तो केंद्र सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया. ऋषिकेश में भी इसका सख्ती से पालन करवाया गया. यहां महज फल-सब्जी और राशन की दुकान खोलने की अनुमति दी गई. इस बीच ऋषिकेश के फुटकर फल-सब्जी विक्रेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो गज की दूरी है जरूरी का पालन करते हुए जान हथेली पर रखकर नेशनल हाईवे के किनारे दुकानें लगाकर लोगों को फल-सब्जी उपलब्ध कराई.

फुटकर फल-सब्जी विक्रेताओं को नहीं लगाने दी जा रही दुकान

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अनलॉक में छूट मिलने के बाद प्रशासन ने शहर की छोटी सब्जी मंडी को कोई राहत नहीं दी. लिहाजा, कई वर्षों से जीवनीमाई रोड पर फल-सब्जी बेचकर परिवार का पेट भरने वाले छोटे व्यापारियों के आगे अब बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है. शहर में जीवनीमाई रोड पर लगने वाली छोटी मंडी को लेकर नगर निगम प्रशासन छोटे सब्जी विक्रेताओं को यह दलील देकर दुकान नहीं लगाने दे रहा है कि यहां सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं होगा.

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हालांकि, उनके रोजगार को चलाने के लिए अन्यंत्र कोई इंतजाम भी होता नहीं दिख रहा है. ऐसे में कई दिनों से बेरोजगार बैठे फल-सब्जी विक्रेताओं की मानें तो उनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है. छोटे व्यापारियों का सवाल है कि आखिर क्यों उन्हें पुरानी जगह पर दुकानें लगाने की इजाजत नहीं दी जा रही है, जबकि वह हर नियम को मानने को तैयार हैं.

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बेरोजगारी के कगार पर खड़े शहर के फुटकर फल-सब्जी विक्रेता अब गुस्से में हैं. उन्हें न कहीं सब्जी की दुकान लगाने की जगह दी जा रही है और न ही पुरानी जगह पर बैठने दिया जा रहा है. ऐसे में उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. फुटकर सब्जी-फल विक्रेताओं ने आरोप लगाया है कि नगर निगम प्रशासन उनकी आजीविका छिनना चाहता है. ऐसे में छोटे सब्जी व्यापारी आंदोलन की राह पर हैं. उन्होंने 6 जुलाई को एसडीएम कार्यालय में गिरफ्तारी देने का एलान भी कर दिया है.

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