रानीखेत: अल्मोड़ा जिले में बीते दिनों भारी बारिश से कई भवन भूस्खलन से खतरे की जद में आए गए, बारिश थमने के बाद अब इन भूस्खलन के ट्रीटमेंट के लिए योजना बनाई जा रही है. इसी कड़ी में रानीखेत विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल ने भूस्खलन की जद में आए सरकारी हॉस्पिटल का निरीक्षण कर अधिकारियों को निर्देशित किया. साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद बनाने के निर्देश दिए.
विधायक डॉ. प्रमोद नैनवाल ने आपदा से खतरे की जद में आए गोविंद सिंह माहरा राजकीय अस्पताल का निरीक्षण किया. उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं और अस्पताल प्रशासन को दीर्घकालिक योजना बनाने, निकासी की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए. विधायक ने आपदाग्रस्त अस्पताल के भवन तथा इसके नीचे बने मीना बाजार का भी निरीक्षण किया. रानीखेत विधायक ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. विधायक ने कहा कि चिकित्सालय भवन को भूस्खलन से खासा नुकसान पहुंचा है.
उन्होंने सुरक्षा दीवार के लिए शीघ्र डीपीआर बनाने तथा शासन को भेजने के निर्देश दिए. उन्होंने लोक निर्माण विभाग को अस्पताल भवन में भूस्खलन रोकने के लिए दीर्घकालिक योजना बनाने को कहा है. विधायक ने चिकित्सालय में वार्डों में जाकर मरीजों का हाल जाना. विधायक ने कहा कि शुक्रवार से ओपीडी में दो काउंटर लगाए जाएंगे, जिससे मरीजों को आसानी हो सके. उन्होंने अस्पताल में अपशिष्ट सामग्री के निस्तारण के लिए स्थान तय किये जाने के भी निर्देश दिए.
बता दें कि रानीखेत में गोविंद सिंह माहरा राजकीय चिकित्सालय भूस्खलन की जद में आने के बाद खाली करा दिया गया था. जिसके बाद मरीजों को अन्यत्र हॉस्पिटल में शिफ्ट करना पड़ा था. हालात सामान्य होने के बाद मरीजों को फिर हॉस्पिटल में लाया गया. जिसके बाद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व भूगर्भ वैज्ञानिकों ने भी भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया था.
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