ETV Bharat / state

CM की छापेमारी के बाद बदला देहरादून RTO का माहौल, हो रहे तेजी से काम, हाजिरी भी बढ़ी - Reality check after raid of CM Dhami in Dehradun RTO office

देहरादून आरटीओ कार्यालय का माहौल इन दिनों बदला-बदला नजर आ रहा है. अब देहरादून आरटीओ (Changed atmosphere of Dehradun RTO office) कार्यालय में अधिकतर काउंटर पर कर्मचारी काम करते नजर आ रहे हैं. इसके साथ ही परिसर से दलाल भी गायब हैं. सबसे बड़ी बात आरटीओ कार्यालय में बिना किसी देरी के जनता के काम हो रहे हैं. ये सब सीएम धामी की छापेमारी (CM Dhami raids Dehradun RTO office) के बाद हुआ है.

Changed atmosphere of Dehradun RTO office
CM की छापेमारी के बाद बदला देहरादून RTO का माहौल
author img

By

Published : May 23, 2022, 5:18 PM IST

Updated : May 23, 2022, 5:29 PM IST

देहरादून: राजधानी देहरादून के संभागीय परिवहन कार्यालय (RTO) में पिछले दिनों मुख्यमंत्री के औचक निरीक्षण के बाद गजब का सुधार आया है. छापेमारी के बाद जनता से जुड़े RTO के कामकाज में गति आई है. काउंटर से नदारद रहने वाले अधिकारी अब यहां काम करते देखे जा रहे हैं. अब यहां जनता के काम आसानी से हो रहे हैं. फाइलों का निस्तारण जल्दी-जल्दी किया जा रहा है. जिससे लोगों को राहत मिल रही है. इतना ही नहीं बिना दलालों के जो काम RTO दफ्तर में नहीं होते थे, वो भी अब होने लगे हैं. मुख्यमंत्री की फटकार के बाद कामों की रफ्तार ने भी यहां गति पकड़ी है. मुख्यमंत्री के इस कदम से आये सुधार की लोग सराहना कर रहे है.

समय से ऑफिस आ रहे कर्मचारी: बता दें देहरादून के आरटीओ कार्यालय में 50 कर्मचारी स्थायी रूप से और 13 कर्मचारी उपनल संविदा के रूप में कार्यरत हैं. मुख्यमंत्री के औचक निरीक्षण के बाद अब अधिकांश कर्मचारी-अधिकारी सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक जनता के कार्यों को बिना देरी किये तेजी से निपटा रहे हैं. पूछताछ काउंटर से लेकर आरटीओ तक के अधिकारी निजी और व्यवसायिक वाहनों से जुड़ी शिकायतों, समस्याओं और उनके निस्तारण को लेकर अब मुस्तैदी से जुटे हैं.

CM की छापेमारी के बाद बदला देहरादून RTO का माहौल

पढे़ं- कर्ज के बोझ में दबता उत्तराखंड, खाली तिजोरी पर देनदारी भारी, वित्तीय हालात चिंताजनक

जनता को मिली बड़ी राहत: मुख्यमंत्री धामी की सख्ती के बाद देहरादून आरटीओ के लाइसेंस काउंटर से लेकर ट्रांसफर, नवीनीकरण, फिटनेस, नंबर प्लेट और मनचाहे नंबर लेने जैसे तमाम तरह के निजी और व्यवसायिक वाहनों से जुड़े कार्य काफी हद तक बिना दलालों के करते नजर आ रहे हैं. देहरादून इंदिरानगर के सीनियर सिटीजन सूरजभान चौहान ने बताया कि वह अपनी निजी लग्जरी वाहन का नवीनीकरण करने के लिए जैसे ही आज आरटीओ पहुंचे वैसे ही अलग-अलग काउंटर में उनके काम फटाफट होते गए. जबकि पहले काउंटर पर न तो कर्मचारी मिलते थे और ना ही बिना दलाल के कुछ काम होता था. लेकिन, अब मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद जिस तरह से जनता से जुड़े कार्य आरटीओ में तेजी से हो रहे हैं, उससे जनता को बड़ी राहत मिल रही है.

कर्मचारियों की उपस्थिति की हो रही निगरानी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून RTO में अधिकारियों और कर्मचारियों को समय से ऑफिस आने के साथ कामों को निपटाने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही लापरवाह लोगों पर भी विभागीय कार्रवाई की बात भी सीएम धामी ने कही. मामले में RTO (E) सुनील शर्मा का भी मानना है कि सीएम के कड़े रुख के बाद अब कार्यालय में सुबह 10 बजे से 5 तक जनसेवा के लिए अधिकांश कर्मचारी अधिकारी समय पर पहुंच रहे हैं. इसके लिए बायोमेट्रिक और फिर रजिस्टर में हस्ताक्षर कर कर्मचारियों की उपस्थिति पर निगरानी की जा रही है.

पढे़ं- Haj Pilgrims 2022: हज यात्रियों पर कोई आर्थिक बोझ नहीं, अतीत का धोखा उजागर: नकवी

हालांकि, कुछ कर्मचारी बीमारी या अन्य व्यक्तिगत समस्याओं के कारण अवकाश पर रहते हैं. लेकिन उनके प्रार्थना पत्र के आधार पर अलग-अलग काउंटर पर उनकी जगह अन्य कर्मचारियों की व्यवस्था की जा रही है. आरटीओ सुनील शर्मा के मुताबिक अब बायोमेट्रिक के जरिए अधिकारियों और कर्मचारियों की कड़ी मॉनिटरिंग की जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा RTO कार्यालय में जिन कर्मचारियों को शिकायतें सामने आ रही हैं. उनके निस्तारण के लिए भी निर्देशित किया जा चुका है. साथ ही किसी भी मामले में लापरवाही न बरतने के निर्देश भी दिये गये है.

देहरादून: राजधानी देहरादून के संभागीय परिवहन कार्यालय (RTO) में पिछले दिनों मुख्यमंत्री के औचक निरीक्षण के बाद गजब का सुधार आया है. छापेमारी के बाद जनता से जुड़े RTO के कामकाज में गति आई है. काउंटर से नदारद रहने वाले अधिकारी अब यहां काम करते देखे जा रहे हैं. अब यहां जनता के काम आसानी से हो रहे हैं. फाइलों का निस्तारण जल्दी-जल्दी किया जा रहा है. जिससे लोगों को राहत मिल रही है. इतना ही नहीं बिना दलालों के जो काम RTO दफ्तर में नहीं होते थे, वो भी अब होने लगे हैं. मुख्यमंत्री की फटकार के बाद कामों की रफ्तार ने भी यहां गति पकड़ी है. मुख्यमंत्री के इस कदम से आये सुधार की लोग सराहना कर रहे है.

समय से ऑफिस आ रहे कर्मचारी: बता दें देहरादून के आरटीओ कार्यालय में 50 कर्मचारी स्थायी रूप से और 13 कर्मचारी उपनल संविदा के रूप में कार्यरत हैं. मुख्यमंत्री के औचक निरीक्षण के बाद अब अधिकांश कर्मचारी-अधिकारी सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक जनता के कार्यों को बिना देरी किये तेजी से निपटा रहे हैं. पूछताछ काउंटर से लेकर आरटीओ तक के अधिकारी निजी और व्यवसायिक वाहनों से जुड़ी शिकायतों, समस्याओं और उनके निस्तारण को लेकर अब मुस्तैदी से जुटे हैं.

CM की छापेमारी के बाद बदला देहरादून RTO का माहौल

पढे़ं- कर्ज के बोझ में दबता उत्तराखंड, खाली तिजोरी पर देनदारी भारी, वित्तीय हालात चिंताजनक

जनता को मिली बड़ी राहत: मुख्यमंत्री धामी की सख्ती के बाद देहरादून आरटीओ के लाइसेंस काउंटर से लेकर ट्रांसफर, नवीनीकरण, फिटनेस, नंबर प्लेट और मनचाहे नंबर लेने जैसे तमाम तरह के निजी और व्यवसायिक वाहनों से जुड़े कार्य काफी हद तक बिना दलालों के करते नजर आ रहे हैं. देहरादून इंदिरानगर के सीनियर सिटीजन सूरजभान चौहान ने बताया कि वह अपनी निजी लग्जरी वाहन का नवीनीकरण करने के लिए जैसे ही आज आरटीओ पहुंचे वैसे ही अलग-अलग काउंटर में उनके काम फटाफट होते गए. जबकि पहले काउंटर पर न तो कर्मचारी मिलते थे और ना ही बिना दलाल के कुछ काम होता था. लेकिन, अब मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद जिस तरह से जनता से जुड़े कार्य आरटीओ में तेजी से हो रहे हैं, उससे जनता को बड़ी राहत मिल रही है.

कर्मचारियों की उपस्थिति की हो रही निगरानी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून RTO में अधिकारियों और कर्मचारियों को समय से ऑफिस आने के साथ कामों को निपटाने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही लापरवाह लोगों पर भी विभागीय कार्रवाई की बात भी सीएम धामी ने कही. मामले में RTO (E) सुनील शर्मा का भी मानना है कि सीएम के कड़े रुख के बाद अब कार्यालय में सुबह 10 बजे से 5 तक जनसेवा के लिए अधिकांश कर्मचारी अधिकारी समय पर पहुंच रहे हैं. इसके लिए बायोमेट्रिक और फिर रजिस्टर में हस्ताक्षर कर कर्मचारियों की उपस्थिति पर निगरानी की जा रही है.

पढे़ं- Haj Pilgrims 2022: हज यात्रियों पर कोई आर्थिक बोझ नहीं, अतीत का धोखा उजागर: नकवी

हालांकि, कुछ कर्मचारी बीमारी या अन्य व्यक्तिगत समस्याओं के कारण अवकाश पर रहते हैं. लेकिन उनके प्रार्थना पत्र के आधार पर अलग-अलग काउंटर पर उनकी जगह अन्य कर्मचारियों की व्यवस्था की जा रही है. आरटीओ सुनील शर्मा के मुताबिक अब बायोमेट्रिक के जरिए अधिकारियों और कर्मचारियों की कड़ी मॉनिटरिंग की जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा RTO कार्यालय में जिन कर्मचारियों को शिकायतें सामने आ रही हैं. उनके निस्तारण के लिए भी निर्देशित किया जा चुका है. साथ ही किसी भी मामले में लापरवाही न बरतने के निर्देश भी दिये गये है.

Last Updated : May 23, 2022, 5:29 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.