देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (uttarakhand assembly election 2022) के लिए कुछ ही समय शेष रह गया है. ऐसे में सभी दल जोड़तोड़ की राजनीति में जुटे हैं. इसी क्रम में राष्ट्रीय लोकदल (Rashtriya Lok Dal uttarakhand ) ने भी प्रदेश में अपनी हुंकार भरी है. आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय लोकदल प्रदेश के 3 जिलों में फोकस कर रहा है, जिसमें हरिद्वार, उधमसिंह नगर और देहरादून शामिल है.
राष्ट्रीय लोकदल उत्तराखंड के प्रभारी राम मेहर सिंह गुर्जर का कहना है कि इन 3 जिलों में राष्ट्रीय लोकदल अपने जिताऊ और टिकाऊ कैंडिडेट चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी कर रहा है. 15 तारीख तक प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी. जिसमें बताया जाएगा कि किन प्रत्याशियों को कहां-कहां से चुनावी मैदान में उतारना है. इस दौरान दल के प्रभारी राम मेहर ने भाजपा सरकार को झूठ बोलने में रिकॉर्ड तोड़ने वाली सरकार करार दिया. उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लोग मोदी सरकार से खफा हैं.
उन्होंने तीन कृषि कानूनों को लेकर आंदोलनरत रहे किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि देशभर के किसान दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन करते रहे, तब जाकर मोदी सरकार ने 1 साल के करीब देश से माफी मांगते हुए तीन कृषि कानून वापस लिया. लेकिन यह दुर्भाग्य है कि भाजपा झूठ बोलने में रिकॉर्ड तोड़ रही है. उन्होंने कहा कि हाल ही में नागपुर में देश के कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर का एक बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि हमने एक कदम वापस ले लिया लेकिन हम तीन कृषि कानून वापस लाने का काम करेंगे. इससे जाहिर होता है कि इनके हाथों में आज देश सुरक्षित नहीं है.
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राष्ट्रीय लोकदल उत्तराखंड के प्रभारी ने गठबंधन किए जाने के सवाल पर कहा कि आने वाली सरकार बगैर लोकदल के नहीं बन सकती है. ऐसे में उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव में गठबंधन से इनकार नहीं किया है.