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हरीश रावत पर दिए बयान पर झुकने को तैयार नहीं रणजीत रावत, इशारों-इशारों में फिर साधा निशाना

उत्तराखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्‍यक्ष रणजीत रावत हार के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं. ऐसे में पार्टी द्वारा कांग्रेसी नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. लेकिन रणजीत रावत झुकने के लिए तैयार नहीं हैं. उन्होंने फिर हरीश रावत पर निशाना साधा है.

Ranjit Singh Rawat
रणजीत सिंह रावत
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Published : Mar 23, 2022, 12:36 PM IST

Updated : Mar 23, 2022, 1:19 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Election) में मिली करारी शिकस्‍त के बाद प्रदेश कांग्रेस के भीतर तूफान मचा हुआ है. वहीं पार्टी के वरिष्‍ठ नेता एक दूसरे पर हार ठीकरा फोड़ रहे हैं. उत्तराखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्‍यक्ष रणजीत रावत हार के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं. ऐसे में पार्टी द्वारा कांग्रेसी नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. लेकिन रणजीत रावत झुकने के लिए तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा है कि पार्टी में सिस्टम ठीक होना चाहिए. पार्टी में एक विधान, एक संविधान होता है तो जिन-जिन लोगों ने बयान दिए हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.

उत्तराखंड कांग्रेस में हार का ठीकरा एक दूसरे पर फोड़ने की कोशिश की जा रही है और कांग्रेसी नेता एक दूसरे पर हार को लेकर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने तो पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लगाया. वहीं हरीश रावत ने भी साफ कर दिया है कि यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए. ऐसे में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे कांग्रेसी नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.

हरीश रावत पर दिए बयान पर झुकने को तैयार नहीं रणजीत रावत.

इस मामले में केंद्रीय पर्यवेक्षक अविनाश पांडे का कहना है कि पद पर बैठे हुए लोगों को इस तरह के बयान देने से बचना होगा. उन्होंने बताया कि रणजीत रावत पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है. अविनाश पांडे का कहना है कि बहुत ही गैर जिम्मेदाराना बयान था, उन्होंने कहा कि पार्टी अनुशासन को लेकर पूरी तरह से तटस्थ है, चाहे कोई भी कितना बड़ा नेता है, अगर वह पार्टी का अनुशासन को लांघता है तो उसे पार्टी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी.

पढ़ें-हरीश रावत पर टिकट के बदले पैसे लेने का आरोप, रणजीत रावत बोले- 2-4 कहानियां और आएंगी सामने

कांग्रेस के कार्यकारी अध्‍यक्ष रणजीत रावत ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि बीजेपी को 'वाकओवर' देने की बात हो या 'मोदी तुझ से बैर नहीं, भाजपा तेरी खैर नहीं' जैसी जितनी भी बयानबाजी हुई हैं, उनमें कार्रवाई की है तो निश्चित तौर पर मेरे खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए. आज भी आप कार्रवाई करते हैं मैं अपने को सौभाग्यशाली महसूस करूंगा की पार्टी को ठीक करने के लिए मेरा इस्तेमाल हुआ.

पार्टी में सिस्टम ठीक होना चाहिए. पार्टी में एक विधान, एक संविधान पार्टी में होता है तो जिन-जिन लोगों ने बयान दिए हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए. पार्टी ने एक बार नहीं कई बार कहा है कि सामूहिक नेतृत्व में चुनाव होगा, उसके बाद भी बड़े-बड़े पदों पर बैठे लोगों ने कहा कि सीएम चेहरा घोषित होना चाहिए, ये सारी चीजें उसमें लेनी चाहिए. मैं व्यक्ति रूप से कह रहा हूं और जिम्मेदारी ले रहा हूं कि जो भी कार्रवाई होगी उसका स्वागत करूंगा.

दरअसल, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर पैसे लेकर टिकट बांटने के आरोपों के बाद पार्टी ने इसे गैर जिम्मेदाराना बयान बताया है. इसके लिए रणजीत रावत को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है. पार्टी का साफ तौर पर कहना है कि चाहे कोई कितनी भी बड़े पद पर बैठा हुआ नेता हो, यदि वह अनुशासन को लांघता है तो उसे पार्टी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने वाली है.

रणजीत रावत का पहला बयान: वहीं हार के बाद कांग्रेस प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत ने हरीश रावत पर गंभीर आरोप लगाए. रणजीत सिंह रावत ने कहा था कि हरीश रावत बड़ी मासूमियत से झूठ बोलते हैं. किसी भी नए राजनीतिक कार्यकर्ता को अफीम चटाते हैं, फिर सम्मोहन में ले लेते हैं. रणजीत रावत ने आगे कहा कि मेरा नशा खुद पैंतीस साल बाद टूटा. रणजीत रावत यहीं नहीं रुके.

उन्होंने आरोप लगाया कि इस विधानसभा चुनाव में हरीश रावत ने टिकट के नाम पर ठगा है. एक बड़ी धनराशि इकट्ठी की है. वे लोग उनके चक्कर काट रहे हैं. कुछ के पैसे उनके मैनेजर लौटा चुके हैं. कुछ लोग उनके चक्कर काट रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये सारी चीजें सामने आएंगी. वे झूठ बोलते हैं पहले मासूमियत से, पहले लोग समझते नहीं थे और अब समझने लगे हैं.

पढ़ें-हरीश रावत अफीम चटाकर करते हैं सम्मोहित, मेरा नशा 35 साल में टूटा- रणजीत रावत

रणजीत रावत का दूसरा बयान: कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत ने ईटीवी भारत पर पूर्व सीएम हरीश रावत पर गंभीर आरोप लगाए थे. रणजीत रावत ने एक बार फिर हरीश रावत की मनोदशा पर सवाल खड़े करते हुए राहत इंदौरी का एक शेर बोला कि- "लगेगी आग तो आएंगे घर कई जद में, यहां पे सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है" रणजीत सिंह रावत ने था कहा कि एक साल पहले उन्होंने एक बयान दिया था कि "हरीश रावत की मनोदशा ठीक नहीं है, उनको आराम की जरूरत है". वो आज भी उस बयान पर कामय हैं.

उन्होंने आगे कहा कि वो इस बात को सिद्ध कर देंगे कि उनकी मनोदशा ठीक नहीं है. हरीश रावत ने रामनगर, लालकुआं और सल्ट तीनों सीटों को एक ही निर्णय से हरवा दिया. रणजीत रावत ने मशहूर शायर राहत इंदौरी के एक शेर का जिक्र करते हुए कहा कि 'आग लगी तो उनको खुद का मकान जद में आया और हमारा भी आया. उन्होंने आगे कहा कि हरीश रावत के मैनेजरों ने इस चुनाव में प्रत्याशियों से पैसे लिए हैं, जिसमें कई ऐसे लोग भी शामिल हैं, जिनका नाम उन्होंने पैनल में लिया तक नहीं. हरीश रावत के मैनेजर कई लोगों के पैसे लौटा चुके हैं, जबकि कई लोग अभी तक उनके चक्कर काट रहे हैं. रणजीत रावत ने कहा कि बहुत जल्दी दो-चार कहानियां आपके सामने आएंगी.

टिकट बंटवारे पर तकरार: कांग्रेस प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत रामनगर सीट से चुनाव लड़ने की पांच साल से तैयारी कर रहे थे. लेकिन चुनाव से पहले हरीश रावत ने भी रामनगर से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी. ऐसे में रामनगर सीट उत्तराखंड कांग्रेस के लिए जंग का मैदान बन गई. फिर आलाकमान ने हरीश रावत को लालकुआं सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहा. रणजीत सिंह रावत को सल्ट भेज दिया. जिसका नजीता ये हुआ कि कांग्रेस ने रामनगर, सल्ट और लालकुआं तीनों सीटें गंवा दीं.

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Election) में मिली करारी शिकस्‍त के बाद प्रदेश कांग्रेस के भीतर तूफान मचा हुआ है. वहीं पार्टी के वरिष्‍ठ नेता एक दूसरे पर हार ठीकरा फोड़ रहे हैं. उत्तराखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्‍यक्ष रणजीत रावत हार के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं. ऐसे में पार्टी द्वारा कांग्रेसी नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. लेकिन रणजीत रावत झुकने के लिए तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा है कि पार्टी में सिस्टम ठीक होना चाहिए. पार्टी में एक विधान, एक संविधान होता है तो जिन-जिन लोगों ने बयान दिए हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.

उत्तराखंड कांग्रेस में हार का ठीकरा एक दूसरे पर फोड़ने की कोशिश की जा रही है और कांग्रेसी नेता एक दूसरे पर हार को लेकर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत ने तो पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लगाया. वहीं हरीश रावत ने भी साफ कर दिया है कि यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए. ऐसे में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे कांग्रेसी नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.

हरीश रावत पर दिए बयान पर झुकने को तैयार नहीं रणजीत रावत.

इस मामले में केंद्रीय पर्यवेक्षक अविनाश पांडे का कहना है कि पद पर बैठे हुए लोगों को इस तरह के बयान देने से बचना होगा. उन्होंने बताया कि रणजीत रावत पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है. अविनाश पांडे का कहना है कि बहुत ही गैर जिम्मेदाराना बयान था, उन्होंने कहा कि पार्टी अनुशासन को लेकर पूरी तरह से तटस्थ है, चाहे कोई भी कितना बड़ा नेता है, अगर वह पार्टी का अनुशासन को लांघता है तो उसे पार्टी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी.

पढ़ें-हरीश रावत पर टिकट के बदले पैसे लेने का आरोप, रणजीत रावत बोले- 2-4 कहानियां और आएंगी सामने

कांग्रेस के कार्यकारी अध्‍यक्ष रणजीत रावत ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि बीजेपी को 'वाकओवर' देने की बात हो या 'मोदी तुझ से बैर नहीं, भाजपा तेरी खैर नहीं' जैसी जितनी भी बयानबाजी हुई हैं, उनमें कार्रवाई की है तो निश्चित तौर पर मेरे खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए. आज भी आप कार्रवाई करते हैं मैं अपने को सौभाग्यशाली महसूस करूंगा की पार्टी को ठीक करने के लिए मेरा इस्तेमाल हुआ.

पार्टी में सिस्टम ठीक होना चाहिए. पार्टी में एक विधान, एक संविधान पार्टी में होता है तो जिन-जिन लोगों ने बयान दिए हैं, उन पर कार्रवाई होनी चाहिए. पार्टी ने एक बार नहीं कई बार कहा है कि सामूहिक नेतृत्व में चुनाव होगा, उसके बाद भी बड़े-बड़े पदों पर बैठे लोगों ने कहा कि सीएम चेहरा घोषित होना चाहिए, ये सारी चीजें उसमें लेनी चाहिए. मैं व्यक्ति रूप से कह रहा हूं और जिम्मेदारी ले रहा हूं कि जो भी कार्रवाई होगी उसका स्वागत करूंगा.

दरअसल, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर पैसे लेकर टिकट बांटने के आरोपों के बाद पार्टी ने इसे गैर जिम्मेदाराना बयान बताया है. इसके लिए रणजीत रावत को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है. पार्टी का साफ तौर पर कहना है कि चाहे कोई कितनी भी बड़े पद पर बैठा हुआ नेता हो, यदि वह अनुशासन को लांघता है तो उसे पार्टी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने वाली है.

रणजीत रावत का पहला बयान: वहीं हार के बाद कांग्रेस प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत ने हरीश रावत पर गंभीर आरोप लगाए. रणजीत सिंह रावत ने कहा था कि हरीश रावत बड़ी मासूमियत से झूठ बोलते हैं. किसी भी नए राजनीतिक कार्यकर्ता को अफीम चटाते हैं, फिर सम्मोहन में ले लेते हैं. रणजीत रावत ने आगे कहा कि मेरा नशा खुद पैंतीस साल बाद टूटा. रणजीत रावत यहीं नहीं रुके.

उन्होंने आरोप लगाया कि इस विधानसभा चुनाव में हरीश रावत ने टिकट के नाम पर ठगा है. एक बड़ी धनराशि इकट्ठी की है. वे लोग उनके चक्कर काट रहे हैं. कुछ के पैसे उनके मैनेजर लौटा चुके हैं. कुछ लोग उनके चक्कर काट रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये सारी चीजें सामने आएंगी. वे झूठ बोलते हैं पहले मासूमियत से, पहले लोग समझते नहीं थे और अब समझने लगे हैं.

पढ़ें-हरीश रावत अफीम चटाकर करते हैं सम्मोहित, मेरा नशा 35 साल में टूटा- रणजीत रावत

रणजीत रावत का दूसरा बयान: कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत ने ईटीवी भारत पर पूर्व सीएम हरीश रावत पर गंभीर आरोप लगाए थे. रणजीत रावत ने एक बार फिर हरीश रावत की मनोदशा पर सवाल खड़े करते हुए राहत इंदौरी का एक शेर बोला कि- "लगेगी आग तो आएंगे घर कई जद में, यहां पे सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है" रणजीत सिंह रावत ने था कहा कि एक साल पहले उन्होंने एक बयान दिया था कि "हरीश रावत की मनोदशा ठीक नहीं है, उनको आराम की जरूरत है". वो आज भी उस बयान पर कामय हैं.

उन्होंने आगे कहा कि वो इस बात को सिद्ध कर देंगे कि उनकी मनोदशा ठीक नहीं है. हरीश रावत ने रामनगर, लालकुआं और सल्ट तीनों सीटों को एक ही निर्णय से हरवा दिया. रणजीत रावत ने मशहूर शायर राहत इंदौरी के एक शेर का जिक्र करते हुए कहा कि 'आग लगी तो उनको खुद का मकान जद में आया और हमारा भी आया. उन्होंने आगे कहा कि हरीश रावत के मैनेजरों ने इस चुनाव में प्रत्याशियों से पैसे लिए हैं, जिसमें कई ऐसे लोग भी शामिल हैं, जिनका नाम उन्होंने पैनल में लिया तक नहीं. हरीश रावत के मैनेजर कई लोगों के पैसे लौटा चुके हैं, जबकि कई लोग अभी तक उनके चक्कर काट रहे हैं. रणजीत रावत ने कहा कि बहुत जल्दी दो-चार कहानियां आपके सामने आएंगी.

टिकट बंटवारे पर तकरार: कांग्रेस प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत रामनगर सीट से चुनाव लड़ने की पांच साल से तैयारी कर रहे थे. लेकिन चुनाव से पहले हरीश रावत ने भी रामनगर से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी. ऐसे में रामनगर सीट उत्तराखंड कांग्रेस के लिए जंग का मैदान बन गई. फिर आलाकमान ने हरीश रावत को लालकुआं सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहा. रणजीत सिंह रावत को सल्ट भेज दिया. जिसका नजीता ये हुआ कि कांग्रेस ने रामनगर, सल्ट और लालकुआं तीनों सीटें गंवा दीं.

Last Updated : Mar 23, 2022, 1:19 PM IST
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