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भाई को बचाने के लिए गुलदार से दो-दो हाथ करने वाली 'तीलू रौतेली' अस्पताल से डिस्चार्ज

भाई को बचाने के दौरान गुलदार के हमले से घायल हुई राखी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. पीड़िता अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद दिल्ली स्थित मौसी के यहां है.

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Published : Oct 9, 2019, 2:50 PM IST

Updated : Oct 9, 2019, 4:34 PM IST

राखी ने तेंदुए से लड़कर बचाई भाई की जान.

देहरादून/नई दिल्ली: उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में बीते दिनों 11 वर्षीय राखी और 4 वर्षीय भाई राघव पर तेंदुए ने हमला कर दिया था. 11 वर्षीय राखी ने अपनी जान पर खेलकर अपने छोटे भाई की जान बचाई थी. जिसमें पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गई थी. इसके बाद पीड़िता को उपचार के लिए दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां, इलाज के बाद डॉक्टरों ने पीड़िता को डिस्चार्ज कर दिया है. फिलहाल राखी दक्षिणी दिल्ली के मीठापुर में अपनी मौसी के यहां है.

राखी ने तेंदुए से लड़कर बचाई भाई की जान.

पीड़िता की मौसी अंजू देवी ने बताया कि बीते 4 अक्टूबर की शाम को राखी और राघव और उसकी मां खेतों में थे. तभी तेंदुए ने राखी के छोटे भाई पर हमला कर दिया. इसके बाद राखी ने अपनी जान की परवाह किए बिना अपने भाई की जान बचाई. मां के काफी शोर करने पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और दोनों बच्चों को अस्पताल ले गए. वहीं, उनका कहना है कि सरकार की मदद से बच्ची का उपचार तो हुआ है, लेकिन अभी भी स्थिति में सुधार पूर्ण रूप से नहीं हो पाया है.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंडः चूर हुआ लंकापति रावण का अहंकार, बुराई पर अच्छाई की हुई जीत

बता दें कि राखी के सिर में माइनर फैक्चर है. ऐसे में उसके इलाज के लिए पहले सफदरजंग अस्पताल में ले जाया गया, उसके बाद घायल को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में एडमिट किया गया था. लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि सिर में माइनर फैक्चर होने के चलते अभी उसे बेड रेस्ट की जरूरत है.

देहरादून/नई दिल्ली: उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में बीते दिनों 11 वर्षीय राखी और 4 वर्षीय भाई राघव पर तेंदुए ने हमला कर दिया था. 11 वर्षीय राखी ने अपनी जान पर खेलकर अपने छोटे भाई की जान बचाई थी. जिसमें पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गई थी. इसके बाद पीड़िता को उपचार के लिए दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां, इलाज के बाद डॉक्टरों ने पीड़िता को डिस्चार्ज कर दिया है. फिलहाल राखी दक्षिणी दिल्ली के मीठापुर में अपनी मौसी के यहां है.

राखी ने तेंदुए से लड़कर बचाई भाई की जान.

पीड़िता की मौसी अंजू देवी ने बताया कि बीते 4 अक्टूबर की शाम को राखी और राघव और उसकी मां खेतों में थे. तभी तेंदुए ने राखी के छोटे भाई पर हमला कर दिया. इसके बाद राखी ने अपनी जान की परवाह किए बिना अपने भाई की जान बचाई. मां के काफी शोर करने पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और दोनों बच्चों को अस्पताल ले गए. वहीं, उनका कहना है कि सरकार की मदद से बच्ची का उपचार तो हुआ है, लेकिन अभी भी स्थिति में सुधार पूर्ण रूप से नहीं हो पाया है.

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बता दें कि राखी के सिर में माइनर फैक्चर है. ऐसे में उसके इलाज के लिए पहले सफदरजंग अस्पताल में ले जाया गया, उसके बाद घायल को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में एडमिट किया गया था. लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि सिर में माइनर फैक्चर होने के चलते अभी उसे बेड रेस्ट की जरूरत है.

Intro:ग्यारह साल की राखी ने तेंदुए से लड़कर भाई की बचाई जान, आरएमएल से हुई डिस्चार्ज


नई दिल्ली: उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में बीते दिनों 11 वर्षीय राखी और उसके भाई नो साल के राघव पर तेंदुए के हमले के मामले में जहां एक और पीड़िता का उपचार आरएमएल अस्पताल में किया गया. तो वही अभी भी उसकी स्थिति चिंताजनक है. हालांकि डॉक्टरों ने पीड़िता को डिस्चार्ज कर दिया है.और बेड रेस्ट के लिए बोला है, 11 वर्षीय राखी ने अपनी जान पर खेल कर छोटे भाई के जान बचाई. फिलहाल वह दक्षिणी दिल्ली के मीठापुर में अपनी मौसी के यहां पर है.


Body:मौसी अंजू ने सुनाई घटना की दास्तां
पीड़ित राखी की मौसीअंजू देवी ने बताया कि बीते चार अक्टूबर शाम के वक्त राखी और राघव और उसकी मां खेतों में थे.तभी एकदम अचानक तेंदुआ आया इस दरमियान तेंदुए ने राघव पर हमला किया. लेकिन राखी ने अपनी जान पर खेलकर अपने भाई को बचाया. उन्होंने बताया कि इस दरमियान मां ने काफी शोर किया तो आसपास के लोग इकट्ठे हुए इसके बाद राखी और राघव को अस्पताल में ले जाया गया. उनका कहना है कि सरकार की मदद से बच्ची का उपचार तो हुआ है लेकिन अभी भी स्थिति मैं सुधार पूर्ण रूप से नहीं हो पाया है.


राम मनोहर लोहिया से किया गया डिस्चार्ज
आपको बता दें कि राखी के सिर में माइनर फैक्चर है.ऐसे में उसकी इलाज के लिए पहले सफदरजंग अस्पताल में ले जाया गया.जहां उसके बाद राम मनोहर लोहिया अस्पताल में एडमिट किया गया था. डॉक्टर के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया है लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि सिर में माइनर फैक्चर होने के चलते अभी उसे बेड रेस्ट की जरूरत है.


Conclusion:राखी अपनी मौसी अंजू के यहां मीठापुर स्थित घर पर है जहां पर परिजन और डॉक्टर भी घर पर ही आकर ट्रीटमेंट कर रहे है.
Last Updated : Oct 9, 2019, 4:34 PM IST
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