देहरादून: बीते रोज हुई तेज बारिश के कारण राजधानी दून के पलटन बाजार के नाले और नालियां ओवरफ्लो हो गईं. इस कारण बाजार की कई दुकानों के भीतर नालियों का गंदा पानी घुस गया. वहीं, व्यापारियों की मानें तो स्मार्ट सिटी परियोजना का काम तेज गति से जरूर चल रहा है, लेकिन जो कार्य हो रहा है उस पर कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है. ऐसे में स्थानीय दुकानदारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल, स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत राजधानी दून में निर्माण कार्य चल रहा है. साथ ही पलटन बाजार को स्मार्ट बाजार बनाने की कवायद भी चल रही है. व्यापारी अनिल रस्तोगी ने बताया कि बीते दिन हुई बारिश के कारण नाले और नालियां चोक हो गईं. इससे दुकानों के भीतर गंदा पानी घुस गया. इसका सबसे बड़ा कारण रेन डक्ट निर्माण कार्य में लापरवाही बरतना है.
रस्तोगी ने बताया कि रेन डक्ट के निर्माण के दौरान जो मलबा निकला था, उसे मजदूरों ने नालियों में डाल दिया. बारिश होने से बाजार के नाले और नालियां ओवरफ्लो हो गईं और नाले का गंदा पानी दुकानों के भीतर घुसने लगा.
ये भी पढ़ें: पुष्कर सिंह धामी बने उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री
बीते दिन हुई तेज बारिश के बाद स्थानीय दुकानदारों को अपनी दुकानों के के भीतर घुसे नाली के पानी को बाहर निकालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. इस दौरान गंदे पानी से दुकान में रखे सामान को भी खासा नुकसान हुआ है. पलटन बाजार के स्थानीय व्यापारी बताती हैं कि नगर निगम में शिकायत करने पर सफाई कर्मचारियों ने मौके पर पहुंच कर नालियों से मलबा तो निकाला, लेकिन अभी भी नाली में 1 से 2 इंच तक का मलबा पड़ा ही है. अगर इस मलबे को जल्द ही साफ नहीं किया गया तो आगे होने वाली बारिश में नाली का पानी फिर से दुकानों के भीतर घुस जाएगा.
ये भी पढ़ें: CM की रेस में पुष्कर धामी ने मारी बाजी, पार्टी ने लगाई मुहर
बहरहाल पहले ही कोरोनाकाल में आर्थिक नुकसान से गुजर रहे पलटन बाजार के लिए इस बार का मॉनसून सीजन कई मुसीबतें लेकर आ सकता है. ऐसे में स्मार्ट सिटी लिमिटेड को इस ओर खास ध्यान देने की जरूरत है. इसके लिए स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत पलटन बाजार में जो भी कार्य किया जा रहा है, उसकी गुणवत्ता का विशेष ख्याल रखना होगा.