ऋषिकेश: पिछले तीन महीने से केदारनाथ धाम में देवस्थानम बोर्ड और मास्टर प्लान के खिलाफ आंदोलन कर रहे आचार्य संतोष त्रिवेदी ने सरकार को धर्म परिवर्तन की चेतावनी दे डाली है. उन्होंने कहा अगर सरकार ध्यान नहीं देती है तो वे धर्म परिवर्तन कर लेंगे.
चारधाम देवस्थानम बोर्ड के विरोध में अर्धनग्न अवस्था में पिछले तीन महीने से विरोध प्रदर्शन कर रहे आचार्य संतोष त्रिवेदी सरकार के फैसले से इतने आहत हैं कि अब उन्होंने फैसला किया है कि यदि उनकी मांग पर गौर नहीं किया जाता तो वह अपने केश और शिखा को काटकर सरकार को ही समर्पित कर देंगे और हिंदू धर्म छोड़कर धर्म परिवर्तन कर लेंगे. उनका कहना है कि सरकार हिंदू विरोधी फैसले ले रही है. यदि ऐसा होता है तो आने वाले दिनों में देवस्थानम बोर्ड के विरोध का यह आंदोलन काफी विकराल रूप ले सकता है.
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आचार्य संतोष त्रिवेदी केदारनाथ में हो रहे निर्माण कार्यों को लेकर भी काफी आहत हैं. उनका कहना है कि निर्माण कार्य वास्तु के हिसाब से नहीं किए जा रहे हैं, जिससे केदारनाथ मंदिर अपनी धार्मिक मान्यता खो देगा. हिंदू ब्राह्मण होने के नाते वह विरोध कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी नहीं सुन रही है.
गौर हो कि देवस्थानम बोर्ड को भंग करने और मास्टर प्लान के विरोध में केदारनाथ धाम में तीन माह से आंदोलन कर रहे तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी की तबीयत सोमवार को अचानक बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें एसडीआरएफ व पुलिस की टीम लिनचैली लाई और यहां से उन्हें एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया था.
आचार्य संतोष त्रिवेदी की दो मांगें हैं-
1- देवस्थानम बोर्ड को भंग किया जाए और बदरी-केदार मंदिर समिति को पूर्व की तरह ही बरकरार रखा जाए.
2- केदारनाथ में मास्टर प्लान के तहत हो रहे निर्माण कार्य बंद कराए जाएं.
अभी हाल ही में मुख्य सचिव उत्तराखंड ओम प्रकाश भी केदारनाथ धाम पहुंचे थे और आंदोलनरत तीर्थ पुरोहितों को समझाया था, लेकिन कोई बात नहीं बनी थी.