मसूरीः विंटर लाइन कार्निवल के तहत शहर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. ऐसे में शहर की मॉल रोड में कठपुतलियों का डांस रविवार को लोगों के लिए खासा आर्कषण का केंद्र रहा. ढोल की थाप पर थिरकती कठपुतलियों को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध था. वहीं, आज सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी विंटर लाइन कार्निवल में शिरकत करने पहुंचे थे.
ईटीवी भारत से बातचीत में कठपुतली संचालक नीलू भट्ट ने बताया कि वे बीते 3 सालों से लगातार कार्निवल में कठपुतली के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहे हैं. मसूरी में पर्यटक कठपुतली के कार्यक्रम को काफी पसंद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले तक लोग कठपुतली कला को केवल मनोरंजन का एक साधन मानते थे, लेकिन अब यह कला करियर का रूप लेती जा रही है.
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साथ ही कहा कि अब यह मनमोहक कला भारत के साथ विदेशों में भी लोकप्रिय होती जा रही है. वर्तमान में कठपुतली शो टेलीविजन और फिल्मों में काफी लोकप्रिय हो रहे हैं. आधुनिक समय में कठपुतली कला ने समय की आवश्यकता के अनुसार एक नया रूप ले लिया है और अब यह ज्ञान और शिक्षा के प्रचार एवं प्रसार में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.
उन्होंने बताया कि कठपुतली नचाना दरअसल एक कला है. जिसमें निष्क्रिय कठपुतली को कलाकार द्वारा सक्रियता प्रदर्शन की जाती है. यह भ्रम उत्पन्न होता है कि वह जीवित है. कठपुतली कला चाहे परंपरागत हो या आधुनिक इस कला का उपयोग जन शिक्षा के क्षेत्र में जागरूकता लाने के लिए किया जाता है. कठपुतली कला जटिल से जटिल विषय को आसानी से समझाने में सबसे उपयोगी माध्यम साबित हो रही है.