देहरादूनः बीती आठ जनवरी से कश्मीर से लापता हुए उत्तराखंड के सैनिक राजेंद्र सिंह को ढूंढने की मांग ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया है. गैरसैंण राजधानी निर्माण अभियान के कार्यकर्ताओं ने धरना स्थल पर प्रदर्शन करते हुए लापता सैनिक राजेंद्र सिंह को ढूंढने की मांग की है. गैरसैंण राजस्थानी निर्माण अभियान के अध्यक्ष रघुवीर सिंह का कहना है कि सैनिक देश की शान है. लेकिन उनका परिवार क्यों परेशान है? ये बीजेपी सरकार के लिए बड़ा प्रश्न है. बीती आठ जनवरी से 18 गढ़वाल राइफल का सैनिक राजेंद्र सिंह कश्मीर से लापता है. जिनकी कोई खोज खबर नहीं हो पा रही है.
उन्होंने कहा कि दो दिन पूर्व राजधानी गैरसैंण निर्माण अभियान का प्रतिनिधिमंडल उनके आवास पहुंचा था. जहां उनके माता-पिता और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. ये दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि प्रदेश के मुखिया आज तक उनके परिजनों से मिलने तक नहीं गए.
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लापता सैनिक राजेंद्र सिंह को ढूंढने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उत्तराखंड के रहने वाले जनरल बिपिन रावत देश के पहले सीडीएस बने हैं. इसके अलावा एनएसए प्रमुख अजीत डोभाल भी उत्तराखंड के ही रहने वाले हैं. इसके बावजूद राजेंद्र की कोई खोज खबर नहीं हो पा रही है. न ही कोई सरकार का नुमाइंदा राजेंद्र सिंह के परिजनों की सुध लेने पहुंचा और न ही भारत सरकार की तरफ से कोई जानकारी उनके परिजनों को दी जा रही है. ऐसे में उनके परिजन ये सुनने को बेताब है कि लापता सैनिक राजेंद्र सिंह किन हालातों में हैं.