देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक दिन पहले ही कृषि बिल पर उत्तराखंड से मोर्चा संभालते हुए केंद्र के इस फैसले को सही ठहराया था. लेकिन अब भाजपा के एक विधायक ने मुख्यमंत्री की इस कोशिश को गलत करार दे दिया है. ईटीवी भारत से फोन पर हुई बातचीत में काशीपुर से भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा ने कृषि बिल पर साफ किया है कि यह बिल किसानों के विरोध की वजह बन गया है. किसानों के इस विरोध को देखते हुए यदि इस में संशोधन हो सकता है तो होना ही चाहिए.
विधायक हरभजन सिंह चीमा इतने पर ही नहीं रुके. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत तो उतना ही कह रहे हैं जितना केंद्र की तरफ से उन्हें कहा गया है. चीमा ने कहा कि आज देश भर के तमाम किसान इस बिल के विरोध में उठ खड़े हुए हैं. हालांकि उन्होंने इसमें विपक्ष द्वारा कुछ किसानों को बरगलाने की बात भी जोड़ी.
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चीमा ने सरकार के खिलाफ कृषि बिल के बहाने अपनी नाराजगी भी जाहिर की. विधायक हरभजन सिंह चीमा ने कहा की सरकार में बैठे लोगों के दिल में इतनी भी जगह नहीं है कि लगातार चार बार से विधायक की तरफ एक नजर देख भी सकें. विधायक ने कहा कि हमारी संख्या सिख समुदाय उत्तराखंड में कम है और इसलिए हमारी बात कोई नहीं करता. मंत्री पद को लेकर बात करते हुए हरभजन सिंह चीमा ने कहा यह ऐसा लड्डू है जिसे सरकार के लोग हमें खिलाना तो दूर दिखाना भी पसंद नहीं करते.