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कर्मकार कल्याण बोर्ड की खींचतान में पिस रहे श्रमिक, अध्यक्ष के खिलाफ की नारेबाजी - President Shamsher Singh Satyal

भुगतान को लेकर महिला श्रमिकों ने कर्मकार कल्याण बोर्ड के कार्यालय के बाहर हंगामा किया. महिलाओं का आरोप है सिलाई ट्रेनिंग पूरा करने के बाद जो रुपए उन्हें मिलने थे वे नहीं मिले हैं.

कर्मकार कल्याण बोर्ड कार्यालय के बाहर महिला श्रमिकों का हंगामा
कर्मकार कल्याण बोर्ड कार्यालय के बाहर महिला श्रमिकों का हंगामा
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Published : Jun 22, 2021, 9:32 AM IST

Updated : Jun 22, 2021, 10:07 AM IST

देहरादून: कर्मकार कल्याण बोर्ड में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल के बीच चल रही जंग का नुकसान श्रमिकों को उठाना पड़ रहा है. देहरादून कर्मकार कल्याण बोर्ड के कार्यालय में इसके खिलाफ आज महिला श्रमिकों ने विरोध-प्रदर्शन किया और बकाया भुगतान की मांग की.

इन दिनों उत्तराखंड कर्मकार कल्याण बोर्ड विभागीय मंत्री के बयान और अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल के नियम के विरुद्ध दिए गए आदेश के कारण चर्चा में है. इनके बीच चल रहे विवाद का सबसे बड़ा खामियाजा महिला श्रमिकों को भुगतना पड़ा है.

कर्मकार कल्याण बोर्ड की खींचतान में पिस रहे श्रमिक.

पढ़ें: कोरोना कर्फ्यू में ढील मिलते ही बाजारों में उमड़ी भीड़, प्रशासन की बढ़ी चुनौती

महिला श्रमिकों का आरोप है कि उन्हें 2 साल से कोई भुगतान नहीं किया गया है. दरअसल, इन महिला श्रमिकों ने बोर्ड से सिलाई की ट्रेनिंग ली थी. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद इन महिलाओं को 5,000 रुपए मिलने थे, लेकिन 2 साल बाद भी इन्हें रुपए नहीं मिले हैं.

देहरादून: कर्मकार कल्याण बोर्ड में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और बोर्ड के अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल के बीच चल रही जंग का नुकसान श्रमिकों को उठाना पड़ रहा है. देहरादून कर्मकार कल्याण बोर्ड के कार्यालय में इसके खिलाफ आज महिला श्रमिकों ने विरोध-प्रदर्शन किया और बकाया भुगतान की मांग की.

इन दिनों उत्तराखंड कर्मकार कल्याण बोर्ड विभागीय मंत्री के बयान और अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल के नियम के विरुद्ध दिए गए आदेश के कारण चर्चा में है. इनके बीच चल रहे विवाद का सबसे बड़ा खामियाजा महिला श्रमिकों को भुगतना पड़ा है.

कर्मकार कल्याण बोर्ड की खींचतान में पिस रहे श्रमिक.

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महिला श्रमिकों का आरोप है कि उन्हें 2 साल से कोई भुगतान नहीं किया गया है. दरअसल, इन महिला श्रमिकों ने बोर्ड से सिलाई की ट्रेनिंग ली थी. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद इन महिलाओं को 5,000 रुपए मिलने थे, लेकिन 2 साल बाद भी इन्हें रुपए नहीं मिले हैं.

Last Updated : Jun 22, 2021, 10:07 AM IST
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