देहरादून: एमडीडीए ने पिछले दो दिनों में युवा उद्यमियों के 17 से अधिक फूड स्टार्टअप (रेस्टोरेंट) को पार्किंग नहीं होने के कारण सील कर दिया है. इसके विरोध में बेरोजगार हुए युवा उद्यमियों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने इस कार्रवाई के विरोध में एमडीडीए उपाध्यक्ष और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. साथ ही ज्ञापन की एक प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी प्रेषित की.
युवा उधमियों का कहना है कि जब भारत के प्रधानमंत्री की प्रेरणा पर रोजगार सृजन करने वाले और पर्यटन को बढ़ावा देने वाले स्टार्टअप को इस तरह सील करके बंद किया जा रहा हो. साथ ही राज्य सरकार की ओर जमीनी तौर पर स्टार्टअप को कोई मदद न मिल रही हो. ऐसे में यह कार्रवाई प्रधानमंत्री के स्टार्टअप इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के उद्देश्य को रोकने का एक प्रयास है.
युवा उद्यमी प्रशांत का कहना है कि कोरोना में उत्तराखंड के युवा बाहरी राज्यों से काम छोड़ कर अपने राज्य में काम करने के लिए आए. काम शुरू करने के लिए उन्होंन मुद्रा लोन भी लिया लेकिन अब एमडीडीए ने कैसे हमारे रेस्टोरेंट को सील कर दिया है. उन्होंने बताया कि देहरादून के राजपुर रोड पर मसूरी डायवर्सन से लेकर राजपुर के बीच करीब 17 ऐसे रेस्टोरेंट हैं, जहां 800 से अधिक उत्तराखंड के विभिन्न पहाड़ी क्षेत्रों से लोग काम करते हैं.
मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण द्वारा सीलिंग का कारण पार्किंग ना होना बताया गया है, जबकि किसी भी रेस्टोरेंट्स या वहां आए ग्राहकों की गाड़ी सड़क पर पार्क नहीं होती है. रेस्टोरेंट्स ने ग्राहकों की गाड़ी पार्किंग के लिए अपने-अपने गार्ड बनाए हैं. इसके बाद भी यह कार्रवाई की गई है. आरोप लगाया कि देहरादून शहर में कई सड़कों की चौड़ाई कम है, फिर भी किसी रेस्टोरेंट को सील नहीं किया जा रहा है.