देहरादून: जातिगत आरक्षण समाप्त की मांग को लेकर हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्वर्ण जाति से जुड़े संगठनों ने देहरादून के घंटाघर पर पहुंचकर प्रदर्शन किया. उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर अपना आक्रोश व्यक्त किया. इस दौरान संगठन के प्रतिनिधियों ने सरकार पर स्वर्ण समाज की अनदेखी का आरोप लगाया है.
देवभूमि क्षेत्र संगठन व देवभूमि स्वर्ण मोर्चा के बैनर तले हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से सांकेतिक शव यात्रा निकाली गई. इस शव यात्रा को स्वर्ण समाज अधिकार पदयात्रा का नाम दिया गया. इस यात्रा को संगठनों ने 800 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके अंजाम दिया. यह यात्रा शिमला से सोलन और नाहन से पोंटा साहिब होते हुए देहरादून के घंटाघर पहुंची. जहां प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी कर अपना विरोध प्रकट किया है.
इस दौरान संगठन के प्रतिनिधियों ने सरकार पर आरोप लगाए कि हिमाचल प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार ने जिस तरह से 70 साल में स्वर्णो की अनदेखी किया है और युवाओं का शोषण करने के साथ ही किसानों के साथ भेदभाव किया है. इसके विरोध में स्वर्ण समाज लगातार हिमाचल प्रदेश में बीते काफी सालों से स्वर्ण आयोग बनाने के लिए निरंतर आंदोलन कर रहा हैं. लेकिन सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है.
वहीं हिमाचल प्रदेश के देवभूमि स्वर्ण समाज के प्रदेश अध्यक्ष मदन ठाकुर ने सरकार पर स्वर्ण समाज के अनदेखी का आरोप लगाया है. इसके साथ ही देव भूमि स्वर्ण मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रोहित सिंह ठाकुर ने भी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने 3 महीने का समय लिया और कहा था कि 3 माह के भीतर स्वर्ण आयोग का गठन हो जाएगा. लेकिन न तो हिमाचल प्रदेश और न ही उत्तराखंड में स्वर्ण आयोग का गठन हो पाया है. ऐसे में तमाम संगठन हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में स्वर्ण आयोग बनाने के लिए लगातार आंदोलनरत हैं.
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गौरतलब है कि, हिमाचल प्रदेश के स्वर्ण समाज के कुछ संगठन शिमला से पैदल मार्च निकालते हुए जातिगत आरक्षण के खिलाफ संकेतिक शव यात्रा के साथ देहरादून के घंटाघर पहुंचे. जहां संगठन से जुड़े तमाम लोगों ने प्रदर्शन करते हुए सरकार से जातिगत आरक्षण समाप्त करने की मांग की. वहीं स्वर्ण समाज से जुड़े संगठन हरिद्वार की ओर प्रस्थान करेंगे और वहां अपनी पदयात्रा का समापन करेंगे.