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उत्तराखंड पुलिस विभाग में होने वाला है ये बड़ा काम, पुलिसकर्मियों की होगी बल्ले-बल्ले

उत्तराखंड पुलिस विभाग में सिपाही से हवलदार पर प्रमोशन जल्द किया जाएगा. वरिष्ठता (सीनियरिटी) के आधार पर 1200 कॉन्स्टेबल हेड कॉन्स्टेबल में पदोन्नति पाएंगे. उम्मीद है कि जुलाई के अंत तक प्रमोशन कर दिये जाएंगे.

उत्तराखंड पुलिस
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Published : Jul 16, 2019, 10:02 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड पुलिस विभाग में लंबे समय से प्रमोशन की राह देख रहे सिपाहियों के लिए राहत भरी खबर आई है. जुलाई माह के अंत तक 1200 कॉन्स्टेबल प्रमोशन पाकर हेड कॉन्स्टेबल बनने जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार प्रमोशन की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है. ऐसे में पहले चरण के तहत सबसे पहले वरिष्ठता (सीनियरिटी) के आधार पर 1200 कॉन्स्टेबल हेड कॉन्स्टेबल पर पदोन्नति किए जाएंगे.

प्रमोशन के बाद खाली सिपाहियों के पदों पर नई भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी. खाली होने वाले पदों पर सिविल पुलिस और फायर सर्विस कर्मियों की नई भर्ती संभवत इसी साल अक्टूबर और नवंबर तक पूरी कर ली जाएगी.

सिपाही से हवलदार बनने की परीक्षा भी होगी जल्द
वहीं उत्तराखंड पुलिस विभाग सिपाही से हवलदार प्रमोशन प्रक्रिया में लगा हुआ है. इसके लिए पुलिस विभाग प्रांतीय योग्यता परीक्षा को भी जल्द कराने का मन बना रहा है. जिसके लिए आईजी कार्मिक द्वारा परीक्षा आयोजन के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है. शासन से इस प्रस्ताव पर मंजूरी मिलते ही सिपाही से हवलदार प्रमोशन पाने के लिए प्रांतीय योग्यता परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. जिसके बाद प्रमोशन का रास्ता साफ हो पाएगा. आईजी कार्मिक जीएस मार्तोलिया के मुताबिक प्रांतीय योग्यता परीक्षा में सिपाही से हवलदार के प्रमोशन के लिए कम से कम 5 वर्ष की सेवा सर्विस अनिवार्य है.

दरोगा से इंस्पेक्टर बनने की प्रक्रिया के बीच फंसा है यह पेंच
दरोगा से इंस्पेक्टर बनने की प्रक्रिया अभी भी दो अलग-अलग प्राथमिकताओं वाले तकनीक पेंच के कारण अधर में लटकी हुई है. दरोगाओं की प्रमोशन प्रक्रिया में चरित्र पंजिका और वरिष्ठता का पेंच फंसा हुआ है. पुलिस मुख्यालय कार्मिक और शासन के बीच समन्वय ना होने के कारण लगभग 92 दरोगाओं का प्रमोशन नहीं हो पा रहा है. हालांकि राज्य बनने के 18 साल बाद अब पुलिस दरोगाओं की नियमावली बनने की उम्मीद जगी थी. लेकिन प्रमोशन प्रक्रिया में दो प्राथमिकता को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है.

नियमावली बनने के बाद जहां एक तरफ पुलिस मुख्यालय वरिष्ठता के आधार पर दरोगाओं का इंस्पेक्टर पद पर प्रमोशन करना चाहता है. वहीं दूसरी तरह प्रमोशन की कतार में लगे कुछ दरोगा अपने सेवाकाल में बेहतर परफॉर्मेंस देने वाले चरित्र पंजिका के आधार पर प्रमोशन देने की मांग कर रहे हैं.

देहरादून: उत्तराखंड पुलिस विभाग में लंबे समय से प्रमोशन की राह देख रहे सिपाहियों के लिए राहत भरी खबर आई है. जुलाई माह के अंत तक 1200 कॉन्स्टेबल प्रमोशन पाकर हेड कॉन्स्टेबल बनने जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार प्रमोशन की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है. ऐसे में पहले चरण के तहत सबसे पहले वरिष्ठता (सीनियरिटी) के आधार पर 1200 कॉन्स्टेबल हेड कॉन्स्टेबल पर पदोन्नति किए जाएंगे.

प्रमोशन के बाद खाली सिपाहियों के पदों पर नई भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी. खाली होने वाले पदों पर सिविल पुलिस और फायर सर्विस कर्मियों की नई भर्ती संभवत इसी साल अक्टूबर और नवंबर तक पूरी कर ली जाएगी.

सिपाही से हवलदार बनने की परीक्षा भी होगी जल्द
वहीं उत्तराखंड पुलिस विभाग सिपाही से हवलदार प्रमोशन प्रक्रिया में लगा हुआ है. इसके लिए पुलिस विभाग प्रांतीय योग्यता परीक्षा को भी जल्द कराने का मन बना रहा है. जिसके लिए आईजी कार्मिक द्वारा परीक्षा आयोजन के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है. शासन से इस प्रस्ताव पर मंजूरी मिलते ही सिपाही से हवलदार प्रमोशन पाने के लिए प्रांतीय योग्यता परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. जिसके बाद प्रमोशन का रास्ता साफ हो पाएगा. आईजी कार्मिक जीएस मार्तोलिया के मुताबिक प्रांतीय योग्यता परीक्षा में सिपाही से हवलदार के प्रमोशन के लिए कम से कम 5 वर्ष की सेवा सर्विस अनिवार्य है.

दरोगा से इंस्पेक्टर बनने की प्रक्रिया के बीच फंसा है यह पेंच
दरोगा से इंस्पेक्टर बनने की प्रक्रिया अभी भी दो अलग-अलग प्राथमिकताओं वाले तकनीक पेंच के कारण अधर में लटकी हुई है. दरोगाओं की प्रमोशन प्रक्रिया में चरित्र पंजिका और वरिष्ठता का पेंच फंसा हुआ है. पुलिस मुख्यालय कार्मिक और शासन के बीच समन्वय ना होने के कारण लगभग 92 दरोगाओं का प्रमोशन नहीं हो पा रहा है. हालांकि राज्य बनने के 18 साल बाद अब पुलिस दरोगाओं की नियमावली बनने की उम्मीद जगी थी. लेकिन प्रमोशन प्रक्रिया में दो प्राथमिकता को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है.

नियमावली बनने के बाद जहां एक तरफ पुलिस मुख्यालय वरिष्ठता के आधार पर दरोगाओं का इंस्पेक्टर पद पर प्रमोशन करना चाहता है. वहीं दूसरी तरह प्रमोशन की कतार में लगे कुछ दरोगा अपने सेवाकाल में बेहतर परफॉर्मेंस देने वाले चरित्र पंजिका के आधार पर प्रमोशन देने की मांग कर रहे हैं.

Intro:summary_ उत्तराखंड सिपाहियों के लिए बड़ी राहत की खबर, जुलाई माह के अंत 1200 कॉस्टेबल प्रमोशन पाकर बनेंगे हेडकांस्टेबल, आईजी कार्मिक के मुताबिक प्रमोशन की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण पर,पहले चरण में वरिष्ठता के आधार पर प्रमोशन प्रक्रिया होगी पूरी,प्रमोशन के उपरांत खाली रिक्तियों पर नई भर्तियों का खुलेगा रास्ता....दारोग़ाओं की इंस्पेक्टर प्रमोशन वाली प्रक्रिया दो प्राथमिकताओं के बीच फंसी!



उत्तराखंड पुलिस पुलिस विभाग लंबे समय से प्रमोशन की राह तक रहे सिपाहियों के लिए राहत भरी खबर आई है,जुलाई माह के अंत तक 1200 कांस्टेबल प्रमोशन पाकर हेड कांस्टेबल बनने जा रहे। प्रमोशन की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण पर है ऐसे में पहले चरण के तहत सबसे पहले वरिष्ठता (सीनियरिटी) के आधार पर 1200 कांस्टेबल हेड कॉस्टेबल में पदोन्नति पाएंगे। प्रमोशन के उपरांत खाली होने वाले सिपाहियों के पदों पर नई भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी। खाली होने वाले पदों पर सिविल पुलिस और फायर सर्विस कर्मियों की नई भर्ती संभवत इसी साल अक्टूबर और नवंबर माह तक पूरी कर ली जाएगी ताकि 2021 के हरिद्वार कुंभ मेले आयोजन सुरक्षा में नए भर्ती हुए जवानों को ड्यूटी तैनाती के रूप में मद्दत ली जा सके।


Body:सिपाही से हवलदार बनने की परीक्षा भी होगी जल्द

उधर उत्तराखंड पुलिस विभाग में सिपाही से हवलदार प्रमोशन प्रक्रिया भी पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी है। इसके लिए पुलिस विभाग प्रांतीय योग्यता परीक्षा को भी जल्द कराने का मन बना रहा हैं ताकि काफ़ी समय से प्रतीक्षारत पुलिस जवानों को राहत मिल सके। इस मामले में मुख्यालय से आईजी कार्मिक द्वारा शासन से परीक्षा आयोजन के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा चुका हैं, शासन से इस प्रस्ताव पर मंजूरी मिलते ही सिपाही से हवलदार प्रमोशन पाने के लिए प्रांतीय योग्यता परीक्षा का आयोजन किया जाएगा जिसके उपरांत प्रमोशन का रास्ता साफ होगा।
आईजी कार्मिक जीएस मार्तोलिया के मुताबिक प्रांतीय योग्यता परीक्षा में सिपाही से हवलदार प्रमोशन पाने के लिए कम से कम 5 वर्ष की सेवा सर्विस अनिवार्य है।


Conclusion:दारोग़ाओं की इंस्पेक्टर प्रमोशन वाली प्रक्रिया दो प्राथमिकताओं के बीच फंसी!

वही दूसरी तरफ़ दरोगा से इंसपेक्टर प्रमोशन प्रक्रिया अभी भी दो अलग अलग प्राथमिकताओं वाले तकनीक पेंच के कारण अधर में लटकी हुई है.. दारोगाओं की प्रमोशन प्रक्रिया में चरित्र पंजिका और वरिष्ठता के आधार वाले दो प्राथमिकताओं के बीच फसी हुई हैं,दोनों ही कारणों में पुलिस मुख्यालय कार्मिक और शासन के बीच समन्वय ना होने के कारण लगभग 92 दारोगाओं का प्रमोशन नहीं हो पा रहा हैं। हालांकि राज्य बनने के 18 साल के लंबे इंतजार के बाद पुलिस दारोगाओं की नियमावली बनने के बड़ी उम्मीद जगी थी। लेकिन प्रमोशन प्रक्रिया में दो प्राथमिकता को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
नियमावली बनने के बाद जहां एक तरफ पुलिस मुख्यालय वरिष्ठता के आधार पर दारोगाओं का इंस्पेक्टर में प्रमोशन करना चाहता हैं, वही दूसरी तरह प्रमोशन की कतार में लगे कुछ दरोग़ा अपने सेवाकाल में बेहतर पर परफॉर्मेंस देने वाले चरित्र पंजिका के आधार पर प्रमोशन देने की मांग पर हैं। ऐसे में दोनों ओर से आपत्ति पत्रों के आने के चलते प्रमोशन प्रक्रिया कब पूरी होगी यह कहना फ़िलहाल मुश्किल भरा है!



pls note_input_महोदय, यह किरण कांत शर्मा का मोजो मोबाइल हैं,जिसे मैं (परमजीत सिंह )इसे इस्तेमाल कर रहा हूं। मेरा मोजो मोबाइल खराब हो गया हैं, ऐसे मेरी स्टोरी इस मोजो से भेजी जा रही हैं.. ID 7200628












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