देहरादून: उत्तराखंड पुलिस विभाग में लंबे समय से प्रमोशन की राह देख रहे सिपाहियों के लिए राहत भरी खबर आई है. जुलाई माह के अंत तक 1200 कॉन्स्टेबल प्रमोशन पाकर हेड कॉन्स्टेबल बनने जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार प्रमोशन की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है. ऐसे में पहले चरण के तहत सबसे पहले वरिष्ठता (सीनियरिटी) के आधार पर 1200 कॉन्स्टेबल हेड कॉन्स्टेबल पर पदोन्नति किए जाएंगे.
प्रमोशन के बाद खाली सिपाहियों के पदों पर नई भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी. खाली होने वाले पदों पर सिविल पुलिस और फायर सर्विस कर्मियों की नई भर्ती संभवत इसी साल अक्टूबर और नवंबर तक पूरी कर ली जाएगी.
सिपाही से हवलदार बनने की परीक्षा भी होगी जल्द
वहीं उत्तराखंड पुलिस विभाग सिपाही से हवलदार प्रमोशन प्रक्रिया में लगा हुआ है. इसके लिए पुलिस विभाग प्रांतीय योग्यता परीक्षा को भी जल्द कराने का मन बना रहा है. जिसके लिए आईजी कार्मिक द्वारा परीक्षा आयोजन के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है. शासन से इस प्रस्ताव पर मंजूरी मिलते ही सिपाही से हवलदार प्रमोशन पाने के लिए प्रांतीय योग्यता परीक्षा का आयोजन किया जाएगा. जिसके बाद प्रमोशन का रास्ता साफ हो पाएगा. आईजी कार्मिक जीएस मार्तोलिया के मुताबिक प्रांतीय योग्यता परीक्षा में सिपाही से हवलदार के प्रमोशन के लिए कम से कम 5 वर्ष की सेवा सर्विस अनिवार्य है.
दरोगा से इंस्पेक्टर बनने की प्रक्रिया के बीच फंसा है यह पेंच
दरोगा से इंस्पेक्टर बनने की प्रक्रिया अभी भी दो अलग-अलग प्राथमिकताओं वाले तकनीक पेंच के कारण अधर में लटकी हुई है. दरोगाओं की प्रमोशन प्रक्रिया में चरित्र पंजिका और वरिष्ठता का पेंच फंसा हुआ है. पुलिस मुख्यालय कार्मिक और शासन के बीच समन्वय ना होने के कारण लगभग 92 दरोगाओं का प्रमोशन नहीं हो पा रहा है. हालांकि राज्य बनने के 18 साल बाद अब पुलिस दरोगाओं की नियमावली बनने की उम्मीद जगी थी. लेकिन प्रमोशन प्रक्रिया में दो प्राथमिकता को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
नियमावली बनने के बाद जहां एक तरफ पुलिस मुख्यालय वरिष्ठता के आधार पर दरोगाओं का इंस्पेक्टर पद पर प्रमोशन करना चाहता है. वहीं दूसरी तरह प्रमोशन की कतार में लगे कुछ दरोगा अपने सेवाकाल में बेहतर परफॉर्मेंस देने वाले चरित्र पंजिका के आधार पर प्रमोशन देने की मांग कर रहे हैं.