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अंब्रेला एक्ट के विरोध में शिक्षकों और छात्रों ने किया सचिवालय कूच

अंब्रेला एक्ट के विरोध में आज अशासकीय डिग्री कॉलेजों के शिक्षक, कर्मचारी और छात्रों ने सचिवालय कूच किया. उन्होंने इस एक्ट को रद्द करने की मांग की है.

Abrela Act
अब्रेला एक्ट के विरोध में उतरे प्रोफेसर्स और छात्र
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Published : Dec 23, 2020, 3:50 PM IST

Updated : Dec 23, 2020, 7:05 PM IST

देहरादून: प्रदेश में अंब्रेला एक्ट का विरोध तेज हो गया है. इसी कड़ी में डीएवी, डीबीएस, एसजीआरआर और एमकेपी के शिक्षकों और छात्रों ने आज संयुक्त रूप से सचिवालय कूच किया. इस दौरान भारी पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को सुभाष रोड स्थित सचिवालय से पहले ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. इस बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया. जिसमें कई प्रदर्शनकारियों को हल्की चोटें भी आई हैं.

शिक्षकों और छात्रों ने किया सचिवालय कूच.

दरअसल, प्रदर्शन के दौरान कुछ छात्र बैरिकेडिंग पर चढ़ गए. वह महिला कॉन्स्टेबल के साथ धक्का-मुक्की करने लगे. पुलिस की तरफ से काफी देर समझाने के बाद भी जब छात्र नहीं मानें तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. जिसके बाद छात्र सड़क पर ही धरने पर बैठ गए.

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प्रदर्शन में शामिल डीएवी पीजी कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जीपी डंग ने कहा कि उत्तराखंड राज्य विश्वविद्यालय विद्यालय 2020 में वर्तमान में लागू उत्तराखंड प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 के कुछ महत्वपूर्ण प्रावधान शामिल नहीं किए गए हैं. इससे शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन भुगतान संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.

ये भी पढ़ें: जीवनदायिनी बदलते-बदलते दम तोड़ रहा 'जीवन', लोगों को सरकार के वादों से नहीं एतबार

उन्होंने कहा कि अंब्रेला एक्ट से सहायता प्राप्त अशासकीय महाविद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन भुगतान की व्यवस्था संबंधी प्रावधान हटा दिया गया है. शिक्षकों का कहना है कि उत्तराखंड में उच्च शिक्षा विभाग के तहत अंब्रेला एक्ट पारित किया गया था. जिसके विरोध में आज शिक्षकों और छात्रों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. वे इस एक्ट को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. इस संबंध में प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन के माध्यम से प्रिंसिपल सेक्रेटरी को भी एक ज्ञापन भेजा है.

ये भी पढ़ें : हरिद्वार में दुष्कर्म का एक और मामला आया सामने, रेप के बाद प्रेगनेंट हुई 15 साल की छात्रा

बता दें कि इस विधेयक में कुछ प्रावधान नहीं होने से सहायता प्राप्त अशासकीय डिग्री कॉलेजों के शिक्षक और कर्मचारी नाराज हैं. एक्ट में संशोधन की मांग करते हुए बुधवार को कई कॉलेजों के शिक्षकों और छात्रों ने सचिवालय कूच कर अपना विरोध दर्ज कराया.

देहरादून: प्रदेश में अंब्रेला एक्ट का विरोध तेज हो गया है. इसी कड़ी में डीएवी, डीबीएस, एसजीआरआर और एमकेपी के शिक्षकों और छात्रों ने आज संयुक्त रूप से सचिवालय कूच किया. इस दौरान भारी पुलिस बल ने प्रदर्शनकारियों को सुभाष रोड स्थित सचिवालय से पहले ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. इस बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई. जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया. जिसमें कई प्रदर्शनकारियों को हल्की चोटें भी आई हैं.

शिक्षकों और छात्रों ने किया सचिवालय कूच.

दरअसल, प्रदर्शन के दौरान कुछ छात्र बैरिकेडिंग पर चढ़ गए. वह महिला कॉन्स्टेबल के साथ धक्का-मुक्की करने लगे. पुलिस की तरफ से काफी देर समझाने के बाद भी जब छात्र नहीं मानें तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. जिसके बाद छात्र सड़क पर ही धरने पर बैठ गए.

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प्रदर्शन में शामिल डीएवी पीजी कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. जीपी डंग ने कहा कि उत्तराखंड राज्य विश्वविद्यालय विद्यालय 2020 में वर्तमान में लागू उत्तराखंड प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 के कुछ महत्वपूर्ण प्रावधान शामिल नहीं किए गए हैं. इससे शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन भुगतान संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.

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उन्होंने कहा कि अंब्रेला एक्ट से सहायता प्राप्त अशासकीय महाविद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन भुगतान की व्यवस्था संबंधी प्रावधान हटा दिया गया है. शिक्षकों का कहना है कि उत्तराखंड में उच्च शिक्षा विभाग के तहत अंब्रेला एक्ट पारित किया गया था. जिसके विरोध में आज शिक्षकों और छात्रों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. वे इस एक्ट को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. इस संबंध में प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन के माध्यम से प्रिंसिपल सेक्रेटरी को भी एक ज्ञापन भेजा है.

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बता दें कि इस विधेयक में कुछ प्रावधान नहीं होने से सहायता प्राप्त अशासकीय डिग्री कॉलेजों के शिक्षक और कर्मचारी नाराज हैं. एक्ट में संशोधन की मांग करते हुए बुधवार को कई कॉलेजों के शिक्षकों और छात्रों ने सचिवालय कूच कर अपना विरोध दर्ज कराया.

Last Updated : Dec 23, 2020, 7:05 PM IST
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