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डोइवाला शुगर मिल में इस साल बंपर चीनी उत्पादन, हुई 9.90 प्रतिशत रिकॉर्ड रिकवरी - डोइवाला शुगर मिल में इस साल बंपर चीनी उत्पादन

डोइवाला में साल 2018-2019 में हुई गन्ने की काफी अच्छी पैदावार. डोइवाला शुगर मिल को हुई रिकॉर्ड चीनी रिकवरी.

डोइवाला शुगर मिल.
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Published : May 1, 2019, 10:58 PM IST

डोइवाला: गन्ने की अच्छी पैदावार और शीघ्र प्रजाति के गन्ने की खेती से डोइवाला शुगर मिल को काफी फायदा मिल रहा है. डोइवाला शुगर मिल को अबतक की सबसे अधिक चीनी की रिकवरी हुई है. इस बार के गन्ना पेराई सत्र के बाद चीनी की रिकवरी 9.90 प्रतिशत दर्ज की गई है, जो अबतक की सर्वाधिक है. दरअसल, डोइवाला शुगर मिल का पेराई सत्र 29 अप्रैल को खत्म हो गया था.

मनमोहन सिंह रावत, अधिशासी निदेशक, डोइवाला शुगर मिल

डोइवाला शुगर मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने बताया कि इस बार किसानों को गोष्ठियों और सेमिनार से गन्ने की अच्छी पैदावार के लिए जागरूक किया गया था. इसके अलावा अच्छी नस्ल व अगेती प्रजाति के गन्ना लगाने के लिए किसानों को कहा था. इसके फलस्वरूप किसानों ने अगेती प्रजाति की गन्ने की खेती ज्यादा की, जिससे पैदावार अच्छी हुई और रिकवरी भी ज्यादा हुई है.

अधिशासी निदेशक ने बताया कि इस बार चीनी की अच्छी रिकवरी के साथ ही 27 लाख 43 हजार 696 क्विंटल गन्ने की पेराई की गई. जिसमें से 2 लाख 73 हजार 30 बेग चीनी प्राप्त हुई है. अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने बताया कि जो किसान अगेती प्रजाति का गन्ना लगाने से रह गए हैं उनको भी इस बार जागरूक किया जाएगा. उन्होंने बताया कि गन्ना किसानों को गन्ने में होने वाली बीमारियों के बारे में भी बताया जाएगा. इससे अगले साल भी गन्ने की अच्छी उपज अच्छी होगी.

डोइवाला चीनी मिल के गन्ना प्रबंधक कासिम अली ने बताया कि चीनी मिल का साल 1991-92 पेराई सत्र की चीनी की रिकवरी 9.42 प्रतिशत रही थी. पिछले पांच वर्षों में साल 2014-15 में 8.81 प्रतिशत; साल 2015-16 में 9.33 प्रतिशत; साल 2016-17 में 9.38 प्रतिशत; साल 2017-18 में 9.40 प्रतिशत और साल 2018-19 यानी इस सत्र में सबसे अधिक 9.90 प्रतिशत रिकवरी दर्ज की गई है.

डोइवाला: गन्ने की अच्छी पैदावार और शीघ्र प्रजाति के गन्ने की खेती से डोइवाला शुगर मिल को काफी फायदा मिल रहा है. डोइवाला शुगर मिल को अबतक की सबसे अधिक चीनी की रिकवरी हुई है. इस बार के गन्ना पेराई सत्र के बाद चीनी की रिकवरी 9.90 प्रतिशत दर्ज की गई है, जो अबतक की सर्वाधिक है. दरअसल, डोइवाला शुगर मिल का पेराई सत्र 29 अप्रैल को खत्म हो गया था.

मनमोहन सिंह रावत, अधिशासी निदेशक, डोइवाला शुगर मिल

डोइवाला शुगर मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने बताया कि इस बार किसानों को गोष्ठियों और सेमिनार से गन्ने की अच्छी पैदावार के लिए जागरूक किया गया था. इसके अलावा अच्छी नस्ल व अगेती प्रजाति के गन्ना लगाने के लिए किसानों को कहा था. इसके फलस्वरूप किसानों ने अगेती प्रजाति की गन्ने की खेती ज्यादा की, जिससे पैदावार अच्छी हुई और रिकवरी भी ज्यादा हुई है.

अधिशासी निदेशक ने बताया कि इस बार चीनी की अच्छी रिकवरी के साथ ही 27 लाख 43 हजार 696 क्विंटल गन्ने की पेराई की गई. जिसमें से 2 लाख 73 हजार 30 बेग चीनी प्राप्त हुई है. अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने बताया कि जो किसान अगेती प्रजाति का गन्ना लगाने से रह गए हैं उनको भी इस बार जागरूक किया जाएगा. उन्होंने बताया कि गन्ना किसानों को गन्ने में होने वाली बीमारियों के बारे में भी बताया जाएगा. इससे अगले साल भी गन्ने की अच्छी उपज अच्छी होगी.

डोइवाला चीनी मिल के गन्ना प्रबंधक कासिम अली ने बताया कि चीनी मिल का साल 1991-92 पेराई सत्र की चीनी की रिकवरी 9.42 प्रतिशत रही थी. पिछले पांच वर्षों में साल 2014-15 में 8.81 प्रतिशत; साल 2015-16 में 9.33 प्रतिशत; साल 2016-17 में 9.38 प्रतिशत; साल 2017-18 में 9.40 प्रतिशत और साल 2018-19 यानी इस सत्र में सबसे अधिक 9.90 प्रतिशत रिकवरी दर्ज की गई है.

Intro:uk-doiwala-pritam singh- डोईवाला शुगर मिल की अब तक की चीनी की सबसे अधिक रिकवरी 2018 -19 के गन्ना पेराई सत्र की 9.90 प्रतिशत रिकवरी दर्ज की गई।

गन्ने की अच्छी पैदावार और शीघ्र प्रजाति के गन्ने की खेती से डोईवाला शुगर मिल को इसका फायदा मिल रहा है डोईवाला शुगर मिल को अब तक की सबसे अधिक चीनी की रिकवरी प्राप्त हुई है इस बार के गन्ना पेराई सत्र के बाद चीनी की रिकवरी 9,90 प्रतिशत दर्ज की गई है जो अब तक की सबसे अधिक रिकवरी है डोईवाला शुगर मिल का पेराई सत्र 29 अप्रेल को समाप्त हो गया था उसके बाद चीनी की रिकवरी देखी गई तो शुगर मिल के शुरू होने से अब तक इस बार रिकॉर्ड रिकवरी दर्ज की गई है चीनी की अच्छी रिकवरी से चीनी के अच्छे दाम प्राप्त होंगे और इसका फायदा शुगर मील व किसानों को होगा ।


Body:डोईवाला शुगर मिल के अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने बताया कि इस बार किसानों को गोष्ठियों और सेमिनाओं के माध्यम से गन्ने की अच्छी पैदावार के लिए जागरूक किया गया और अच्छी नस्ल के व अगेती प्रजाति के गन्ना लगाने के लिए प्रेरित किया गया और किसानों ने भी इस बार अधिक अगेती प्रजाति की गन्ने की खेती की जिसका फायदा डोईवाला चीनी मिल को हुआ और गन्ने की अच्छी पैदावार व अगेती प्रजाति के गन्ना लगाने से चीनी की अच्छी रिकवरी प्राप्त हुई वहीं अधिशासी निदेशक मनमोहन सिंह रावत ने बताया कि जो किसान अगेती प्रजाति की गन्ना लगाने से रह गए हैं उनको भी इस बार जागरूक किया जाएगा और अगेती प्रजाति के गन्ना लगाने के लिए परित किया जाएगा ओर गन्ने में लगने वाली बीमारियों से भी अवगत कराया जायेगा । जिससे अगले साल भी गन्ने की अच्छी उपज से चीनी की अच्छी रिकवरी मिल सके अच्छी रिकवरी से चीनी के अच्छे दाम मिलेंगे वहीं इसका फायदा किसानों को भी होगा अधिशासी निदेशक ने बताया कि इस बार चीनी की अच्छी रिकवरी के साथ साथ 27 लाख 43 हजार 696 कुंतल गन्ने की पेराई की गई और 2 लाख 73 हजार 30 बेग चीनी प्राप्त हुई ।


Conclusion:डोईवाला चीनी मिल के गन्ना प्रबंधक कासिम अली ने बताया कि डोईवाला चीनी मिल का सन 91 -92 पेराई सत्र की चीनी की रिकवरी 9.42 रही थी और पिछले पांच सालों में सन 14-15 में 8.81 सन 15-16 में 9.33 सन 16-17 में 9.38 सन 17-18 में 9.40 ओर सन 18-19 यानी इस सत्र में सबसे अधिक 9.90 प्रतिशत रिकवरी दर्ज की गई है ।

बाईट मनमोहन सिंह रावत अधिशासी निदेशक डोईवाला शुगर मिल
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