देहरादून: उत्तराखंड मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के कड़े आदेशों के बाद प्रदेश सहित राजधानी देहरादून में तेजी से बढ़ रहे कोरोना प्रकोप को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधाएं संसाधन बढ़ाने की चुनौती बढ़ती जा रही हैं. देहरादून जिला प्रशासन की मानें तो अगले एक हफ्ते में पर्याप्त संख्या में कोरोना बेड, आईसीयू, ऑक्सीजन बेड जैसे अन्य उपचार के संसाधनों की उपलब्धता को काफी हद तक पूरा कर लिया जाएगा. इसके लिए न सिर्फ सरकारी बल्कि गैर सरकारी अस्पतालों में भी सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं
जिलाधिकारी के मुताबिक सप्ताह भर में बेड उपलब्धता की समस्या काफी हद खत्म की जाएंगी. वहीं, पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध ऑक्सीजन को भी अब आसानी से आवश्यक मरीजों के लिए मुहैया कराया जा सकेगा.
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ऑक्सीजन प्लांट में मुस्तैदी बढ़ी
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद सबसे अधिक जोर ऑक्सीजन प्लांट में पावर को लेकर ध्यान दिया जा रहा है. जिलाधिकारी देहरादून आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक इसके लिए बकायदा प्रसाशनिक अधिकारी सहित यूपीसीएल विभाग की टीम को नियुक्त किया गया है, जो ऑक्सीजन प्लांट में 24 घंटे बिजली मुहैया कराने का काम करेगी.
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अस्पतालों और कोविड केयर सेंटरों में फॉयर सेफ्टी को लेकर हरकत में प्रशासन
वहीं, दूसरी ओर सभी अस्पतालों और कोविड-19 सेंटर में फायर सेफ्टी को लेकर मुख्यमंत्री के आदेश के बाद जिला प्रशासन एकाएक हरकत में आया है. जिलाधिकारी की मानें तो इसके लिए उत्तराखंड फायर सर्विस स्टेशन प्रभारी को सभी अस्पतालों व अन्य कोविड-केयर सेंटरों में त्वरित कार्रवाई करते हुए निरीक्षण के साथ ही फायर सेफ्टी के बंदोबस्त को पुख्ता करने लिए पत्र भेजा गया है.
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एक सप्ताह में समस्या खत्म होगी
देहरादून जिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव की मानें तो भारत सरकार से पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की डिलीवरी उनको प्राप्त हो रही है. उसी के मुताबिक सभी संबंधित अस्पतालों को डिमांड और कोटे के अनुसार ऑक्सीजन पूरी मात्रा में दी जा रही है. ऐसे में ऑक्सीजन की कमी नहीं है. इसके अलावा कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऑक्सीजन बेड, आईसीयू वार्ड में बेड और बढ़ाए जा रहे हैं. ऐसे में उम्मीद है कि एक सप्ताह तक काफी हद तक बेड उपलब्धता की समस्या खत्म हो जाएगी.
डीएम ने किया कंट्रोल रूम का निरीक्षण
वहीं, जिलाधिकारी डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने आपदा परिचालन केंद्र में बनाए गए कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर संचालित गतिविधियों का जायजा लिया. निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कंट्रोल रूम द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर पर प्राप्त होने वाली कॉल्स और उन पर की गई कार्यवाही की जानकारी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी से ली.