देहरादून: देशभर में कोरोना महामारी को हराने के लिए बीते 25 मार्च से 21 दिन के लिए लॉकडाउन लागू किया किया था. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन को जारी रखने का फैसला करते हुए 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की. लॉकडाउन के दौरान जहां आम लोग अपने घरों में कैद हैं. वहीं, कोरोना संक्रमण के जोखिम के बीच निजी सुरक्षा गार्ड पहले की ही तरह अपना फर्ज निभा रहे हैं.
देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच निजी सुरक्षा गार्ड वैसे ही अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं, जैसे वे किसी आम दिनों में किया करते थे. लॉकडाउन के बीच आज हर कोई अपने घरों में कैद होकर रह गया है. शहर भर के बड़े-बड़े कॉम्प्लेक्स, हाउसिंग कॉलोनी और शॉपिंग मॉल्स वीरान नजर आ रहे हैं. वहीं, इन सभी बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों की रखवाली करने वाले निजी सुरक्षा गार्ड आज भी अपनी ड्यूटी पर तैनात हैं.
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उत्तराखंड में तकरीबन 280 सुरक्षा गार्ड एजेंसियां हैं, जो सुरक्षा गार्ड मुहैया कराती हैं. एजेंसियों की जिम्मेदारी है कि वे इन सुरक्षा गार्डों के सभी अधिकारों और हितों की रक्षा करें. साथ ही इस तरह के जोखिम भरे दौर में इन लोगों की खुद की सुरक्षा की भी पूरी जिम्मेदारी उठाएं.
कोरोना महामारी के बीच अपनी जान जोखिम में डालकर सभी सुरक्षा गार्ड अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. ऐसे ही कई सुरक्षा गार्ड से उनके हालातों के बारे में ईटीवी भारत ने जानने की कोशिश की. देहरादून शहर के तमाम बड़े-बड़े कॉम्प्लेक्स में काम कर रहे निजी सुरक्षा गार्ड से बातचीत की.
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ईटीवी भारत ने जब इन निजी सुरक्षा गार्ड से बातचीत की तो इनका दर्द भी कैमरे पर साफ झलक आया. सुरक्षा गार्डों ने बताया कि लॉकडाउन के चलते इस समय सभी लोग अपने घरों में कैद हैं. लेकिन, उन्हें आज भी महामारी के जोखिम के बीच अपनी ड्यूटी पर आना पड़ा है.
देहरादून में मौजूद निजी सुरक्षा गार्ड एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार की तरफ से सुरक्षा गार्डों को भी अनिवार्य सेवाओं में रखा गया है. उन्होंने कहा कि सरकार के आदेश के तहत सभी सुरक्षा गार्ड पहले की ही तरह ड्यूटी पर तैनात हैं.
वहीं, सरकार का पक्ष रखते हुए संयुक्त सचिव गृह अतर सिंह ने बताया कि उत्तराखंड में 280 निजी सुरक्षा गार्ड एजेंसीयां हैं. इन संस्थाओं को सभी सुरक्षा गार्डों के वेतन और उनके तमाम अन्य अधिकारों को लेकर सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही संयुक्त सचिव गृह ने कहा कि अगर उनके पास किसी भी तरह की लापरवाही का मामला आता है तो उस पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी.