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इंसानियत को भूल वैक्सीन के नाम पर चौतरफा मची लूट, कांग्रेस ने भी सरकार को घेरा

प्राइवेट हॉस्पिटलों ने कोरोना को मुनाफाखोरी का अवसर बना दिया है. पहले जहां कोरोना मरीजों को लूटा जा रहा था. वहीं अब वैक्सीनेशन पर प्राइवेट हॉस्पिटलों की मुनाफाखोरी चल रही है. जिस वैक्सीन के लिए 900 रुपए तय किए है, उसी के निजी अस्पताल 1000 से 1200 रुपए तक ले रहे थे.

corona vaccine news
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Published : Jun 5, 2021, 9:15 PM IST

Updated : Jun 7, 2021, 4:23 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में 45+ को तो आसानी से वैक्सीन (corona vaccine) मिल जा रही है, लेकिन 18 से 44 साल की आयु वर्ग के लिए प्रदेश में वैक्सीन की किल्लत है. ये वर्ग वैक्सीन लगवाने के लिए दर-दर भटक रहा है. प्रदेश में हो रही वैक्सीन की किल्लत और लोगों की मजबूरी का फायदा कुछ निजी हॉस्पिटल उठा रहे है, जो वैक्सीन लगवाने के लिए तय दामों से ज्यादा पैसा वसूल (charging arbitrarily for corona vaccine) रहे है. कांग्रेस (congress) भी इस मामले में सरकार हमलावर होती हुई दिख रही है.

वैक्सीन के नाम पर लूट रहे निजी अस्पताल.

दरअसल, उत्तराखंड सरकार ने प्राइवेड हॉस्पिटलों को भी वैक्सीन (corona vaccine) लगाने की परमिशन दे दी है. प्राइवेड हॉस्पिटल सीधे एजेंसी से वैक्सीन (corona vaccination) खरीद कर लोगों के लगा सकते है. इसके लिए वे अपना चार्ज भी निर्धारित कर सकते है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अंतर्गत आने वाले हॉस्पिटलों ने बैठक में तय किया था कि कोविशील्ड वैक्सीन की एक डोज 900 रुपए में लगाई जाएगी. क्योंकि निजी हॉस्पिटलों को ये डोज जीएसटी सहित 630 रूपए में पड़ती है, लेकिन इस तरह की शिकायतें आ रही है कि कुछ हॉस्पिटल एक डोज का 900 रुपए की जगह 1000 से 1200 रुपए वसूल रहे है.

पढ़ें- अब सुधरेगी राज्य के लोगों की सेहत, केंद्र से मिला अब तक का सबसे बड़ा 894 करोड़ का बजट

इस बारे में जब देहरादून के जाने-माने वरिष्ठ फिजीशियन डॉ केपी जोशी से बता की गई तो उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोविड-19 वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए अब निजी अस्पतालों को अपने स्तर से वैक्सीन खरीदने की अनुमति दी है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के साथ हुई डॉक्टर्स की बैठक में यह फैसला लिया गया की इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अंतर्गत आने वाले सभी निजी अस्पतालों में कोविड वैक्सीनेशन प्रति व्यक्ति 900 रुपए में किया जाएगा.

वहीं निजी हॉस्पिटल जिस तरह के आम लोगों को वैक्सीन के नाम पर लूट रहे है, उस पर सरकार कुछ भी नहीं कर रही है. इस बारे में जब कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें भी इस तरह की कुछ शिकायतें मिली हैं. एक हॉस्पिटल में उन्होंने बात भी की है, जिसके बाद हॉस्पिटल ने वैक्सीन के दाम कर दिए है. वैसे सरकारी हॉस्पिटलों में वैक्सीन फ्री में लग रही है.

वहीं निजी हॉस्पिटलों की मनमानी को लेकर कांग्रेस ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने वैक्सीन के नाम पर लूट मचाने वाले निजी हॉस्पिटलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने सरकार के मुफ्त में वैक्सीन दिए जाने की मांग की है. सरकार ने प्रदेश की जनता से 18 से 45 आयु वर्ग और उससे ऊपर की आयु वर्ग के लोगों को नि:शुल्क वैक्सीन लगाने का वादा किया था, लेकिन उन्हें मुफ्त वैक्सीन तो नहीं लग रही है. ऊपर से निजी संस्थानों की ओर से मुनाफाखोरी की जा रही है और टीके बदले 900 से लेकर 1800 रुपए लिए जा रहे है.

देहरादून: उत्तराखंड में 45+ को तो आसानी से वैक्सीन (corona vaccine) मिल जा रही है, लेकिन 18 से 44 साल की आयु वर्ग के लिए प्रदेश में वैक्सीन की किल्लत है. ये वर्ग वैक्सीन लगवाने के लिए दर-दर भटक रहा है. प्रदेश में हो रही वैक्सीन की किल्लत और लोगों की मजबूरी का फायदा कुछ निजी हॉस्पिटल उठा रहे है, जो वैक्सीन लगवाने के लिए तय दामों से ज्यादा पैसा वसूल (charging arbitrarily for corona vaccine) रहे है. कांग्रेस (congress) भी इस मामले में सरकार हमलावर होती हुई दिख रही है.

वैक्सीन के नाम पर लूट रहे निजी अस्पताल.

दरअसल, उत्तराखंड सरकार ने प्राइवेड हॉस्पिटलों को भी वैक्सीन (corona vaccine) लगाने की परमिशन दे दी है. प्राइवेड हॉस्पिटल सीधे एजेंसी से वैक्सीन (corona vaccination) खरीद कर लोगों के लगा सकते है. इसके लिए वे अपना चार्ज भी निर्धारित कर सकते है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अंतर्गत आने वाले हॉस्पिटलों ने बैठक में तय किया था कि कोविशील्ड वैक्सीन की एक डोज 900 रुपए में लगाई जाएगी. क्योंकि निजी हॉस्पिटलों को ये डोज जीएसटी सहित 630 रूपए में पड़ती है, लेकिन इस तरह की शिकायतें आ रही है कि कुछ हॉस्पिटल एक डोज का 900 रुपए की जगह 1000 से 1200 रुपए वसूल रहे है.

पढ़ें- अब सुधरेगी राज्य के लोगों की सेहत, केंद्र से मिला अब तक का सबसे बड़ा 894 करोड़ का बजट

इस बारे में जब देहरादून के जाने-माने वरिष्ठ फिजीशियन डॉ केपी जोशी से बता की गई तो उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोविड-19 वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए अब निजी अस्पतालों को अपने स्तर से वैक्सीन खरीदने की अनुमति दी है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के साथ हुई डॉक्टर्स की बैठक में यह फैसला लिया गया की इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अंतर्गत आने वाले सभी निजी अस्पतालों में कोविड वैक्सीनेशन प्रति व्यक्ति 900 रुपए में किया जाएगा.

वहीं निजी हॉस्पिटल जिस तरह के आम लोगों को वैक्सीन के नाम पर लूट रहे है, उस पर सरकार कुछ भी नहीं कर रही है. इस बारे में जब कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें भी इस तरह की कुछ शिकायतें मिली हैं. एक हॉस्पिटल में उन्होंने बात भी की है, जिसके बाद हॉस्पिटल ने वैक्सीन के दाम कर दिए है. वैसे सरकारी हॉस्पिटलों में वैक्सीन फ्री में लग रही है.

वहीं निजी हॉस्पिटलों की मनमानी को लेकर कांग्रेस ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने वैक्सीन के नाम पर लूट मचाने वाले निजी हॉस्पिटलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने सरकार के मुफ्त में वैक्सीन दिए जाने की मांग की है. सरकार ने प्रदेश की जनता से 18 से 45 आयु वर्ग और उससे ऊपर की आयु वर्ग के लोगों को नि:शुल्क वैक्सीन लगाने का वादा किया था, लेकिन उन्हें मुफ्त वैक्सीन तो नहीं लग रही है. ऊपर से निजी संस्थानों की ओर से मुनाफाखोरी की जा रही है और टीके बदले 900 से लेकर 1800 रुपए लिए जा रहे है.

Last Updated : Jun 7, 2021, 4:23 PM IST
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