देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस में इन दिनों कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. जिसकी मुख्य वजह है कि नई कार्यकारिणी के गठन के बाद से ही कांग्रेस के तमाम नेताओं में नाराजगी देखी जा रही है. वहीं, इससे कांग्रेस के भीतर चल रही अंर्तकलह राजनीतिक गलियारों में एक बार उजागर हुई है. इसकी तस्दीक उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव के जारी एक कार्यक्रम से होती है, जिसमें इस कार्यक्रम की सूचना नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह को देना भी जरूरी नहीं समझा, जबकि बाकी सभी बड़े नेताओं को कार्यक्रम की प्रतिलिपि भेजी गई है.
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष बदलने के साथ ही नई कार्यकारिणी जारी होने के बाद तमाम नेता नाराज बताए जा रहे हैं. चर्चाएं इस बात की भी है की 2017 विधानसभा चुनाव में हारे हुए नेताओं को इस कार्यकारिणी में जगह दी गई है. जिससे कांग्रेस पार्टी के भीतर ही नाराजगी का दौर जारी है.
इसी बीच खुद कांग्रेस पार्टी के एक बड़े नेता ने कांग्रेस के दिग्गजों के बीच की नाराजगी की खबरों को और बल दे दिया है. जी हां, उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव 27 जुलाई को दो दिवसीय देहरादून दौरे पर आ रहे हैं. इस दौरान देवेंद्र यादव, नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के पदभार समारोह में शामिल होंगे. वहीं, इस दौरे की सूचना नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह को देना जरूरी नहीं समझा गया
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उधर, इससे पहले जब नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश थी. उस दौरान किसी भी केंद्रीय नेताओं के दौरे या प्रभारी के दौरे के दौरान उनके कार्यक्रम की सूचना नेता प्रतिपक्ष तक पहुंचाई जाती रही थी और बकायदा कार्यक्रम के नीचे उनका नाम भी लिखा जाता था. अब जब पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष बन गए हैं तो उनको कांग्रेस के नेता ही भूल गए. हाल ही में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के कार्यक्रम की सूचना प्रीतम सिंह को न दिये जाना इस बात को जाहिर कर रहा है.
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प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव का जारी कार्यक्रम की सूचना नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत, राष्ट्रीय सचिव काजी निजामुद्दीन, राष्ट्रीय सचिव राजेश धर्मानि, राष्ट्रीय सचिव दीपिका पांडे, राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के निजी सचिव, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के निजी सचिव, राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल के निजी सचिव, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष के निजी सचिव और राष्ट्रीय कांग्रेस भवन के नियंत्रण कक्ष को दी गई है.
वहीं, इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत ने इसे कांग्रेस पार्टी एक बड़ी भूल बताया है. रावत का मानना है कि यह अनजाने में हुई एक गलती नहीं है क्योंकि, इतनी बड़ी गलती कोई भी बड़ा नेता नहीं करता है. ऐसे में कांग्रेस ने एक बार फिर से जगजाहिर कर दिया है कि कांग्रेस के भीतर सिर फुटव्वल की स्थिति अभी भी बरकरार है. हालांकि, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव को इस भूल को जल्दी सुधार लेना चाहिए, जिससे पहले यह एक बड़ा मामला बन जाए.