देहरादूनः देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री को लेकर सूबे में सियासत तेज हो गई है. मामले को लेकर विभिन्न राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन त्रिवेंद्र सरकार को आढ़े हाथ ले रहे हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने त्रिवेंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार जन विरोधी फैसलों को पिछली सरकार पर थोपने का काम कर रही है. जबकि यह सरकार खनन, शराब और भू-माफियाओं के हाथों की कठपुतली बनी हुई है. जिसका जनता से कोई सरोकार नहीं है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने त्रिवेंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस सरकार को बने हुए पौने तीन साल होने जा रहे हैं. इन पौने तीन सालों में सरकार हर जन विरोधी कार्यों को पिछली सरकार पर थोपने का काम कर रही है. साथ ही कहा कि इन तीन सालों तक हिलटॉप के परिपेक्ष में इसका संज्ञान क्यों नहीं लिया गया? उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के गठन के दौरान आबकारी विभाग के माध्यम से प्रदेश भर में शराब की दुकानें खोली जा रही थी. सरकार के इस फैसले का मातृशक्ति सहित तमाम लोगों ने विरोध किया था.
ये भी पढ़ेंः चैंपियन के पार्टी से निष्कासित होने पर विधायक कर्णवाल के छलके खुशी के आंसू
उस दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मामले पर जनता को आश्वासन दिया था कि धीरे-धीरे शराब की दुकानें कम करने का काम किया जाएगा, लेकिन पौने 3 साल बाद सरकार कह रही है कि वो कांग्रेस के काम को आगे बढ़ा रहे हैं. बेहतर होता कि बीजेपी सरकार कांग्रेस के कामों को भी आगे बढ़ाती. साथ ही कहा कि यह सरकार खनन, शराब और भू माफियाओं के हाथों की कठपुतली बनी हुई है. इस सरकार को उत्तराखंड के जन सरकारों से कोई लेना देना नहीं है. यही कारण है कि त्रिवेंद्र सरकार लगातार जन विरोधी निर्णय लेने में लगी हुई है.