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कोरोना इफेक्ट: कैदी बोर्नविटा और राजमा से बढ़ाएंगे इम्यूनिटी

प्रदेश में कोरोना संकट से बचाव के लिए जेल में बंद कैदियों के इम्यूनिटी बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा. साथ ही शारीरिक रूप से कमजोर कैदियों को अतिरिक्त मात्रा में प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ खाने में दिया जाएगा.

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कैदी बोर्नविटा और राजमा से बढ़ाएंगे इम्यूनिटी
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Published : Aug 5, 2020, 5:32 PM IST

Updated : Aug 5, 2020, 7:44 PM IST

देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जेल प्रशासन ने कैदियों की इम्यूनिटी बढ़ाने पर जोर दे रहा है. इसी के उद्देश्य से अब कैदियों को ज्यादा से ज्यादा प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ खाने में दिया जाएगा. गौर हो कि प्रदेश के 10 जेलों में 5000 से ज्यादा सजायाफ्ता या विचाराधीन कैदी बंद हैं. ऐसे में कैदियों के मध्य सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना जेल प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा हैं.

जानकारी देते जेल एडीजी पीवी के प्रसाद.

बता दें कि नैनीताल और राजधानी देहरादून के विभिन्न जेलों में 100 से अधिक कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इन परिस्थितियों में अब जेल प्रशासन अतिरिक्त सतर्कता बरतने के साथ ही कैदियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए प्रोटीनयुक्त आहार यानी दाल, राजमा, अंडा और बोर्नविटा खाने में दिया जा रहा है. वहीं, जो कैदी शारीरिक रूप से कमजोर हैं. उन्हें प्रोटीनयुक्त सामग्री ज्यादा मात्रा में दी जाएगी.

अक्टूबर माह तक ऐहतियतन जेल में सभी कैदियों का कोरोना टेस्ट करवा लिया जाएगा

वहीं, राज्य की जेलों में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी कैदियों का बारी-बारी से कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है. संक्रमण के लक्षण पाए जाने वाले कैदियों को अन्य कैदियों से अलग बैरक में रखने की व्यवस्था भी की गई है.

जेल एडीजी पीवी के प्रसाद के मुताबिक हर 15-15 दिनों के अंतराल में जेलों में 200 से 300 कैदियों का सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजा जा रहा है. ताकि संक्रमण से ग्रसित कैदियों को अलग कर सरकारी अस्पतालों के साथ बाहर अलग से बनाए गए कोविड-19 केयर सेंटर (आइसोलेशन) पर उपचार के लिए भेजा जा सके. अनुमान के मुताबिक आगामी अक्टूबर माह तक सभी कैदियों का कोरोना टेस्ट करवा लिया जाएगा. इसके अलावा बाहर से गिरफ्तार होकर जेल आने वाले नए कैदियों को फिलहाल सभी जेलों के बाहर तैयार किये गए अस्थायी जेलों में 15 दिनों तक रखा जा रहा है, फिर कोरोना प्रोटोकॉल की सारी प्रक्रिया पूरा होने के बाद ही स्थायी जेल में स्थानांतरित की जा जाएगी.

कोरोना के खतरे के चलते जेल में मुलाकात करने वालों लोगों पर भी पाबंदी

यहां तक की अब कैदियों से मुलाकात करने वाले लोगों पर तत्काल प्रभाव से पाबंदी लगा दी गई है. हालांकि विशेष परिस्थिति मे जेल प्रशासन से अतिरिक्त अनुमति लेकर सावधानीपूर्वक नियमानुसार मिलने की इजाजत जारी रहेगी. जेल एडीजी के मुताबिक बाहर से आकर जेल में कैदियों से मुलाकात करने जैसे विषयों से भी कोरोना फैलने का खतरा जेल में बढ़ रहा है. ऐसे में सामान्य रूप से तय दिनों में मुलाकात करने पर पूर्ण रूप से इन दिनों पाबंदी लगाई गई है.

देहरादून: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जेल प्रशासन ने कैदियों की इम्यूनिटी बढ़ाने पर जोर दे रहा है. इसी के उद्देश्य से अब कैदियों को ज्यादा से ज्यादा प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ खाने में दिया जाएगा. गौर हो कि प्रदेश के 10 जेलों में 5000 से ज्यादा सजायाफ्ता या विचाराधीन कैदी बंद हैं. ऐसे में कैदियों के मध्य सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना जेल प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा हैं.

जानकारी देते जेल एडीजी पीवी के प्रसाद.

बता दें कि नैनीताल और राजधानी देहरादून के विभिन्न जेलों में 100 से अधिक कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इन परिस्थितियों में अब जेल प्रशासन अतिरिक्त सतर्कता बरतने के साथ ही कैदियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए प्रोटीनयुक्त आहार यानी दाल, राजमा, अंडा और बोर्नविटा खाने में दिया जा रहा है. वहीं, जो कैदी शारीरिक रूप से कमजोर हैं. उन्हें प्रोटीनयुक्त सामग्री ज्यादा मात्रा में दी जाएगी.

अक्टूबर माह तक ऐहतियतन जेल में सभी कैदियों का कोरोना टेस्ट करवा लिया जाएगा

वहीं, राज्य की जेलों में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी कैदियों का बारी-बारी से कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है. संक्रमण के लक्षण पाए जाने वाले कैदियों को अन्य कैदियों से अलग बैरक में रखने की व्यवस्था भी की गई है.

जेल एडीजी पीवी के प्रसाद के मुताबिक हर 15-15 दिनों के अंतराल में जेलों में 200 से 300 कैदियों का सैंपल कोरोना जांच के लिए भेजा जा रहा है. ताकि संक्रमण से ग्रसित कैदियों को अलग कर सरकारी अस्पतालों के साथ बाहर अलग से बनाए गए कोविड-19 केयर सेंटर (आइसोलेशन) पर उपचार के लिए भेजा जा सके. अनुमान के मुताबिक आगामी अक्टूबर माह तक सभी कैदियों का कोरोना टेस्ट करवा लिया जाएगा. इसके अलावा बाहर से गिरफ्तार होकर जेल आने वाले नए कैदियों को फिलहाल सभी जेलों के बाहर तैयार किये गए अस्थायी जेलों में 15 दिनों तक रखा जा रहा है, फिर कोरोना प्रोटोकॉल की सारी प्रक्रिया पूरा होने के बाद ही स्थायी जेल में स्थानांतरित की जा जाएगी.

कोरोना के खतरे के चलते जेल में मुलाकात करने वालों लोगों पर भी पाबंदी

यहां तक की अब कैदियों से मुलाकात करने वाले लोगों पर तत्काल प्रभाव से पाबंदी लगा दी गई है. हालांकि विशेष परिस्थिति मे जेल प्रशासन से अतिरिक्त अनुमति लेकर सावधानीपूर्वक नियमानुसार मिलने की इजाजत जारी रहेगी. जेल एडीजी के मुताबिक बाहर से आकर जेल में कैदियों से मुलाकात करने जैसे विषयों से भी कोरोना फैलने का खतरा जेल में बढ़ रहा है. ऐसे में सामान्य रूप से तय दिनों में मुलाकात करने पर पूर्ण रूप से इन दिनों पाबंदी लगाई गई है.

Last Updated : Aug 5, 2020, 7:44 PM IST
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