देहरादून: कोरोना महामारी में लॉकडाउन के बीच देहरादून के निजी स्कूलों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है. निजी स्कूल छात्रों पर दसवीं का रिजल्ट घोषित किए बिना ही ग्यारहवीं कक्षा में प्रवेश के लिए दबाव बना रहे हैं. नेशनल एसोसिएशन फॉर पेरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स ने प्रशासन से ऐसे स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
नेशनल एसोसिएशन फॉर पेरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरिफ खान का कहना है लॉकडाउन में भी स्कूलों की तरफ से अभिभावकों से धन वसूली के नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं. निजी स्कूल का ऐसा ही एक मामला एसोसिएशन के समक्ष आया है. अभिभावकों ने स्कूल पर आरोप लगाया कि अभी बोर्ड के परिणाम घोषित भी नहीं हुए हैं और स्कूल की तरफ से अभिभावकों पर 11वीं क्लास में बच्चों के एडमिशन के लिए दबाव बनाया जा रहा है. एसोसिएशन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक शिकायती पत्र जिलाधिकारी को भेजा है.
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वहीं एसोसिएशन ने प्रशासन से मांग की है कि जब तक बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम घोषित नहीं हो जाता तब तक किसी भी छात्र-छात्रा को फॉर्म भरने के लिए बाध्य ना किया जाए. इसके साथ ही जिन छात्रों ने फॉर्म भर दिए हैं उन्हें किताबें खरीदने और फीस के अलावा अन्य शुल्क जमा करने के लिए बाध्य न किया जाए.