देहरादून: चमोली आपदा के बाद अब निर्माण से जुड़े सभी विभाग सतर्क नजर आ रहे है. ऐसे में लोक निर्माण विभाग द्वारा भी आनन-फानन में 71 ऐसे पुलों को चिन्हित किया गया है, जोकि आउटडेटेड हो चुके हैं. इन पुलों पर किसी भी वक्त दुर्घटना घट सकती है.
उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा के बाद लगातार हो रहे निर्माण कार्यों से जुड़े मानकों को लेकर सवाल उठ रहे हैं. ऐसे में हर एक विभाग अपने अधूरे पड़े प्रस्ताव और मानकों को लेकर मुस्तैद हो गया है. इसी कड़ी में लोक निर्माण विभाग के 71 ऐसे पुल चयनित किए गए हैं. जो पुल आउटडेटेड हो चुके हैं. इन पर किसी भी वक्त कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है. मौजूदा समय में प्रदेश में तकरीबन 350 में से 71 ऐसे पुलों को उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग ने आनन-फानन में चिन्हित किए हैं, जोकि आउटडेटेड हो चुके हैं और इनकी क्षमता बढ़ाई जानी है. इन में से कई पुल आजादी के समय के हैं.
पढ़ें: आपदा पर सतपाल महाराज ने जताई शंका, कहा- कहीं परमाणु विकिरण तो कारण नहीं
लोक निर्माण विभाग द्वारा इन्हें चिन्हित करने, इसमें इनकी क्षमता बढ़ाए जाने की कवायद शुरू की गई है. इस वक्त सभी विभागों का यह उद्देश्य है कि किसी भी तरह से कोई आपदा या फिर किसी भी तरह की कोई दुर्घटना के लिए विभाग जिम्मेदार और लापरवाही न बने.