देहरादून: चारधाम यात्रा को सुचारू और सफल बनाने के लिए सभी तैयारियां युद्ध स्तर पर शुरू कर दी गई हैं. ताकि कोरोना काल के बाद चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े. पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि सीएम की बैठक में सभी विभागों को अपनी तैयारियां पूरी रखने के निर्देश दिए गए हैं. इस बार मैदानी इलाकों में गर्मी अत्यधिक होने और यात्रा को पूरे तरीके से खोलने से श्रद्धालुओं के बड़ी संख्या में पहुंचने के आसार हैं. इसलिए प्रत्येक यात्रा का पंजीकरण अनिवार्य किया गया है. साथ ही कोविड को देखते हुए सभी प्रकार के एहतियात बरते जाएंगे.
सतपाल महाराज ने कहा यमुनोत्री, गंगोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर पहली बार ड्रोन से भी यात्रा व्यवस्थाओं पर नजर रखी जायेगी. ताकि किसी प्रकार की आपातकाल स्थिति में व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा सके. इसके साथ चारधाम यात्रा मार्गों पर निर्माण कार्य भी चल रहे हैं.
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स्लाइडिंग जोन और एवलॉन्च वाले इलाकों में जेसीबी तैनात की जायेगी. साथ ही चारधाम यात्रा मार्ग पर कहीं पर सड़क बंद होने और मुख्य डेंजर जोन पर एलेक्ट्रॉनिक एलईडी लगाई जाएगी. जिससे यात्रियों को मार्ग बंद होने और डायवर्जन रूट की जानकारी सही से मिल सके. इसके साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था के लिए डायवर्जन रूटों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं.
सतपाल महाराज ने कहा कि यात्रा को सुचारू और सुविधाजनक बनाने के लिए हर प्रकार की व्यवस्थाएं की गई हैं. बता दें कि आगामी 3 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का आगाज हो जाएगा. इसके बाद 6 मई को बाबा केदारनाथ धाम और 8 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ 6 माह के लिए खोल दिये जायेंगे. दो साल कोरोना काल के बाद इस वर्ष चारधाम यात्रा को बिना पाबंदियों के पूरी तरह खोला जा रहा है.