देहरादून: उत्तराखंड चारधाम समेत 51 अन्य मंदिरों की व्यवस्था को एक बोर्ड के अधीन लाने और इन मंदिरों की व्यवस्था व रखरखाव के लिए उत्तराखंड सरकार ने चारधाम देवस्थानम बोर्ड का गठन किया था. जिसमें 6 विधायकों और तीन सांसदों को बोर्ड का सदस्य नामित किया जाना है. इसमें से उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ने 2 विधायकों को सदस्य नामित कर दिया है. विधायक महेंद्र भट्ट और गोपाल सिंह रावत को विधानसभा अध्यक्ष ने चारधाम देवस्थानम बोर्ड का सदस्य नामित किया है.
गौर हो कि गंगोत्री यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुल चुके हैं और 15 मई को बदरी विशाल धाम का भी का कपाट खुल जाएगा, लेकिन अभी तक चार धाम देवस्थानम बोर्ड अपना आकार नहीं ले पाया है क्योंकि बोर्ड का कोरम अभी तक पूरा नहीं हो पाया है. 13 जनवरी को विधानसभा में एक्ट पास होने के बाद 24 फरवरी को चारधाम देवस्थानम बोर्ड के सीईओ की नियुक्ति कर दी गई थी. लिहाजा अब बोर्ड को आकार में लाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने 2 विधायकों को सदस्य के रूप में नामित कर दिया है.
ये भी पढ़े: उत्तराखंड कैबिनेटः कोरोना वायरस को देखते हुए लिए गए कई अहम फैसले, यहां जानें
23 फरवरी को देवस्थानम बोर्ड के गठन का नोटिफिकेशन जारी होते ही बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति का अस्तित्व स्वतः समाप्त हो गया था. इसके बाद बीकेटीसी के सभी पदाधिकारियों व अधिकारियों को कार्यमुक्त करते हुए, उनके अधिकार भी वापस ले लिये गये और फिर बीकेटीसी के सभी बैंक खातों के संचालन का अधिकार देवस्थानम बोर्ड के सीईओ को दिया गया था. हालांकि, 2 विधायकों की नियुक्ति तो बोर्ड में सदस्य के रूप में कर ली गई है, लेकिन अभी भी चार विधायक और तीन सांसद की नियुक्ति की जानी है. इनकी नियुक्ति होने के बाद ही बोर्ड की बैठक का कोरम पूरा होगा. जिसके बाद प्रशासनिक और आर्थिक प्रस्ताव पारित किए जाएंगे.