देहरादूनः उत्तराखंड के सभी जिलों में अब गर्भवती महिलाओं को प्रसव से पहले बर्थ वेटिंग होम की सुविधा मिलेगी. अभी तक सिर्फ देहरादून और हरिद्वार में गर्भवतियों के लिए बर्थ वेटिंग होम की सुविधा शुरू करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन अब प्रदेश के सभी जिलों में मौजूद वन स्टॉप सेंटर को प्री बर्थ वेटिंग होम के रूप में डेवलप किया जाएगा. जिससे गर्भवती महिलाओं को न सिर्फ काफी सहूलियत होगी, बल्कि निशुल्क प्रसव से पूर्व गर्भवतियों को रुकने को सुविधा मिलेगी.
उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव आर राजेश कुमार ने बताया कि महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों में वन स्टॉप सेंटर संचालित हो रहे हैं. जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग को एक प्रस्ताव भेजा गया था. जिसमें इस बात का जिक्र किया गया था कि वन स्टॉप सेंटर, प्री बर्थ वेटिंग होम के रूप में काम कर सकते हैं. इस प्रस्ताव पर विभाग ने अपनी मंजूरी दे दी है. लिहाजा, अब सरकार ने केंद्र सरकार से एनएचएम के सप्लीमेंट्री बजट में इसके लिए फंड की मांग की है.
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एनएचएम के सप्लीमेंट्री बजट में फंड मिलने से सभी जिलों में मौजूद वन स्टॉप सेंटर में गर्भवती महिलाओं को प्री बर्थ वेटिंग होम का लाभ मिल सकेगा. लिहाजा, जो गर्भवती महिलाएं दूर दराज से आती हैं, वो यहां रुक सकेंगी. इसका सारा खर्च स्वास्थ्य विभाग उठाएगा. बता दें कि बीते साल दिसंबर महीने में हुई राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की बैठक में प्री बर्थ वेटिंग होम बनाने का निर्णय लिया गया था. उस दौरान देहरादून और हरिद्वार में बनाने का निर्णय लिया गया था. अब प्रदेश के सभी जिलों में प्री बर्थ वेटिंग होम बनाने का निर्णय लिया गया है.