ETV Bharat / state

अपने ज्ञान, तर्क और भाषण के लिए याद किये जाएंगे प्रकाश पंत - प्रकाश पंत

सदन के अंदर प्रकाश पंत की मौजूदगी सरकार के लिए संजीवनी जैसी थी. दरअसल, सदन में जब भी सरकार घिरती थी, तब प्रकाश पंत सरकार की ढाल बनकर किरकिरी होने से बचा लेते थे. कई बार प्रकाश पंत ने सदन के अंदर भी अपने तार्किक जवाब के जरिये विपक्ष की बोलती बंद की है.

हमेशा याद रहेंगे प्रकाश पंत
author img

By

Published : Jun 5, 2019, 9:39 PM IST

देहरादून: लंबी बीमारी के चलते उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत का आज बुधवार को अमेरिका के अस्पताल में देहांत हो गया. प्रकाश पंत उत्तराखंड की राजनीति में अपनी एक अलग ही पहचान रखते थे. उनकी मौत की खबर से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है.

उत्तराखंड में ऐसे गिने-चुने नेता ही हुए हैं, जिन्हें संसदीय और विधायी कार्यों में पारंगत माना जाता रहा है. प्रकाश पंत उत्तराखंड के संसदीय कार्यमंत्री थे और इन दिनों गंभीर बीमारी के चलते अमेरिका में अपना इलाज करवा रहे थे. लेकिन अचानक आई उनकी मौत की खबर ने सबको सकते में डाल दिया है.

पढ़ें- पीएम दौरे पर स्पेशल ड्यूटी संभालने वाले SDM गौरव चटवाल का इस्तीफा, मनीष सिंह को मिला प्रभार

सदन के अंदर प्रकाश पंत की मौजूदगी सरकार के लिए संजीवनी जैसी थी. दरअसल, सदन में जब भी सरकार घिरती थी, तब प्रकाश पंत सरकार की ढाल बनकर किरकिरी होने से बचा लेते थे. कई बार प्रकाश पंत ने सदन के अंदर भी अपने तार्किक जवाब के जरिये विपक्ष की बोलती बंद की है.

प्रकाश पंत सदन के अंदर इकलौते ऐसे नेता माने जाते थे, जो सबसे ज्यादा संसदीय कार्यप्रणाली को समझते थे. जिस कारण कई बार सदन के अंदर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने भी प्रकाश पंत के जवाबों पर उनकी पीठ थपथपाई थी.

प्रकाश पंत का यूं जाना उत्तराखंड की राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति है. सदन के अंदर प्रकाश पंत की कमी हर किसी को महसूस होगी और उनके तर्कों और ओजस्वी भाषणों को हमेशा याद किया जाएगा.

देहरादून: लंबी बीमारी के चलते उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत का आज बुधवार को अमेरिका के अस्पताल में देहांत हो गया. प्रकाश पंत उत्तराखंड की राजनीति में अपनी एक अलग ही पहचान रखते थे. उनकी मौत की खबर से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है.

उत्तराखंड में ऐसे गिने-चुने नेता ही हुए हैं, जिन्हें संसदीय और विधायी कार्यों में पारंगत माना जाता रहा है. प्रकाश पंत उत्तराखंड के संसदीय कार्यमंत्री थे और इन दिनों गंभीर बीमारी के चलते अमेरिका में अपना इलाज करवा रहे थे. लेकिन अचानक आई उनकी मौत की खबर ने सबको सकते में डाल दिया है.

पढ़ें- पीएम दौरे पर स्पेशल ड्यूटी संभालने वाले SDM गौरव चटवाल का इस्तीफा, मनीष सिंह को मिला प्रभार

सदन के अंदर प्रकाश पंत की मौजूदगी सरकार के लिए संजीवनी जैसी थी. दरअसल, सदन में जब भी सरकार घिरती थी, तब प्रकाश पंत सरकार की ढाल बनकर किरकिरी होने से बचा लेते थे. कई बार प्रकाश पंत ने सदन के अंदर भी अपने तार्किक जवाब के जरिये विपक्ष की बोलती बंद की है.

प्रकाश पंत सदन के अंदर इकलौते ऐसे नेता माने जाते थे, जो सबसे ज्यादा संसदीय कार्यप्रणाली को समझते थे. जिस कारण कई बार सदन के अंदर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने भी प्रकाश पंत के जवाबों पर उनकी पीठ थपथपाई थी.

प्रकाश पंत का यूं जाना उत्तराखंड की राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति है. सदन के अंदर प्रकाश पंत की कमी हर किसी को महसूस होगी और उनके तर्कों और ओजस्वी भाषणों को हमेशा याद किया जाएगा.

Intro:राजनेता होने के साथ एक मृदुभाषी, मिलनसार, ओजस्वी व्यक्तित्व और इससे भी बढ़कर संसदीय कार्य के ज्ञाता ...प्रकाश पंत अब हमारे बीच नही रहे... प्रकाश पंत उत्तराखंड का एक ऐसा चेहरा थे जिन्हें सदन के अंदर सरकार का ढाल भी माना जाता था...मौजूदा समय मे इंदिरा हृदयेश के साथ प्रकाश पंत ही वो दूसरा एक मात्र चेहरा है जिन्हें विदाई और संसदीय कार्यों के लिए सबसे ज्यादा जानकार माना जाता है।


Body:उत्तराखंड में ऐसे गिने-चुने नेता ही हुए हैं जिन्हें संसदीय और विधाई कार्यों में प्रांगत माना जाता रहा है इसी में एक थे संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत...प्रकाश पंत उत्तराखंड के संसदीय कार्यमंत्री थे और इनदिनों गंभीर बीमारी के चलते अमेरिका में अपना इलाज करवा रहे थे...सदन के अंदर प्रकाश पंत की मौजूदगी सरकार के लिए संजीविनी जैसी होती थी...दरअसल सदन में जब भी सरकार घिरती हुई नजर आती थी तब प्रकाश पंत सरकार के लिए ढाल बनकर उन सभी सवालों का जवाब देते थे जो सरकार की गले की फांस बन सकते थे। लेकिन ओजस्वी वक्ता प्रकाश पंत सदन के अंदर भी अपने तार्किक जवाब और घंटों के होमवर्क के जरिये विपक्ष की बोलती बंद कर देते थे... कई ऐसे मौके भी आए जब सदन में प्रकाश पंत को संसदीय कार्य मंत्री होने के नाते दूसरे मंत्रियों के विभागों के जवाब भी देने पड़े। लेकिन तब भी कमजोर हालातों और आक्रामक सवालों को प्रकाश पंत ने बखूबी समझते हुए संभाला और व्यवहार कुशलता से सदन में सरकार की किरकिरी होने से भी बचाया।

इंदिरा हृदयेश भी सदाम में कई बार तारीफ करती दिखाई दीं

विधानसभा सदन के अंदर भतार संसदीय कार्य मंत्री इंद्रा हिरदेश को एक जबरदस्त नेता के रूप में जाना जाता है और संसदीय कार्यप्रणाली की उनको सबसे ज्यादा जानकारी मान जाता है लेकिन सदन के अंदर प्रकाश पंत का विषय ज्ञान कई बार इंदिरा हृदयेश को भी अचंभित कर देता था प्रकाश पंत भाजपा के सदन के अंदर इकलौते ऐसे नेता दिखाई देते जो सबसे ज्यादा संसदीय कार्यप्रणाली को समझते थे। और इसीलिए कई बार सदन के अंदर इंदिरा हृदयेश ने भी प्रकाश पंत के जवाबों पर उनकी पीठ थपथपाई थी।




Conclusion:यूं तो यह उत्तराखंड की राजनीति के लिए बड़ी क्षति है लेकिन सदन के अंदर भाजपा का बतौर संसदीय कार्य मंत्री प्रतिनिधित्व करने वाले प्रकाश पंत की कमी अब सदन के अंदर हर किसी को महसूस होगी न केवल सरकार बल्कि विपक्ष भी उनके तर्कों और ओजस्वी भाषण को हमेशा याद करेगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.