देहरादून: लंबी बीमारी के चलते उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत का आज बुधवार को अमेरिका के अस्पताल में देहांत हो गया. प्रकाश पंत उत्तराखंड की राजनीति में अपनी एक अलग ही पहचान रखते थे. उनकी मौत की खबर से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है.
उत्तराखंड में ऐसे गिने-चुने नेता ही हुए हैं, जिन्हें संसदीय और विधायी कार्यों में पारंगत माना जाता रहा है. प्रकाश पंत उत्तराखंड के संसदीय कार्यमंत्री थे और इन दिनों गंभीर बीमारी के चलते अमेरिका में अपना इलाज करवा रहे थे. लेकिन अचानक आई उनकी मौत की खबर ने सबको सकते में डाल दिया है.
पढ़ें- पीएम दौरे पर स्पेशल ड्यूटी संभालने वाले SDM गौरव चटवाल का इस्तीफा, मनीष सिंह को मिला प्रभार
सदन के अंदर प्रकाश पंत की मौजूदगी सरकार के लिए संजीवनी जैसी थी. दरअसल, सदन में जब भी सरकार घिरती थी, तब प्रकाश पंत सरकार की ढाल बनकर किरकिरी होने से बचा लेते थे. कई बार प्रकाश पंत ने सदन के अंदर भी अपने तार्किक जवाब के जरिये विपक्ष की बोलती बंद की है.
प्रकाश पंत सदन के अंदर इकलौते ऐसे नेता माने जाते थे, जो सबसे ज्यादा संसदीय कार्यप्रणाली को समझते थे. जिस कारण कई बार सदन के अंदर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने भी प्रकाश पंत के जवाबों पर उनकी पीठ थपथपाई थी.
प्रकाश पंत का यूं जाना उत्तराखंड की राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति है. सदन के अंदर प्रकाश पंत की कमी हर किसी को महसूस होगी और उनके तर्कों और ओजस्वी भाषणों को हमेशा याद किया जाएगा.