देहरादूनः भारतीय डाक विभाग द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस साल भी बुधवार, 9 से आगामी 15 अक्टूबर तक 'राष्ट्रीय डाक सप्ताह' का आयोजन किया जा रहा है. इस सप्ताह के दौरान प्रत्येक दिवस पर डाकघर की वाली विभिन्न सेवाओं के प्रचार-प्रसार के लिए कई डाकघरों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.
बता दें कि एक समय था जब सूचना आदान-प्रदान करने के लिए डाक सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हुआ करती थी. लेकिन आज जिस तरह से नई-नई टेक्नोलॉजी ने पैर पसार लिया है. जिससे डाक के माध्यम से पत्राचार खत्म होता जा रहा है. यही नहीं वर्तमान समय मे डाक विभाग मात्र सरकारी पत्राचारों तक ही सीमित रह गया है.
वहीं, डाक विभाग द्वारा चलाए जा रहे तमाम योजनाओं को जनता से रूबरू करने को लेकर हर साल राष्ट्रीय डाक सप्ताह मनाया जाता है. वहीं, इस साल राष्ट्रीय डाक सप्ताह 9 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक मनाया जा रहा है. सप्ताह के पहले दिन यानी 9 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस मनाया जाता है.
क्यों मनाया जाता है विश्व डाक दिवस
डाक के महत्व की वजह से 9 अक्टूबर 1874 को स्विट्जरलैंड की राजधानी बर्न में 22 देशों ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे और यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन का गठन हुआ था. इसके बाद साल 1969 में टोकियो, जापान में आयोजित सम्मेलन में विश्व डाक दिवस के रूप में 9 अक्टूबर के दिन का चयन किया गया था. यही वजह है कि हर साल 9 अक्टूबर को 'विश्व डाक दिवस' मनाया जाता है.
ये रहेंगे कार्यक्रम
- 9 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस मनाया जा रहा है.
- 10 अक्टूबर को बैंकिंग दिवस मनाया जाएगा.
- 11 अक्टूबर को डाक जीवन बीमा दिवस मनाया जाएगा.
- 12 अक्टूबर को फिलेटली दिवस मनाया जाएगा.
- 14 अक्टूबर को व्यवसाय विकास दिवस मनाया जाएगा.
- 15 अक्टूबर को मेल दिवस मनाया जाएगा.
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वहीं, भारतीय डाक सेवा के उत्तराखंड सर्कल के डायरेक्टर सुनील कुमार राय ने बताया कि डाक विभाग के जो ग्राहक हैं. उनके लिए विश्व डाक दिवस के अवसर पर 9 अक्टूबर से डाक सप्ताह मनाया जाता है. वहीं, विश्व डाक दिवस मनाने का मकसद यह है की जिस तरह तकनीकी बदलाव आ रहा है.
उससे डाक पत्राचार में कमी आ रही है, लिहाजा नागरिकों को भारतीय डाक सेवा द्वारा चलाए जा रहे अन्य योजनाओं जैसे पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस, बचत बैंक, पासपोर्ट सेवा केंद्र, इंडिया पोस्ट्स पेमेन्ट्स बैंक, सुकन्या समृद्धि योजना के प्रति जागरूक करना है.