देहरादून: स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत एक तरफ देहरादून की तमाम मुख्य सड़कों को स्मार्ट बनाने का कार्य किया जा रहा है. तो वहीं, मॉनसून सीजन में हुई भारी बारिश से शहर की तमाम मुख्य सड़कें और गलियों की सड़कें बदहाल हैं. स्थिति यह है कि शहर की तमाम मुख्य सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं, जिससे राहगीरों को आवाजाही में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
देहरादून का दिल कहे जाने वाले घंटाघर चौराहे की मुख्य सड़क पर भी कई स्थानों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो चुके हैं, जिसकी वजह से वाहन हिचकोले खाते हुए गुजर रहे हैं. सड़क के गड्ढों की वजह से हर समय दुर्घटना का खतरा भी बना हुआ है.
अगर आप डीएवी कॉलेज के पास के करणपुर बाजार की सड़क का हाल देखेंगे तो आप बिल्कुल भी अंदाजा नहीं लगा सकते कि यह सड़क स्मार्ट देहरादून शहर की है. सड़क को पाइप लाइन बिछाने के काम के लिए खोदा तो गया था लेकिन सड़क की मरम्मत नहीं की गई. ऐसे में सड़क पर बने गड्ढों में बारिश का पानी जमा होने से सड़क के हालात बदतर हो चुके हैं. इस सड़क पर आए दिन हादसे होते रहते हैं.
करणपुर सड़क की बदहाल स्थिति को लेकर स्थानीय निवासियों का कहना है कि बीते कई महीनों से यह सड़क इसी हालत में हैं. सड़क की मरम्मत को लेकर वह कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर चुके हैं लेकिन इसके बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है. अगर जल्द ही सड़क को दुरुस्त नहीं किया गया तो किसी दिन यहां बड़ा हादसा हो सकता है.
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लोक निर्माण विभाग के प्रांतीय खंड देहरादून के अधिशासी अभियंता डीसी नौटियाल ने बताया कि विभाग बरसात के कम होने के इंतजार में हैं. अगर 15 सितंबर तक बारिश कम हो जाती है, तो लोक निर्माण विभाग के कार्य क्षेत्र में आने वाली सड़कों में पैच वर्क शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि सड़कों के गड्ढों आगामी 31 अक्टूबर तक भरने का लक्ष्य रखा गया है.
45 करोड़ का बजट स्वीकृत: मॉनसून के चलते देहरादून शहर के साथ ही प्रदेश के अन्य शहरों की सड़कें भी अपनी बदहाल हैं. ऐसे में अगर बरसात कम हो जाती है तो 15 सितंबर से लोक निर्माण विभाग प्रदेशभर की सड़कों की मरम्मत का काम शुरू कर देगा, इसके लिए सरकार की ओर से 45 करोड़ का बजट स्वीकृत हो चुका है.