देहरादून: बालावाला के एक सरकारी क्वारंटाइन सेंटर में जबलपुर से आए हरिद्वार के एक युवक ने आत्महत्या कर ली. जिसे लेकर विपक्ष ने त्रिवेंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. विपक्ष के हमलावर तेवर पर पलटवार करते हुए त्रिवेंद्र रावत ने कहा विपक्ष सरकार की तमाम व्यवस्थाओं में हमेशा से ही व्यवधान उत्पन्न कर रहा है.
दरअसल, कांग्रेस ने क्वारंटाइन केन्द्रों की बदहाली पर त्रिवेंद्र सरकार को घेरा था. कांग्रेस प्रदेश सूर्यकांत धस्माना ने देहरादून के बालावाला में सरकारी क्वारंटाइन सेंटर में जबलपुर से आए हरिद्वार के युवक की आत्महत्या को सरकार की नाकामी करार दिया. उन्होंने क्वारंटाइन केन्द्रों की बदहाल व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए पूछा कि क्या त्रिवेंद्र सरकार ने उत्तराखंड की जनता को अब भगवान भरोसे छोड़ दिया है? उन्होंने कहा कि इससे पहले राज्य में एक आत्महत्या से हुई मौत का मामला सामने आया था जो सरकार की नाकामी साबित करने के लिए काफी है.
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वहीं कांग्रेस के वार पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा क्वारंटाइन सेंटर में युवक की मौत किन कारणों से हुई इसकी जांच कराई जाएगी. साथ ही सीएम ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि विपक्ष सरकार के तमाम व्यवस्थाओं से हताश होकर सरकार को परेशानी में डालना चाहती है, मगर सरकार उन्हें सफल नहीं होने देगी.सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा सरकार प्रत्येक नागरिक के प्रति अपनी जिम्मेदारी को बेहतर समझती है और जिम्मेदारियों को बखूबी निभा भी रही है.
बता दें रायपुर क्षेत्र के अंतर्गत गुल्लरघाटी बालावाला क्षेत्र में भगवान दास मेडिकल कॉलेज के पास स्थित बॉयज हॉस्टल में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में एक युवक ने आत्महत्या कर ली थी. ये युवक रेलवे में एसी असिस्टेंट के पद पर नियुक्ति था. सुबह क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे लेकर जांच शुरू कर दी है.
बताया जा रहा है कि 19 वर्षीय संकेत मेहरा पांच जून को जबलपुर(मध्य प्रदेश) से देहरादून लौटा था. जिसके बाद उसे गुल्लरघाटी क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था. रायपुर थाना प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि मृतक द्वारा क्वारंटाइन सेंटर में दिए गए मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल के आधार पर मृतक के परिजनों को जानकारी दे दी गई है. मृतक के घरवालों ने बताया कि 2 जून को अंतिम बार उनकी संकेत से बात हुई थी. साथ ही उन्होंने बताया कि संकेत के देहरादून आने के संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है.