देहरादूनः उत्तराखंड में पिछले दिनों अतिक्रमण को लेकर कार्रवाई की गई. जिसमें कुछ मजारों पर बने अवैध निर्माण को हटाया गया. इसी को मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरना ने सरकार पर सांप्रदायिक माहौल तैयार करने का आरोप लगाया है. बड़ी बात ये है कि करण माहरा ने मजारों पर हो रही कार्रवाई को चिंताजनक बताया है. उन्होंने भविष्य में मंदिर मठ और आश्रमों की भी जांच की मांग उठाने की बात कही है.
दरअसल, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा (Uttarakhand Congress President Karan Mahara) ने बयान दिया है कि एक तथाकथित संत की चिट्ठी पर बाहर से आने वाले एक धर्म विशेष के लोगों की जांच कराने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार का यह फैसला सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का काम कर रहा है. मजारों पर जांच को लेकर जो कदम उठाया गया है, वो चिंताजनक है. खास बात ये है कि जिस तरह से सरकार की तरफ से कार्रवाई की जा रही है. उसके बाद मंदिर मठ और आश्रमों की भी जांच करने की मांग कुछ लोग उठा सकते हैं.
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तुष्टिकरण की सोच से कांग्रेस की हो रही जमानत जब्तः उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा के इस बयान को लेकर राजनीतिक रूप से चर्चाएं तेज है. खास तौर पर बीजेपी ने इस पर जोरदार पलटवार किया है. बीजेपी विधायक दलीप रावत (Lansdowne MLA Daleep Rawat) ने इस पर बयान देते हुए साफ किया है कि कांग्रेस अपनी इसी सोच के कारण आज जमानत जब्त करवा रही है. कांग्रेस को हिंदू समाज की सुरक्षा के लिए काम करना चाहिए. कांग्रेस इस तरह की तुष्टिकरण की राजनीति कर आज हाशिए में पहुंच गई है.
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सतपाल महाराज का जवाबः कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की ओर से सांप्रदायिकता को लेकर सरकार पर उठाए सवाल का जवाब देने के लिए सरकार के ही धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज भी आगे आए. कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज (Cabinet Minister Satpal Maharaj) ने कहा कि सरकार सभी अतिक्रमण पर एक जैसी कार्रवाई कर रही है. मजार ही नहीं मंदिरों पर भी कार्रवाई हो रही है. कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति करती है और यह बयान भी उसी के तहत दिखाई देता है.