देहरादून: कोलकाता में दुर्गा पूजा (political parties condemn) में महिषासुर की जगह महात्मा गांधी की तरह दिखने वाली एक मूर्ति (gandhi look alike as asur) ने रविवार को राष्ट्रपिता की जयंती पर विवाद खड़ा कर दिया. महात्मा गांधी को असुर की तरह दिखाने पर कांग्रेस और बीजेपी ने कड़ी आपत्ति जताई है. दोनों ही पार्टियों ने इस मामले में आयोजकों पर कार्रवाई करने की मांग की है).
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता रवींद्र जुगरान ने इस घटना की घोर निंदा की है. उन्होंने कहा कि जिन्होंने यह काम किया है, यदि उनके महात्मा गांधी के प्रति ऐसे विचार हैं तो यह अकल्पनीय है. क्योंकि हिंदुस्तान में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के नागरिकों की ऐसी सोच कभी नहीं रही है. रविंद्र जुगरान का कहना है कि महात्मा गांधी हिंदुस्तानी नहीं बल्कि समूचे विश्व के नेता हैं और उन्होंने विश्व को अहिंसा के रास्ते पर चलकर अपने उद्देश्यों को पूरा करना सिखाया है. इसके साथ ही गांधी जी राष्ट्रीय नहीं बल्कि पूरी दुनिया के प्रेरणा स्रोत भी हैं. ऐसे में हिंदुस्तान में यह कृत्य जिसने भी किया है, वह कुत्सित और निंदनीय प्रयास है. उन्होंने पश्चिमी बंगाल सरकार से ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है.
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इधर, कांग्रेस पार्टी ने भी इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट का कहना है कि गांधी जी को पूरी दुनिया एक आदर्श, दर्शन और विचार के रूप में जानती है. महात्मा गांधी आज की नई पीढ़ी के प्रेरणा स्रोत हैं. ऐसे में यदि उन्हें घृणित मानसिकता के साथ दर्शाया गया है तो यह घोर निंदनीय है. उन्होंने कहा कि यह देश और संविधान का अपमान है और यदि इस प्रकार गांधीजी को दर्शाने की चेष्ठा हुई तो भारतीय जनमानस उसे किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं करने वाला है.