देहरादून: उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने सत्ता और संगठन दोनों नेतृत्व में परिवर्तन कर दिया है. प्रदेश की त्रिवेंद्र रावत सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे मदन कौशिक को बीजेपी ने प्रदेश संगठन का नया मुखिया बनाया है.
मदन कौशिक को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद उत्तराखंड के सियासी गलियारों में अटकलें लगाईं जा रही हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के करीबी होने की वजह से उनके कद को घटा दिया गया है.
मदन कौशिक को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर जानकार कुछ अलग ही तर्क दे रहे हैं. वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत के मुताबिक वर्तमान स्थिति को देखकर लगता है कि मदन कौशिक को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर उनका डिमोशन कर दिया गया है. क्योंकि कैबिनेट मंत्री का एक अलग ही रुतबा होता है. अपने क्षेत्र और प्रदेश के तमाम कामों को वह आसानी से करा सकते हैं. लेकिन वह प्रदेश अध्यक्ष रहते ऐसा नहीं कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें: डबल इंजन की सरकार से त्रिवेंद्र खेमे का 'डिब्बा गुम', टीम इलेवन में नहीं मिली जगह
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव को देखें तो मदन कौशिक की ताकत को घटाया नहीं बल्कि बढ़ाया गया है. क्योंकि मदन कौशिक के पास अब प्रदेश भाजपा की कमान है. विधानसभा चुनाव में किस उम्मीदवार को टिकट दी जानी है, इसका लिस्ट भी मदन कौशिक को ही तैयार करना है. इसके साथ ही संगठन में मदन कौशिक के पकड़ भी और बेहतर हो जाएगी. जिससे भविष्य में मदन के राष्ट्रीय राजनीति के लिए भी दरवाजे खुल गए हैं.
ऐसे में मदन कौशिक का वास्तविक तौर पर कद बढ़ाया गया है ना कि घटाया गया. यही नहीं, जय सिंह रावत ने बताया कि नेतृत्व परिवर्तन से पहले मदन कौशिक को दिल्ली बुलाया गया था और उस दौरान इन्हें इस बात की जानकारी दी गई थी कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन किया जा रहा है.