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ज्वैलरी शोरूम डकैती मामले में रेकी करने वाले आरोपी को पुलिस ने भेजा जेल, अहम राज भी उगले

Dehradun Jewellery Robbery Case महाराष्ट्र के सांगली में रिलायंस शोरूम डकैती में डकैती देने वाले आरोपी को पुलिस देहरादून लाई. जहां कोर्ट में पेश कर सलाखों के पीछे भेज दिया है. इस आरोपी को पुलिस ने हरियाणा के यमुनानगर से दबोचा था. आरोपी ने देहरादून में ज्वैलरी शोरूम डकैती मामले में रेकी की थी.

Dehradun Jewellery Robbery Case
रेकी करने वाला आरोपी गिरफ्तार
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 17, 2024, 10:34 PM IST

देहरादून: हरियाणा के यमुनानगर से गिरफ्तार सांगली रिलायंस शोरूम डकैती मामले के मुख्य आरोपी अनिल सोनी उर्फ डीएसपी को देहरादून पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. देहरादून में ज्वैलरी शोरूम में हुई डकैती की घटना की रेकी में आरोपी भी शामिल था. पुलिस को आरोपी से पूछताछ में सुबोध गैंग से जुड़ी अहम जानकारियां मिली है.

दरअसल, आरोपी बिहार जेल में बंद राजीव सिंह उर्फ पुल्लू सिंह उर्फ सरदार के माध्यम से सुबोध और शशांक के संपर्क में आया था. साथ ही राजीव और सुबोध के कहने पर आरोपी ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर महाराष्ट्र के सांगली में रिलायंस शोरूम में डकैती की घटना को अंजाम दिया था. सुबोध और राजीव को बी वारंट पर लाने की दून पुलिस तैयारी कर रही है.

आरोपी अनिल सोनी ने पूछताछ में बताया कि वो मध्य प्रदेश के भिंड का रहने वाला है और वर्तमान में गुजरात के कच्छ में सपरिवार रह रहा है. पहले में वो दुकानों से मोबाइल ठगने का काम करता था, जिसमें वो मोबाइल की दुकान पर जाकर दुकानदार से मोबाइल लेकर उसे कुछ रुपए नगद देता था और अपने मोबाइल से एनईएफटी (NEFT) का फर्जी मैसेज दुकानदार को दिखाकर वहां से चला जाता था.

साल 2022 में उसने भिवाड़ी और जयपुर में इसी तरह से मोबाइल फ्रॉड की घटना की थी. इस मामले में वो अगस्त महीने में गिरफ्तार हुआ था. जिसे भिवाड़ी थाने से किशनगढ़ जेल भेजा गया था. जहां उसकी मुलाकात राजीव कुमार सिंह उर्फ पुल्लु सिंह उर्फ सरदार से हुई. वहीं, राजीव सिंह ने अपने साथ काम करने और उसके एवज में अच्छा पैसा मिलने की बात कही थी.
ये भी पढ़ेंः ज्वैलरी शोरूम लूटकांड में मास्टरमाइंड बिहार से गिरफ्तार, गुजरात से भी एक आरोपी अरेस्ट

आरोपी ने बताया कि उनका एक गैंग है, जो ज्वेलर्स की दुकानों में लूट की घटनाएं करवाता है, जिसमें उन्हें काफी मुनाफा मिलता है. जेल में राजीव ने उसे एक एडवोकेट नाम के व्यक्ति का नंबर देते हुए जरूरत पड़ने पर उससे अपने नाम से पैसे मांगने की बात कही थी. जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद आरोपी अनिल ने एडवोकेट से संपर्क कर उससे कुछ पैसे मांगे.

कुछ दिनों बाद शशांक ने बेऊर जेल पटना से वर्चुअल नंबर से अनिल से संपर्क किया. राजीव और सुबोध से उसकी बात कराई, जिन्होंने उसे महाराष्ट्र के सांगली में घटना करने के लिए बताया गया. जहां आरोपी अनिल ने गैंग के अन्य सदस्य छोटू राणा, यमराज, चमत्कार, सिकंदर, अन्ना आदि लोगों के साथ मिलकर लूट की घटना का अंजाम दिया.

घटना में आरोपी को ठीक ठाक पैसे मिले, जिसके बाद सितंबर 2023 में शशांक, सुबोध सिंह और राजीव सिंह ने उसे देहरादून में ज्वैलर्स की दुकान की रेकी के लिए भेजा. आरोपी ने राजपुर रोड में ज्वैलरी शोरूम की रेकी कर इसकी जानकारी राजीव और सुबोध को दी. उसके बाद राहुल, अविनाश, प्रिंस उर्फ सिंघम, अखिलेश उर्फ गांधी और विक्रम ने मिलकर नवंबर में घटना को अंजाम दिया.

आरोपी अनिल सोनी के मोबाइल से पुलिस को राजीव सिंह उर्फ पुल्लू सिंह उर्फ सरदार से पटना बेऊर जेल की बातचीत का वीडियो और शशांक सिंह से बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग मिली है. जिसके आधार पर विवेचनात्मक कार्रवाई कर सुबोध सिंह और राजीव सिंह को वारंट बी पर लाने की तैयारी देहरादून पुलिस कर रही है. -अजय सिंह, एसएसपी, देहरादून

देहरादून: हरियाणा के यमुनानगर से गिरफ्तार सांगली रिलायंस शोरूम डकैती मामले के मुख्य आरोपी अनिल सोनी उर्फ डीएसपी को देहरादून पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. देहरादून में ज्वैलरी शोरूम में हुई डकैती की घटना की रेकी में आरोपी भी शामिल था. पुलिस को आरोपी से पूछताछ में सुबोध गैंग से जुड़ी अहम जानकारियां मिली है.

दरअसल, आरोपी बिहार जेल में बंद राजीव सिंह उर्फ पुल्लू सिंह उर्फ सरदार के माध्यम से सुबोध और शशांक के संपर्क में आया था. साथ ही राजीव और सुबोध के कहने पर आरोपी ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर महाराष्ट्र के सांगली में रिलायंस शोरूम में डकैती की घटना को अंजाम दिया था. सुबोध और राजीव को बी वारंट पर लाने की दून पुलिस तैयारी कर रही है.

आरोपी अनिल सोनी ने पूछताछ में बताया कि वो मध्य प्रदेश के भिंड का रहने वाला है और वर्तमान में गुजरात के कच्छ में सपरिवार रह रहा है. पहले में वो दुकानों से मोबाइल ठगने का काम करता था, जिसमें वो मोबाइल की दुकान पर जाकर दुकानदार से मोबाइल लेकर उसे कुछ रुपए नगद देता था और अपने मोबाइल से एनईएफटी (NEFT) का फर्जी मैसेज दुकानदार को दिखाकर वहां से चला जाता था.

साल 2022 में उसने भिवाड़ी और जयपुर में इसी तरह से मोबाइल फ्रॉड की घटना की थी. इस मामले में वो अगस्त महीने में गिरफ्तार हुआ था. जिसे भिवाड़ी थाने से किशनगढ़ जेल भेजा गया था. जहां उसकी मुलाकात राजीव कुमार सिंह उर्फ पुल्लु सिंह उर्फ सरदार से हुई. वहीं, राजीव सिंह ने अपने साथ काम करने और उसके एवज में अच्छा पैसा मिलने की बात कही थी.
ये भी पढ़ेंः ज्वैलरी शोरूम लूटकांड में मास्टरमाइंड बिहार से गिरफ्तार, गुजरात से भी एक आरोपी अरेस्ट

आरोपी ने बताया कि उनका एक गैंग है, जो ज्वेलर्स की दुकानों में लूट की घटनाएं करवाता है, जिसमें उन्हें काफी मुनाफा मिलता है. जेल में राजीव ने उसे एक एडवोकेट नाम के व्यक्ति का नंबर देते हुए जरूरत पड़ने पर उससे अपने नाम से पैसे मांगने की बात कही थी. जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद आरोपी अनिल ने एडवोकेट से संपर्क कर उससे कुछ पैसे मांगे.

कुछ दिनों बाद शशांक ने बेऊर जेल पटना से वर्चुअल नंबर से अनिल से संपर्क किया. राजीव और सुबोध से उसकी बात कराई, जिन्होंने उसे महाराष्ट्र के सांगली में घटना करने के लिए बताया गया. जहां आरोपी अनिल ने गैंग के अन्य सदस्य छोटू राणा, यमराज, चमत्कार, सिकंदर, अन्ना आदि लोगों के साथ मिलकर लूट की घटना का अंजाम दिया.

घटना में आरोपी को ठीक ठाक पैसे मिले, जिसके बाद सितंबर 2023 में शशांक, सुबोध सिंह और राजीव सिंह ने उसे देहरादून में ज्वैलर्स की दुकान की रेकी के लिए भेजा. आरोपी ने राजपुर रोड में ज्वैलरी शोरूम की रेकी कर इसकी जानकारी राजीव और सुबोध को दी. उसके बाद राहुल, अविनाश, प्रिंस उर्फ सिंघम, अखिलेश उर्फ गांधी और विक्रम ने मिलकर नवंबर में घटना को अंजाम दिया.

आरोपी अनिल सोनी के मोबाइल से पुलिस को राजीव सिंह उर्फ पुल्लू सिंह उर्फ सरदार से पटना बेऊर जेल की बातचीत का वीडियो और शशांक सिंह से बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग मिली है. जिसके आधार पर विवेचनात्मक कार्रवाई कर सुबोध सिंह और राजीव सिंह को वारंट बी पर लाने की तैयारी देहरादून पुलिस कर रही है. -अजय सिंह, एसएसपी, देहरादून

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