देहरादून: पथरिया पीर इलाके में पिछले साल जहरीली शराबकांड में आईआईटी रुड़की से जांच रिपोर्ट आने के बावजूद उसको पढ़ पाना पुलिस के लिए काफी मुश्किल भरा है. शराब की जांच रिपोर्ट में आईआईटी ने जिस तरह से उसमें रासायनिक पदार्थों का उल्लेख और उनके अनुपात का जिक्र किया है, उसे समझ पाने में देहरादून पुलिस ने असमर्थता जताई है. ऐसे में जांच रिपोर्ट से किसी तरह की मिलावट का कारण सरल रूप से स्पष्ट नहीं हो पा रहा है. इस रिपोर्ट को समझने के लिए आईआईटी रुड़की को वापस कर दिया गया है. साथ ही आईआईटी प्रबंधन से आग्रह किया गया है कि इस रिपोर्ट को सरल और आसान शब्दों में उन्हें जांच रिपोर्ट दोबारा से भेजी जाए.
जांच रिपोर्ट का सरल भाषा में होने से ही सही बात को स्पष्ट करेगा- डीआईजी देहरादून
देहरादून डीआईजी अरुण मोहन जोशी के मुताबिक, शराब के सैंपल को लेकर आईआईटी रुड़की से आई जांच रिपोर्ट को समझने में दिक्कतें सामने आ रही हैं. रिपोर्ट में रसायन पदार्थों का जिक्र अनुपातों में होने के कारण उसे पढ़कर किसी तरह की बात स्पष्ट नहीं हो पा रही है, जबकि पुलिस को सरल रूप से शराब में किसी तरह की मिलावट वाली जानकारी मिलती तो उसमें अग्रिम कार्रवाई होती. फिलहाल, इस रिपोर्ट को दोबारा से सरल भाषा में भेजने का आग्रह रुड़की आईआईटी से किया गया है.
सितंबर 2019 में पथरिया पीर में हुई थी जहरीली शराब से कई लोगों की मौत
बता दें कि सितंबर 2019 में कोतवाली क्षेत्र के पथरिया पीर इलाके में जहरीली शराब पीने से 9 लोगों की मौत का मामला सामने आया था, जबकि कई लोग बीमार भी हो गए थे. मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मुख्य रूप से शराब तस्कर अजय सोनकर उर्फ घोंचू सहित महेश उर्फ मच्छर, राजा नेगी गौरव जैसे 4 आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के साथ उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा था. वहीं, शासन के निर्देश के बाद इस मामले में आबकारी विभाग ने देसी शराब के ठेकों से जाफरान के सैंपल भी भरे थे. एक सैंपल को जांच के लिए देहरादून के पंडितवाड़ी स्थित पुलिस फॉरेंसिक लैब में भी भेजा गया था, जबकि दूसरे सैंपल को आईआईटी रुड़की में केमिस्ट्री विभाग को भेजा गया था.
उधर, देहरादून के पंडितवाणी फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की जांच में मृतकों के घरों से मिले जाफरान के सैंपल में जहरीली शराब होने की पुष्टि भी हुई थी. हालांकि, शराब में किस तरह के केमिकल मिलाए गए थे. इसकी स्पष्ट जांच के लिए आईआईटी रुड़की की रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई होनी है.