देहरादून: उत्तराखंड के अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे इलाकों को सामरिक दृष्टि से सुरक्षित करने की मुहिम राज्य में लगातार जारी है. इसी क्रम में आगामी 17 और 18 अक्टूबर को हर्षिल में दो दिवसीय विकास महोत्सव आईटीबीपी और केंद्रीय सुरक्षा बलों के सहयोग से पुलिस विभाग द्वारा आयोजित किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश के मुताबिक इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड से चीन-नेपाल बॉर्डर क्षेत्र के स्थानीय लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना है. साथ ही इन इलाकों से पलायन को रोकना है, ताकि सीमांत क्षेत्रों में रहने के लिए स्थानीय लोगों को प्रेरित किया जा सके.
डीआईजी गढ़वाल करन सिंह नगन्याल ने बताया कि विकास महोत्सव का मुख्य एजेंडा अंतरराष्ट्रीय सीमांत क्षेत्रों को सुरक्षित करने के लिए पलायन को रोकना है. हर्षिल में 17 और 18 अक्टूबर को होने वाले विकास महोत्सव मेले की तैयारियां कर ली गई हैं. पुलिस विभाग, आईटीबीपी और केंद्रीय सुरक्षा बलों के सहयोग से स्थानीय लोगों को सरकार से मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं के बारे में जानकारी देने और सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित करने संबंध में जागरूक करना है, ताकि उत्तराखंड से लगने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय सीमांत इलाकों में स्थानीय लोगों की मदद से बॉर्डर क्षेत्र को सुरक्षित किया जा सके.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया आह्वान: साल 2019-20 के राष्ट्रीय स्तर पर हुए पुलिस डीजीपी और आईजी कांफ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने देशभर के सभी राज्यों के सीमांत क्षेत्रों में पलायन को रोकने के लिए विकास महोत्सव कार्यक्रम करने का आह्वान किया था. इसी को लेकर पुलिस विभाग उत्तरकाशी के हर्षिल में यह विकास महोत्सव आयोजित करने जा रहा है.