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LOCKDOWN में युवक ने करोड़पति बनने के लिए अपनाया ऐसा रास्ता, पुलिस ने की अबतक की ये बड़ी कार्रवाई

जल्दी पैसा कमाने के चक्कर में देहरादून के एक बेरोजगार युवक ने बिजनौर के तस्कर के साथ एक किलो की स्मैक लाने का प्रोग्राम बनाया. लेकिन इससे पहले पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया.

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Published : May 25, 2020, 11:44 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड स्पेशल टास्क फ़ोर्स (STF) के नेतृत्व में एंटी ड्रग टास्क फोर्स को अब तक की सबसे बड़ी सफलता मिली है. आज टीम ने हरिद्वार में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक किलो स्मैक के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया. बरामद स्मैक की कीमती करोड़ों में बताई जा रही है.

एसटीएफ़ से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड राज्य में इतनी ज्यादा मात्रा में स्मैक कभी नहीं पकड़ी गई है. एंटी ड्रग टास्क फोर्स की गिरफ्त में आने वाला एक तस्कर बेगराज सिंह पुत्र बुद्ध सिंह यूपी के बिजनौर का रहने वाला बताया जा रहा है. जबकि दूसरा स्मैक तस्कर राहुल कुमार पुत्र जोगेंद्र सिंह हरिद्वार जिले के ज्वालापुर का निवासी है. जानकारी के मुताबिक, लॉकडाउन का फायदा उठाकर तस्कर यूपी के बरेली से देहरादून में स्मैक की बड़ी खेप को पहुंचाने की फिराक में थे. आरोपियों के खिलाफ हरिद्वार जिले के श्यामपुर थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

अभियुक्तों ने पूछताछ में टीम को बताया कि एक तस्कर राहुल छह महीने से बेरोजगार था और उसके ऊपर बहुत कर्जा हो गया था. बेरोजगारी के दौरान उसकी मुलाकात एक स्मैक तस्कर से हुई. ये स्मैक तस्कर देहरादून में स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राओं को स्मैक बेचने का कार्य करता है. ऐसे में पता चला कि इस धंधे में काफी मुनाफा होता है.

पढ़े: कोरोना इफेक्ट: बैंक EMI से लेकर क्रेडिट कार्ड और लोन से जुड़ी महत्वपूर्ण खबर, सिर्फ आपके लिए

जल्दी पैसा पैसा कमाने के चक्कर में राहुल ने स्मैक बेचने का काम शुरू कर दिया. इसी क्रम में सोमवार को ये लोग यूपी के बरेली से एक किलो स्मैक लेकर आ रहे थे, तभी घेराबंदी कर एंटी ड्रग टास्क फोर्स टीम ने दोनों को पकड़ लिया. पूछताछ में ये भी पता चला कि दोनों स्मैक तस्कर देहरादून में किसी दूसरे गिरोह को माल पहुंचाने वाले थे. देहरादून में दूसरे गिरोह के नेटवर्क द्वारा शहर के स्कूल और कॉलेज के छात्रों को स्मैक की सप्लाई की जाती है. फिलहाल एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स पकड़े गए दोनोंं तस्करों से पूछताछ कर अन्य तस्कर गिरोह के खिलाफ सबूत एकत्र कर आगे की कार्रवाई कर रही है.

देहरादून: उत्तराखंड स्पेशल टास्क फ़ोर्स (STF) के नेतृत्व में एंटी ड्रग टास्क फोर्स को अब तक की सबसे बड़ी सफलता मिली है. आज टीम ने हरिद्वार में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक किलो स्मैक के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया. बरामद स्मैक की कीमती करोड़ों में बताई जा रही है.

एसटीएफ़ से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड राज्य में इतनी ज्यादा मात्रा में स्मैक कभी नहीं पकड़ी गई है. एंटी ड्रग टास्क फोर्स की गिरफ्त में आने वाला एक तस्कर बेगराज सिंह पुत्र बुद्ध सिंह यूपी के बिजनौर का रहने वाला बताया जा रहा है. जबकि दूसरा स्मैक तस्कर राहुल कुमार पुत्र जोगेंद्र सिंह हरिद्वार जिले के ज्वालापुर का निवासी है. जानकारी के मुताबिक, लॉकडाउन का फायदा उठाकर तस्कर यूपी के बरेली से देहरादून में स्मैक की बड़ी खेप को पहुंचाने की फिराक में थे. आरोपियों के खिलाफ हरिद्वार जिले के श्यामपुर थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.

अभियुक्तों ने पूछताछ में टीम को बताया कि एक तस्कर राहुल छह महीने से बेरोजगार था और उसके ऊपर बहुत कर्जा हो गया था. बेरोजगारी के दौरान उसकी मुलाकात एक स्मैक तस्कर से हुई. ये स्मैक तस्कर देहरादून में स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राओं को स्मैक बेचने का कार्य करता है. ऐसे में पता चला कि इस धंधे में काफी मुनाफा होता है.

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जल्दी पैसा पैसा कमाने के चक्कर में राहुल ने स्मैक बेचने का काम शुरू कर दिया. इसी क्रम में सोमवार को ये लोग यूपी के बरेली से एक किलो स्मैक लेकर आ रहे थे, तभी घेराबंदी कर एंटी ड्रग टास्क फोर्स टीम ने दोनों को पकड़ लिया. पूछताछ में ये भी पता चला कि दोनों स्मैक तस्कर देहरादून में किसी दूसरे गिरोह को माल पहुंचाने वाले थे. देहरादून में दूसरे गिरोह के नेटवर्क द्वारा शहर के स्कूल और कॉलेज के छात्रों को स्मैक की सप्लाई की जाती है. फिलहाल एंटी ड्रग्स टास्क फोर्स पकड़े गए दोनोंं तस्करों से पूछताछ कर अन्य तस्कर गिरोह के खिलाफ सबूत एकत्र कर आगे की कार्रवाई कर रही है.

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