ETV Bharat / state

पुलिस के हत्थे चढ़े शातिर चोर, फर्जी नंबर प्लेट लगाकर देते थे वारदात को अंजाम

क्लेमेंटटाउन पुलिस ने बंद घरों में चोरी करने वाले एक गिरोह के दो सदस्यों को  किया था. शातिर आरोपी चोरी में प्रयुक्त वाहन पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर वारदातों को अंजाम देते थे. आरोपी सोशल साइट पर अपलोड किए गए वाहनों के नंबरों की फर्जी नंबर प्लेट दूसरे वाहनों पर लगाकर चोरी को अंजाम देते थे. जिसके चलते हर बार पुलिस आरोपी तक पहुंचने में गुमराह हो जाती थी.

author img

By

Published : Jul 7, 2019, 5:45 PM IST

सोशल साइट पर अपलोड किए गए वाहनों के नंबरों की फर्जी नंबर प्लेट दूसरे वाहनों पर लगा कर देते थे चोरी को अंजाम.

देहरादून: पिछले दिनों क्लेमेंटटाउन पुलिस ने बंद घरों में चोरी करने वाले एक गिरोह के दो सदस्यों को किया था. शातिर आरोपी चोरी में प्रयुक्त वाहन पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर वारदातों को अंजाम देते थे. पुलिस ने मुताबिक, पकड़ा गया एक आरोपी सुनील कुमार सीआरपीएफ से बर्खास्त है. वहीं, अब पुलिस पकड़े गए इन शातिरों का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाल रही है.

जानकारी देती एसपी सिटी, श्वेता चौबे.

जानकारी के मुताबिक, सुनील कुमार और अखलाफ सोशल साइट पर अपलोड की गई वाहनों की फोटो का नबंर देखकर फर्जी नंबर प्लेट बनाते थे. उसके बाद चोरी में प्रयुक्त वाहन पर फर्जी नबंर प्लेट लगाकर वारदातों को अंजाम देते थे. जिसके कारण हर बार पुलिस गुमराह हो जाती थी.

एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया क्लेमेंटटाउन थाना क्षेत्र में हुई चोरी में पूछताछ के बाद तथ्य सामने आये थे. कार बाजार और ओएलएक्स जैसे सोशल साइट पर जो वाहनों की फोटो अपलोड की जाती है. उन रजिस्ट्रेशन नंबर की फर्जी नंबर प्लेट बनाकर आरोपी वारदातों को अंजाम देते थे. ताकि असली रजिस्ट्रेशन नंबर से पुलिस आरोपी तक नहीं पहुंच पाए.

ये भी पढ़े: बिजली कटौती से बालगंगा तहसील में कामकाज ठप, विभागीय अधिकारी झाड़ रहे पल्ला

एसपी सिटी ने बताया कि इस संबंध में जनता को जागरूक किया जा रहा है. साथ ही ओएलएक्स और कार बाजार जैसी कंपनियों से भी संपर्क किया जाएगा कि जब भी आप इस साइट में अपने वालों की फोटो अपलोड करते हैं तो रजिस्ट्रेशन नंबर को छिपाकर रखें. लेकिन कार का रजिस्ट्रेशन नंबर तभी डाले जब डील फाइनल हो. अगर वाहन मालिक वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर अपलोड करते हैं तो अपराधियों द्वारा रजिस्ट्रेशन नंबर को चोरी की घटना में प्रयोग करते रहेंगे.

देहरादून: पिछले दिनों क्लेमेंटटाउन पुलिस ने बंद घरों में चोरी करने वाले एक गिरोह के दो सदस्यों को किया था. शातिर आरोपी चोरी में प्रयुक्त वाहन पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर वारदातों को अंजाम देते थे. पुलिस ने मुताबिक, पकड़ा गया एक आरोपी सुनील कुमार सीआरपीएफ से बर्खास्त है. वहीं, अब पुलिस पकड़े गए इन शातिरों का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाल रही है.

जानकारी देती एसपी सिटी, श्वेता चौबे.

जानकारी के मुताबिक, सुनील कुमार और अखलाफ सोशल साइट पर अपलोड की गई वाहनों की फोटो का नबंर देखकर फर्जी नंबर प्लेट बनाते थे. उसके बाद चोरी में प्रयुक्त वाहन पर फर्जी नबंर प्लेट लगाकर वारदातों को अंजाम देते थे. जिसके कारण हर बार पुलिस गुमराह हो जाती थी.

एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया क्लेमेंटटाउन थाना क्षेत्र में हुई चोरी में पूछताछ के बाद तथ्य सामने आये थे. कार बाजार और ओएलएक्स जैसे सोशल साइट पर जो वाहनों की फोटो अपलोड की जाती है. उन रजिस्ट्रेशन नंबर की फर्जी नंबर प्लेट बनाकर आरोपी वारदातों को अंजाम देते थे. ताकि असली रजिस्ट्रेशन नंबर से पुलिस आरोपी तक नहीं पहुंच पाए.

ये भी पढ़े: बिजली कटौती से बालगंगा तहसील में कामकाज ठप, विभागीय अधिकारी झाड़ रहे पल्ला

एसपी सिटी ने बताया कि इस संबंध में जनता को जागरूक किया जा रहा है. साथ ही ओएलएक्स और कार बाजार जैसी कंपनियों से भी संपर्क किया जाएगा कि जब भी आप इस साइट में अपने वालों की फोटो अपलोड करते हैं तो रजिस्ट्रेशन नंबर को छिपाकर रखें. लेकिन कार का रजिस्ट्रेशन नंबर तभी डाले जब डील फाइनल हो. अगर वाहन मालिक वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर अपलोड करते हैं तो अपराधियों द्वारा रजिस्ट्रेशन नंबर को चोरी की घटना में प्रयोग करते रहेंगे.

Intro:यदि आप ओएलएक्स ओर कार बाजार में अपनी गाड़ी बेचने के लिए गाड़ी की फोटो के साथ नंबर भी डिस्प्ले कर रहे है तो आप पुलिस की पकड़ में आ सकते है।जी हाँ इन दिनों अपराधियों की निगाहें ओएलएक्स ओर कार बाजार जैसी साइट पर रहती है।क्योंकि अपराधी ओएलएक्स ओर कार बाजार पर मौजूद वाहनो की नंबर प्लेट की तरह चोरी के वाहन में लगा देते है और उसके बाद वाहन का प्रयोग करके वारदात को अंजाम देते है।ओर वारदात के खुलासे के बाद वाहन के नंबर के आधार पर ओएलएक्स ओर कार बाज़ार से कॉपी किये गए नंबर वाहन मालिक फसता है।इसलिए जिला पुलिस ने लोगो से अपील की है कि अगर कोई ओएलएक्स ओर कार बाजार में अपने वाहन को बेचने के लिए वाहन की फोटो अपलोड करता है तो वाहन का नंबर को छिपा कर रखे।साथ पुलिस इन कंपनियों से बात भी करेगी।


Body:पिछले दिनों क्लेमनटाउन पुलिस ने बन्द घरो में चोरी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को माल समेत ग्रिफ्तार किया था।गिरोह के सदस्य सीआरपीएफ से बर्खास्त सुनील कुमार और अखलाक ने ओएलएक्स में बेचने के लिए अपलोड किए गए वाहनो के नंबर प्लेट के अनुसार उसी नंबर की नंबर प्लेट तैयार करते थे।इसके बाद फ़र्ज़ी नंबर प्लेट को चोरी में प्रयुक्त होने वाले वाहन में लगाकर वारदात करते थे।आरोपी हर वारदात में अलग वाहन का प्रयोग करते थे।वारदात के खुलासे के बाद पुलिस ओएलएक्स ओर कार बाजार में अपलोड वाहन मालिक तक पहुचती है।जिससे पुलिस द्वारा वाहन मालिक से पूछताछ की जाती है।


Conclusion:एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि अभी कुछ दिनों की घटना है जिसमें क्लेमनटाउन टाउन थाना क्षेत्र में हुई चोरी में पूछताछ के बाद तथ्य सामने आये की कार बाजार और ओएलएक्स जैसे साइट पर वाहनों को अपलोड किया जाता है।उनके रजिस्ट्रेशन नंबर आरोपी द्वारा कॉपी कर लिए जाते हैं और चोरी की घटना में आरोपी वाहन को इस्तेमाल करते हैं।उसमें उन नंबरों का इस्तेमाल इसलिए किया जाता था ताकि असली रजिस्ट्रेशन नंबर से पुलिस आरोपी तक नहीं पहुंच पाए।इस संबंध में जनता को जागरूक किया जा रहा है,साथ ही ओ एल एक्स और कार बाजार जैसी कंपनियों से भी संपर्क किया जाएगा कि जब भी आप इस साइट में अपने वालों की फोटो अपलोड करते हैं तो रजिस्ट्रेशन नंबर को छिपाकर रखे,ज्यादा से ज्यादा इन साइट में शुरू करने के लिए सिर्फ कार का स्टेटस,किस रंग की है इस संबंध में सभी जानकारी डाल सकते हैं।लेकिन कार कार रजिस्ट्रेशन नंबर तभी डाले जब तक डील फाइनल ना हो। और अगर वाहन मालिक वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर अपलोड करते हैं तो अपराधियों द्वारा रजिस्ट्रेशन नंबर को चोरी की घटना में प्रयोग करते रहेंगे।

बाइट-श्वेता चौबे(एसपी सिटी)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.