देहरादून: ऋषिकेश कोतवाली क्षेत्र में आवास विकास कॉलोनी से पुलिस ने बांग्लादेशी महिला को गिरफ्तार किया (Bangladeshi woman arrested in Rishikesh) है. महिला फर्जी दस्तावेजों के साथ यहां पर अवैध रूप से रह रही थी. महिला के पास से भारतीय पासपोर्ट भी मिला (Bangladeshi woman living as Indian citizen) है. पुलिस ने महिला को कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने महिला का न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
पुलिस ने बताया कि सोनिया सिंह चौधरी नाम की महिला साल 2011 में बांग्लादेश के पासपोर्ट पर टूरिस्ट वीजा के जरिए भारत में आई थी. पहले महिला ने साल 2011 में पश्चिम बंगाल में शादी कर मैरिज सर्टिफिकेट बनवाया. इसके बाद साल 2012 में सोनिया चौधरी असम पहुंची, जहां उसने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जन्म प्रमाण पत्र बनवाया. इसके बाद साल 2014 में सोनिया चौधरी उत्तराखंड के ऋषिकेश में आ गई.
पुलिस ने बताया कि 2014 में सोनिया चौधरी ऋषिकेश में ही रह रही है. यहां उसके साथ दो बच्चे भी रहते हैं. सोनिया से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वोटर कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड और स्थाई निवास प्रमाण पत्र भी बनवाया और फिर उन दस्तावेजों से भारत का पासपोर्ट बनवाया.
पढ़ें- 500 CCTV खंगालने के बाद लगा बदमाशों का सुराग, ट्रक चोरी मामले में 4 गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि सोनिया सिंह का पति सऊदी अरब में नौकरी करता है. इंटेलिजेंस की सूचना के आधार पर स्थानीय पुलिस ने सोनिया सिंह के खिलाफ धारा 420, 467, 468 और 120बी सहित 12 पासपोर्ट एक्ट और 14 फॉरनर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया (Police arrested Bangladeshi woman) है.
बता दें कि देहरादून जनपद में विदेशी पासपोर्ट टूरिस्ट वीजा के जरिए बांग्लादेशी मूल निवासी द्वारा इस तरह के जाली दस्तावेज तैयार करने का पहला मामला सामने आया है. हालांकि इससे पहले चीन, बांग्लादेश, रोहिंग्या मुस्लिम अन्य पड़ोसी देशों के लोग टूरिस्ट वीजा समाप्त होने के बाद कई लोगों को कानूनी कार्रवाई कर उनके मूल देश भेजा जा चुका है.