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शराब कांड: दून अस्पताल ने मरीज को भर्ती करने से किया मना, दे रहा यह तर्क

परिजनों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से उन्हें एम्बुलेंस की सुविधा नहीं मिली थी. पैसो की कमी होने के कारण वो मरीजों को हायर सेंटर लेकर नहीं जा पाए.

जहरीली शराब मामला
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Published : Sep 21, 2019, 6:08 PM IST

Updated : Sep 21, 2019, 8:11 PM IST

देहरादून: पथरिया पीर इलाके में जहां जहरीली शराब के सेवन से 6 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, जो लोग इसकी वजह से बीमार हुए उन्हें समय पर इलाज नहीं पा रहा है. परिजन मरीजों को लेकर इधर-उधर भटकते रहे, लेकिन किसी ने भी मरीज को भर्ती नहीं किया.

शनिवार को जहरीली शराब की वजह से पथरिया पीर इलाके में एक 25 वर्षीय युवक अंशु की तबीयत बिगड़ गई थी. परिजन उसे तत्काल दून अस्पताल में लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने मना कर दिया था. अंशु की मां बबली ने बताया कि 19 तारीख को अंशु ने शराब पी थी. जिसके बाद 20 तारीख को उसकी तबीयत खराब हो गए थी. तबीयत ज्यादा खराब होने लगी तो उसकी बहन और आस-पड़ोस के लोग अंशु को लेकर दून अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे इमरजेंसी में भर्ती करके ग्लूकोज चढ़ाया. लेकिन उसकी बिगड़ती हालत को देखते हुए उसे रेफर कर दिया गया. डॉक्टरों का कहना था कि मरीज ने जहर का सेवन किया है.

दून अस्पताल ने मरीज को भर्ती करने से किया मना

पढ़ें- जहरीली शराब मामला: 6 मौतों के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव, कोतवाली प्रभारी और चौकी इंचार्ज सस्पेंड

इसके बाद वो अंशु को लेकर घर आ गए, लेकिन देर रात फिर से उसकी तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद परिजनों उसे फिर से दून अस्पताल में लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने फिर से उसे रेफर कर दिया. जिस वजह से उसकी तबीयत और ज्यादा खराब हो गई. लेकिन जब परिजनों को कोई रास्ता नहीं मिला तो उसे दोबारा घर ले आए.

पढ़ें- जहरीली शराब कांडः पुलिस के हत्थे चढ़ा मुख्य आरोपी, अबतक 6 लोगों की हो चुकी है मौत

इस मामले में दून मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ केके टम्टा ने बताया कि मरीज को आईसीयू की जरूरत थी, लेकिन दून अस्पताल में सिर्फ पांच बेड है, जहां पहले से ही गंभीर रोगियों का इलाज चल रहा था. परिजन मरीज को लेकर अन्य अस्पतालों में भी गए थे, लेकिन कही भी आईसीयू उपलब्ध नहीं मिला था. मरीज को ऋषिकेश एम्स के लिए रेफर कर दिया गया है.

देहरादून: पथरिया पीर इलाके में जहां जहरीली शराब के सेवन से 6 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, जो लोग इसकी वजह से बीमार हुए उन्हें समय पर इलाज नहीं पा रहा है. परिजन मरीजों को लेकर इधर-उधर भटकते रहे, लेकिन किसी ने भी मरीज को भर्ती नहीं किया.

शनिवार को जहरीली शराब की वजह से पथरिया पीर इलाके में एक 25 वर्षीय युवक अंशु की तबीयत बिगड़ गई थी. परिजन उसे तत्काल दून अस्पताल में लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने उसे भर्ती करने मना कर दिया था. अंशु की मां बबली ने बताया कि 19 तारीख को अंशु ने शराब पी थी. जिसके बाद 20 तारीख को उसकी तबीयत खराब हो गए थी. तबीयत ज्यादा खराब होने लगी तो उसकी बहन और आस-पड़ोस के लोग अंशु को लेकर दून अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे इमरजेंसी में भर्ती करके ग्लूकोज चढ़ाया. लेकिन उसकी बिगड़ती हालत को देखते हुए उसे रेफर कर दिया गया. डॉक्टरों का कहना था कि मरीज ने जहर का सेवन किया है.

दून अस्पताल ने मरीज को भर्ती करने से किया मना

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इसके बाद वो अंशु को लेकर घर आ गए, लेकिन देर रात फिर से उसकी तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद परिजनों उसे फिर से दून अस्पताल में लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने फिर से उसे रेफर कर दिया. जिस वजह से उसकी तबीयत और ज्यादा खराब हो गई. लेकिन जब परिजनों को कोई रास्ता नहीं मिला तो उसे दोबारा घर ले आए.

पढ़ें- जहरीली शराब कांडः पुलिस के हत्थे चढ़ा मुख्य आरोपी, अबतक 6 लोगों की हो चुकी है मौत

इस मामले में दून मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ केके टम्टा ने बताया कि मरीज को आईसीयू की जरूरत थी, लेकिन दून अस्पताल में सिर्फ पांच बेड है, जहां पहले से ही गंभीर रोगियों का इलाज चल रहा था. परिजन मरीज को लेकर अन्य अस्पतालों में भी गए थे, लेकिन कही भी आईसीयू उपलब्ध नहीं मिला था. मरीज को ऋषिकेश एम्स के लिए रेफर कर दिया गया है.

Intro:देहरादून के नेशविला रोड स्थित पथरिया पीर में 6 लोगों की मौत हो गई। वहीं जहरीली शराब का सेवन किए जाने से बीमार हुए 25 वर्षीय अंशु को दून मेडिकल कॉलेज में एडमिट ना किए जाने से नाराज परिजनों और उसके शुभचिंतकों ने अस्पताल की इमरजेंसी में जमकर हंगामा काटा और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया। अंशु की मां बबली का कहना है कि बीती 20 तारीख को भी अंशु को अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया था लेकिन ने यहां उसे ग्लूकोस चढ़ा कर उसे रेफर कर दिया। पैसों के अभाव में वह से रात को घर ले आए जहां उसकी तबीयत कुछ देर ठीक रही लेकिन आज फिर उसकी तबीयत खराब होने के बाद परिजन अंशु को दोबारा दून अस्पताल की इमरजेंसी में लाए लेकिन चिकित्सकों ने उसे दोबारा रेफर कर दिया है। दून अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मरीज को आईसीयू की आवश्यकता है, ऐसे में अस्पताल की आइसीयू के पांचों बेड गंभीर अवस्था के मरीजों से फूल हो रखे हैं पेशेंट की बिगड़ती हालत को देखते हुए फिलहाल उसे ऋषिकेश एम्स के लिए रेफर कर दिया गया है।


Body: एक निजी नर्सिंग होम में कार्यरत पथरिया पीर निवासी अंशु की मां बबली का कहना है कि अंशु की तबीयत घर पर खराब होने लगी थी बीती 19 तारीख को अंशु ने शराब का सेवन किया था, जबकि 20 तारीख को उसकी तबीयत ज्यादा खराब होने लगी, तो उसकी बहन और आस-पड़ोस के लोग अंशु को लेकर दून अस्पताल की इमरजेंसी मे पहुंचे, वहां तैनात स्टाफ ने उसका प्राथमिक इलाज करते हुए मरीज को रेफर कर दिया। दो तीन निजी अस्पतालों में चक्कर काटने के बाद वहां के चिकित्सकों ने मरीज के कागज देखते हुए एडमिट करने से मना कर दिया, और बताया कि मरीज ने जहर का सेवन किया है। थक हार कर परिजन उसे घर ले आए। घर पर हालत बिगड़ने पर परिजन और आसपास के लोग दोबारा बीती रात बारह बजे दून अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे, या एडमिट करने के बाद मरीज को ग्लूकोस चढ़ा कर उसे रेफर कर दिया गया। पैसों के अभाव में अंशु को दोबारा घर लाया गया जहां कुछ देर उसकी तबीयत ठीक रही मगर आज सुबह मरीज की तबीयत ज्यादा खराब होने पर उसे दून अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया जहां चिकित्सकों ने मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए उसे रेफर कर दिया।

बाईट-बबली,मरीज की माता

दून मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ केके टम्टा ने बताया कि दरअसल मरीज को आईसीयू की जरूरत थी जबकि अस्पताल की आईसीयू में सिर्फ पांच बेड है, जिसमें पहले से ही गंभीर रोगियों का इलाज चल रहा है, मरीज के परिजन मरीज को लेकर अन्य अस्पतालों में भी गए थे मगर उन्हें कहीं आईसीयू उपलब्ध नहीं मिला, उसके परिजन आज फिर मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों द्वारा मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए उसे ऋषिकेश के एम्स रेफर कर दिया गया है।

बाईट- डॉक्टर केके टम्टा ,चिकित्सा अधीक्षक, दून मेडिकल कॉलेज


Conclusion: दरअसल मरीज के परिजनों के मुताबिक उसने परसों जहरीली शराब का सेवन किया था। लेकिन कल तबीयत खराब होने पर उसे दून अस्पताल इलाज के लिए लाया गया मगर मरीज को रेफर कर दिया गया परिजनों के मुताबिक पैसों के अभाव में उसे घर लाया गया जहां उसकी तबीयत कुछ देर ठीक रही लेकिन आज फिर तबीयत खराब होने पर उसे दून अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया जहां डॉक्टर इलाज करने में आनाकानी कर रहे हैं।
Last Updated : Sep 21, 2019, 8:11 PM IST
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