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Man Vs Wild: आसान नहीं थी कॉर्बेट में पीएम की शूटिंग, 70 SPG जवानों संग पेड़ों पर तैनात थे स्नाइपर

अमेरिकन मशहूर शो 'Man Vs Wild' के लिए कॉर्बेट नेशनल पार्क में एसपीजी को दो दिनों तक जंगलों की हर एक कच्ची सड़क और घने जंगलों में सर्च अभियान भी चलाना पड़ा था. इसके लिए वन विभाग के लगभग 55 जवान उत्तराखंड पुलिस के एक एसएसपी और सीओ रैंक के अधिकारी के साथ 15 सिपाही के अलावा 70 एसपीजी के तेजतर्रार कमांडो तैनात किए गए थे.

'मैन वर्सेस वाइल्ड' में दिखेंगे मोदी.
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Published : Jul 30, 2019, 2:01 PM IST

Updated : Jul 30, 2019, 3:56 PM IST

देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 अगस्त को डिस्कवरी के मशहूर शो 'Man Vs Wild' में दिखाई देंगे. लोग इस कार्यक्रम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी बेयर ग्रिल्स के मेहमान बनने जा रहे हैं. इस कार्यक्रम के लिए खुद पीएम और पीएमओ को हजार बार सोचना पड़ा था क्योंकि, ये कार्यक्रम किसी शहर में नहीं बल्कि खुखार जानवरों के बीच शूट होना था. लिहाजा ऐसे में कार्यक्रम को लेकर पीएमओ और एसपीजी को बेहद अलग भूमिका बनानी पड़ी थी.

गौर हो कि मशहूर शो 'Man Vs Wild' के लिए कॉर्बेट नेशनल पार्क में एसपीजी को दो दिनों तक जंगलों की हर एक कच्ची सड़क और घने जंगलों में सर्च अभियान भी चलाना पड़ा था. इसके लिए वन विभाग के लगभग 55 जवान उत्तराखंड पुलिस के एक एसएसपी और सीओ रैंक के अधिकारी के साथ 15 सिपाही के अलावा 70 एसपीजी के तेज तर्रार कमांडो तैनात किए गए थे. इतना ही नहीं इस कार्यक्रम में कोई खुंखार जानवर पीएम या क्रू मेंबर को किसी तरह की नुकसान न पहुंचाये उसके लिए भी पेड़ों पर स्नाइपर तैनात किये गए थे.

पढ़ें-रेवती रमन मौत मामलाः स्वास्थ्य महकमे ने जांच रिपोर्ट आने से पहले ही दे दी क्लीन चिट

इस कार्यक्रम में पीएम मोदी जानवरों और जंगल के संरक्षण को लेकर बेयर ग्रिल्स से चर्चा करते नजर आएंगे. कार्यक्रम की शूटिंग कॉर्बेट नेशनल पार्क के ढिकाला रेंज में की गई है. इस रेंज के बारे में बताया जाता है कि यहां सैकड़ों हाथियों के साथ- साथ आए दिन पर्यटकों को टाइगर के दीदार होते रहते हैं. पीएम का ये कार्यक्रम ठीक रेंज के बीचों बीच यानी घने जंगलों में शूट किया गया. लिहाजा, इस कार्यक्रम के लिए एसपीजी ने जमीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए थे.

पढ़ें- रुद्रप्रयाग में उफान पर नदी-नाले, लैंडस्लाइड के चलते केदारनाथ हाईवे बंद

खास बात ये है कि एसपीजी ने पूरे कॉर्बेट में स्थानीय पुलिस के जवानों को नहीं बुलाया, बल्कि शूटिंग के वक्त स्नाइपर तैनात किये गए थे. एसपीजी को ये डर था की कहीं इस घने जंगलों में पीएम के आसपास कोई खतरनाक जानवर न आ जाएं. जिसके लिए सुरक्षा घेरा कड़ा किया गया था. कार्यक्रम के होस्ट बेयर ग्रिल्स ने पहले ही ये साफ कर दिया था की शूट के वक्त कोई सुरक्षाकर्मी कैमरे के सामने नहीं आ सकता है.

ऐसे में पीएम ने भी बेयर ग्रिल्स का पूरा साथ दिया. सूत्र बताते हैं कि शूटिंग के वक्त तेज बारिश हुई. जिसके बाद पीएमओ के अधिकारियों ने पीएम को बारिश में शूट करने से मना भी किया, लेकिन उन्होंने शूटिंग को नहीं रोका और लगभग 2 घंटा 30 मिनट की शूटिंग जब तक पूरी नहीं हुई तबतक सभी सुरक्षा एजेंसी की जान में जान अटकी रही.

साफ है कि पीएम का घने कॉर्बेट में इस कार्यक्रम की शूटिंग करना आसान बिल्कुल नहीं था. ईटीवी भारत से बात करते हुए पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम के बाद और उससे पहले 'Man Vs Wild' की टीम और खुद बेयर ग्रिल्स उनके संपर्क में थे. लिहाजा बेयर ग्रिल्स से उनकी उत्तराखंड और जंगलों को लेकर काफी बातचीत हुई. इतना ही नहीं कार्यक्रम के प्रसारण का समय उन्हें खुद बेयर ग्रिल्स ने ही बताया था.

इतना ही नहीं, बेयर ग्रिल्स ने उनसे उत्तराखंड के कई और जंगलों की जानकारी भी मांगी. काफी देर हुई बातचीत से ये पक्का हो गया था कि बेयर ग्रिल्स जल्द ही उत्तराखंड के केदारनाथ के पीछे बनी झील और बदरीनाथ मंदिर के आसपास को कवर करने जल्द आएंगे. बेयर ग्रिल्स का ये टूर साल 2020 के शुरुआती महीने में लग सकता है, जिसमें वे उत्तराखंड के दूसरे खतरनाक पार्क में शूटिंग करते दिखाई देंगे.

देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 अगस्त को डिस्कवरी के मशहूर शो 'Man Vs Wild' में दिखाई देंगे. लोग इस कार्यक्रम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी बेयर ग्रिल्स के मेहमान बनने जा रहे हैं. इस कार्यक्रम के लिए खुद पीएम और पीएमओ को हजार बार सोचना पड़ा था क्योंकि, ये कार्यक्रम किसी शहर में नहीं बल्कि खुखार जानवरों के बीच शूट होना था. लिहाजा ऐसे में कार्यक्रम को लेकर पीएमओ और एसपीजी को बेहद अलग भूमिका बनानी पड़ी थी.

गौर हो कि मशहूर शो 'Man Vs Wild' के लिए कॉर्बेट नेशनल पार्क में एसपीजी को दो दिनों तक जंगलों की हर एक कच्ची सड़क और घने जंगलों में सर्च अभियान भी चलाना पड़ा था. इसके लिए वन विभाग के लगभग 55 जवान उत्तराखंड पुलिस के एक एसएसपी और सीओ रैंक के अधिकारी के साथ 15 सिपाही के अलावा 70 एसपीजी के तेज तर्रार कमांडो तैनात किए गए थे. इतना ही नहीं इस कार्यक्रम में कोई खुंखार जानवर पीएम या क्रू मेंबर को किसी तरह की नुकसान न पहुंचाये उसके लिए भी पेड़ों पर स्नाइपर तैनात किये गए थे.

पढ़ें-रेवती रमन मौत मामलाः स्वास्थ्य महकमे ने जांच रिपोर्ट आने से पहले ही दे दी क्लीन चिट

इस कार्यक्रम में पीएम मोदी जानवरों और जंगल के संरक्षण को लेकर बेयर ग्रिल्स से चर्चा करते नजर आएंगे. कार्यक्रम की शूटिंग कॉर्बेट नेशनल पार्क के ढिकाला रेंज में की गई है. इस रेंज के बारे में बताया जाता है कि यहां सैकड़ों हाथियों के साथ- साथ आए दिन पर्यटकों को टाइगर के दीदार होते रहते हैं. पीएम का ये कार्यक्रम ठीक रेंज के बीचों बीच यानी घने जंगलों में शूट किया गया. लिहाजा, इस कार्यक्रम के लिए एसपीजी ने जमीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए थे.

पढ़ें- रुद्रप्रयाग में उफान पर नदी-नाले, लैंडस्लाइड के चलते केदारनाथ हाईवे बंद

खास बात ये है कि एसपीजी ने पूरे कॉर्बेट में स्थानीय पुलिस के जवानों को नहीं बुलाया, बल्कि शूटिंग के वक्त स्नाइपर तैनात किये गए थे. एसपीजी को ये डर था की कहीं इस घने जंगलों में पीएम के आसपास कोई खतरनाक जानवर न आ जाएं. जिसके लिए सुरक्षा घेरा कड़ा किया गया था. कार्यक्रम के होस्ट बेयर ग्रिल्स ने पहले ही ये साफ कर दिया था की शूट के वक्त कोई सुरक्षाकर्मी कैमरे के सामने नहीं आ सकता है.

ऐसे में पीएम ने भी बेयर ग्रिल्स का पूरा साथ दिया. सूत्र बताते हैं कि शूटिंग के वक्त तेज बारिश हुई. जिसके बाद पीएमओ के अधिकारियों ने पीएम को बारिश में शूट करने से मना भी किया, लेकिन उन्होंने शूटिंग को नहीं रोका और लगभग 2 घंटा 30 मिनट की शूटिंग जब तक पूरी नहीं हुई तबतक सभी सुरक्षा एजेंसी की जान में जान अटकी रही.

साफ है कि पीएम का घने कॉर्बेट में इस कार्यक्रम की शूटिंग करना आसान बिल्कुल नहीं था. ईटीवी भारत से बात करते हुए पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम के बाद और उससे पहले 'Man Vs Wild' की टीम और खुद बेयर ग्रिल्स उनके संपर्क में थे. लिहाजा बेयर ग्रिल्स से उनकी उत्तराखंड और जंगलों को लेकर काफी बातचीत हुई. इतना ही नहीं कार्यक्रम के प्रसारण का समय उन्हें खुद बेयर ग्रिल्स ने ही बताया था.

इतना ही नहीं, बेयर ग्रिल्स ने उनसे उत्तराखंड के कई और जंगलों की जानकारी भी मांगी. काफी देर हुई बातचीत से ये पक्का हो गया था कि बेयर ग्रिल्स जल्द ही उत्तराखंड के केदारनाथ के पीछे बनी झील और बदरीनाथ मंदिर के आसपास को कवर करने जल्द आएंगे. बेयर ग्रिल्स का ये टूर साल 2020 के शुरुआती महीने में लग सकता है, जिसमें वे उत्तराखंड के दूसरे खतरनाक पार्क में शूटिंग करते दिखाई देंगे.

Intro:इतनी आसान नहीं थी कॉर्बेट में पीएम की 'Man Vs Wild' की सूटिंग जमीन से लेकर आसमान तक में था सुरक्षा का अचूक घेरा -- एक और सूटिंग के लिए उत्तराखंड आ सकते है बेयर ग्रिल्स


एक्सक्लूसिव


12 अगस्त को डिस्कवरी चैनल पर सबसे बड़ा शो प्रसारित हो रहा है खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुकी इस कार्यक्रम में बेयर ग्रिल्स के मेहमान बनने जा रहे है लिहाजा हर किसी को इस कार्यक्रम का बेसव्री से इन्तजार है लेकिन क्या आप जानते है की इस कार्यक्रम के लिए खुद पीएम और पीएमओ को हजार बार सोचना पड़ा था क्यूंकि ये कार्यक्रम किसी शहर में नहीं बल्कि खुखार जानवरो के बिच शूट होना था लिहाजा ऐसे में कार्यक्रम को लेकर पीएमओ और एसपीजी को बेहद अलग भूमिका बनानी पड़ी थी जिसके लिए कॉर्बेट नेशनल पार्क में एसपीजी को दो दिनों तक जंगलो की हर एक कच्ची सड़क और घने जंगलो में सर्च अभियान भी चलाना पड़ा था और इसके लिए वन विभाग के लगभग 55 जवान उत्तराखंड पुलिस के एक एसएसपी और सीओ रेंक के अधिकारी के साथ 15 सिपाही के अलावा 70 एसपीजी के बेहद तेज़तर्र कमांडो तैनात किये गए थे इतना ही नहीं इस कार्यक्रम में कोई खुखार जानवर पीएम या कूरु मेंबर को किसी तरह की हानि ना पहुँचाये उसके लिए भी पेड़ो पर स्नाइपर तैनात किये गए थे Body:
पेड़ो पर थे स्नाइपर तैनात

14 फ़रवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर बेहद खास कार्यक्रम प्रसारित होने जा रह है | इस कार्यक्रम में पीएम मोदी जानवरो और जंगल के संरक्षण को लेकर बेयर ग्रिल्स से चर्चा करते नजर आएंगे कार्यक्रम की सूटिंग कॉर्बेट नेशनल पार्क के ढिकाला रेंज में की गयी थी इस रेंज के बारें में बताया जाता है की यहाँ सेकड़ो हाथियों के साथ साथ आये दिन पर्यटकों को टाइगर दीखते है क्यूंकि पीएम का ये कार्यक्रम ठीक रेंज के बीचो बिच यानी घने जंगलो में सूट हुआ था लिहाजा इस कार्यक्रम के लिए एसपीजी ने जमीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा के चाक चोबंद इंतजाम किये थे | खास बात ये है की एसपीजी ने पुरे कॉर्बेट में स्थानीय पुलिस के जवानो को नहीं बुलाया था बल्कि सूटिंग के वक्त स्नाइपर तैनात किये गए थे एसपीजी को ये डर था की कहीं इस घने जंगलो में पीएम के आसपास कोई खतरनाक जानवर ना आ धमके लिहाजा उनकी सुरक्षा बेहद कड़ी की गयी थीConclusion:आसान नहीं थी सूटिंग

कार्यक्रम के होस्ट बेयर ग्रिल्स ने पहले ही ये साफ़ कर दिया था की सूट के वक्त कोई सुरक्षा कर्मी कैमरे के सामने नहीं आ सकता है लिहाजा ऐसे में पीएम ने भी बेयर ग्रिल्स का पूरा साथ दिया | ईटीवी भारत के सूत्रों ने बताया है की एक वक्त पार्क में तेज़ बारिश हुई जिसके बाद पीएमओ के अधिकारियो ने पीएम को बारिश में सूट करने से मना भी किया लेकिन उन्होंने सूटिंग को नहीं रोका और लगभग 2 घंटा 30 मिनट की सूटिंग जब तक पूरी नहीं हुई तब तक सभी सुरक्षा एजेंसी की जान में जान अटकी रही | यानी साफ़ है की पीएम का घने कॉर्बेट में इस कार्यक्रम की सूटिंग करना आसान बिल्कुल नहीं था


उत्तराखंड के इस हिस्से में जल्द एक बार फिर आएंगे बेयर ग्रिल्स सूटिंग के लिए

ईटीवी भारत से बात करते हुए पुलिस के एक अधिकारी ने बताया की इस कार्यक्रम के बाद और उससे पहले चूँकि वो 'Man Vs Wild' की टीम और खुद बेयर ग्रिल्स से संपर्क में थे लिहाजा बेयर ग्रिल्स से उनकी उत्तराखंड और जंगलो को लेकर काफी बात हुई थी इतना ही नहीं कार्यक्रम के प्रसासन का समय उन्हें खुद बेयर ग्रिल्स ने ही बताया था | इतना ही है बेयर ग्रिल्स ने उनसे उत्तराखंड के कई और जंगलो की जानकारी मांगी थी कई देर तक हुई बातचीत में उनका मन ये पक्का हो गया की बेयर ग्रिल्स जल्द ही उत्तराखंड के केदारनाथ के पीछे बनी झील और बद्रीनाथ मंदिर के आसपास को कवर करने जल्द आएंगे | हो सकता है ये बेयर ग्रिल्स का ये टूर साल 2020 के सुरुवाती महीने में लगने वाला है जिसमे और उत्तराखंड के दूसरे खतरनाक पार्क में सूटिंग करते दिखाई देंगे
Last Updated : Jul 30, 2019, 3:56 PM IST
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